भारतीय टीम ने गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच को ड्रॉ करा लिया, लेकिन इस ड्रॉ ने भारत के लिए डब्ल्यूटीसी (World Test Championship) फाइनल में पहुंचने की राह को और भी मुश्किल बना दिया हैं।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय टीम जब पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलने ऑस्ट्रेलिया पहुंची, तो न केवल ट्रॉफी को अपने पास बनाए रखने की चुनौती थी, बल्कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में लगातार तीसरी बार जगह बनाने का भी दबाव था। भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्थान सुनिश्चित करने के लिए 4-1 से टेस्ट सीरीज जीतने की आवश्यकता थी।
पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में भारत को 295 रन से शानदार जीत मिली, जिससे कुछ उम्मीदें जगीं, लेकिन इसके बाद एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया ने शानदार वापसी करते हुए भारत को हार का सामना कराया। इस हार के कारण भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी तालिका में तीसरे स्थान पर आ गई, और अब उसके लिए फाइनल में पहुंचने के लिए बाकी सीरीज में बड़ी जीत की जरूरत हैं।
भारत के लिए WTC के फाइनल में पहुंचना मुश्किल
गाबा टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद भारतीय टीम के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल की राह और कठिन हो गई है। गाबा टेस्ट के ड्रॉ होने का मतलब यह है कि अगर भारतीय टीम दूसरे परिणामों पर निर्भर नहीं रहना चाहती तो उसे मेलबर्न और सिडनी में होने वाले अगले दोनों टेस्ट मैच जीतने होंगे। अगर भारतीय टीम दो टेस्ट मैच जीतने में सफल रहती है, तो उसकी जीत का प्रतिशत 60.53 हो जाएगा, जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम, जो श्रीलंका से 2-0 से टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भी 57.02 प्रतिशत अंक पर रहेगी।
वहीं, अगर भारत एक टेस्ट जीतता है और एक ड्रॉ कराता है, तो उसके अंक 57.02 प्रतिशत होंगे, और ऑस्ट्रेलिया तभी उसे पीछे छोड़ पाएगा, जब वह श्रीलंका को 2-0 से हरा देता है। यदि ऐसा होता है, तो ऑस्ट्रेलिया के 58.77 प्रतिशत अंक हो जाएंगे। अगर भारत 2-1 से सीरीज जीतता है, तो ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका को 1-0 से अधिक के अंतर से हराना होगा, या फिर दक्षिण अफ्रीका को पाकिस्तान से कम से कम 0-1 से हारने की आवश्यकता होगी।
अगर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 2-2 से ड्रॉ होती है, तो भारत के अंक 55.26 प्रतिशत पर रह जाएंगे, जिससे डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने का अवसर बहुत ही कठिन हो जाएगा।
भारत का फाइनल खेलने का समीकरण
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 1-1 से ड्रॉ रहती है, तो भारत का जीत प्रतिशत 53.51 रहेगा, जिससे वह डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए कुछ और परिणामों पर निर्भर करेगा। इसके लिए भारत को उम्मीद करनी होगी कि दक्षिण अफ्रीका को दोनों टेस्ट मैच हारने होंगे या श्रीलंका को ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराना होगा या सीरीज को 0-0 से ड्रा करना होगा।
अगर दोनों सीरीज (भारत-ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका-ऑस्ट्रेलिया) ड्रॉ होती हैं, तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के पास 53.51 प्रतिशत अंक होंगे, लेकिन चूंकि भारत ने अधिक सीरीज जीती हैं, वह आगे बढ़ जाएगा। हालांकि, अगर श्रीलंका ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से हराता है, तो वह भारत से आगे बढ़ जाएगा और डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बना सकता है।
यदि भारत 1-2 से हारता है, तो उसका जीत प्रतिशत घटकर 51.75 प्रतिशत हो जाएगा, जिससे वह डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच डब्ल्यूटीसी फाइनल खेला जाएगा।