मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर 11 साल बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी हुई, लेकिन भारत को बुधवार को पहले टेस्ट में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में दोनों टीमों ने एक-एक मैच जीतने के कारण सीरीज का निर्णय शूटआउट में किया गया। भारतीय टीम ने पहले टेस्ट में संघर्ष तो किया, लेकिन अंततः उन्हें जीत नहीं मिली।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कप्तान हरमनप्रीत सिंह और सुखजीत सिंह के दो-दो गोल की मदद से दूसरे टेस्ट में विश्व चैंपियन जर्मनी को 5-3 से हराकर शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, शूटआउट में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा, जिससे उन्होंने सीरीज 1-3 से गंवा दी। यह सीरीज मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर 11 साल बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी के साथ शुरू हुई थी, जहां भारत को पहले टेस्ट में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था। इस प्रकार, दोनों टीमों ने एक-एक मैच जीतने के बाद सीरीज का फैसला शूटआउट के माध्यम से किया।
जर्मनी ने दागे तीन गोल
दूसरे टेस्ट में जर्मनी के लिए एलियान माजकूर ने दो गोल किए, जो उन्होंने सातवें और 57वें मिनट में दागे, जबकि हेनरिक मर्टजेंस ने 60वें मिनट में एक गोल किया। भारत की टीम ने दूसरे हाफ में शानदार वापसी की, जिसमें सुखजीत सिंह ने 34वें और 48वें मिनट में, कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 42वें और 43वें मिनट में तथा अभिषेक ने 45वें मिनट में गोल किए, जिससे भारत ने 5-3 से जीत दर्ज की।
हालांकि, शूटआउट में भारतीय टीम के हरमनप्रीत, अभिषेक, और मोहम्मद राहील गोल नहीं दाग सके, जबकि पदार्पण करने वाले आदित्य अर्जुन लालगे ने गोल किया। भारत के गोलकीपर कृशन बहादुर पाठक ने दो गोल बचाए, लेकिन वह अपनी टीम को हार से नहीं बचा सके। भारत ने शुरुआत में आक्रामक खेल दिखाया और कई मौके बनाए, लेकिन जर्मन डिफेंस को भेदने में असफल रहे। जर्मनी ने सातवें मिनट में एलियान के गोल से बढ़त बना ली, जिसने दाहिने कॉर्नर से रिवर्स शॉट लगाकर गोल दागा।
दूसरे टेस्ट में भारत की टीम ने शुरुआत में ही आक्रामक खेल दिखाते हुए कई मौके बनाए। दो मिनट बाद आदित्य गोल करने के करीब पहुंचे, लेकिन जर्मन गोलकीपर जोशुआ एन ओंयेकवू ने उनके शॉट को बचा लिया। एन ओंयेकवू ने पहले मैच में भारत के आठ पेनल्टी कॉर्नर और एक पेनल्टी स्ट्रोक भी बचाए थे।
शूटआउट में जर्मनी ने जीती सीरीज
भारत को अगले मिनट पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन उस पर वैरिएशन सफल नहीं रहा। फिर एक और पेनल्टी कॉर्नर पर मनप्रीत सिंह का पुश भी जर्मन डिफेंस ने रोक दिया। दूसरे हाफ के पहले चार मिनट में भारत ने आक्रामकता दिखाई और तीन पेनल्टी कॉर्नर बनाए, लेकिन गोल करने में सफल नहीं हो सके। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने एक मिनट के भीतर दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर भारत को बढ़त दिलाई।
सुखजीत सिंह ने 34वें मिनट में गोल दागा, जबकि अभिषेक ने 45वें मिनट में चौथा गोल किया। सुखजीत ने 48वें मिनट में लंबा पास लेकर जर्मन गोलकीपर को छकाते हुए डाइव लगाकर रिवर्स हिट से गोल किया। हालांकि, जर्मनी को 54वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को बेकार गया, लेकिन हूटर से तीन मिनट पहले एलियान ने एक गोल दागकर अंतर को कम किया, जिससे जर्मनी ने मैच में वापसी की कोशिश की।