जंगल की कहानी: स्मार्ट कबूतर की चतुराई – अपनी समझदारी से बचाई जान

जंगल की कहानी: स्मार्ट कबूतर की चतुराई – अपनी समझदारी से बचाई जान
Last Updated: 30 दिसंबर 2024

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में मोती नाम का एक कबूतर रहता था। मोती अपनी सुंदर सफेद पंखों और होशियारी के लिए जाना जाता था। उसकी चतुराई की वजह से गांव के दूसरे पक्षी उसकी बहुत तारीफ करते थे। हालांकि, उसकी यह चतुराई उस समय काम आई, जब वह और उसके दोस्त शिकारी के जाल में फंस गए थे। मोती ने अपनी समझदारी और चतुराई से न केवल अपनी जान बचाई, बल्कि सभी पक्षियों को भी शिकारी के जाल से मुक्त करा लिया।

जाल में फंसने की कहानी

एक दिन मोती और उसके दोस्त खेतों में दाना चुगने गए थे। वहां जमीन पर बहुत सारा दाना बिखरा हुआ था। मोती के दोस्त बिना किसी संकोच के दाना खाने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन मोती को कुछ गड़बड़ महसूस हुई। उसने तुरंत अपनी दोस्तों से कहा, "रुको दोस्तों! मुझे कुछ अजीब सा लग रहा है। यह दाना यहां यूं ही क्यों पड़ा है?"

लेकिन उसकी चेतावनी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। उसके दोस्त बिना सोचे समझे दाना खाने लगे। तभी एक शिकारी ने झाड़ियों से निकलकर जाल खींचा, और सभी पक्षी उसमें फंस गए।

मोती की चतुराई

जब शिकारी ने देखा कि पक्षी उसके जाल में फंस गए हैं, तो वह खुश था कि आज उसकी अच्छी कमाई होगी। लेकिन मोती ने हार मानने के बजाय अपनी चतुराई से एक योजना बनाई। "डरो मत। अगर हम सब मिलकर उड़ेंगे, तो जाल को यहां से उठा सकते हैं," मोती ने अपने दोस्तों से कहा। सभी पक्षियों ने मोती की बात मानी और एक साथ जाल को अपने पंजों में पकड़ा। उन्होंने जोर से उड़ान भरी। 

शिकारी ने देखा कि पक्षी जाल के साथ उड़ रहे हैं, तो वह भागकर उसे पकड़ने की कोशिश करने लगा, लेकिन पक्षी इतनी तेज़ी से उड़ रहे थे कि शिकारी का हाथ जाल तक नहीं पहुंच सका। "अरे! ये पक्षी तो मेरी पूरी मेहनत पर पानी फेर गए," शिकारी गुस्से में बड़बड़ाया।

चतुर चूहे से मदद लेना

मोती ने अपनी योजना को और आगे बढ़ाते हुए, सभी पक्षियों को पास के जंगल में ले जाकर मदद मांगी। जंगल में रहने वाला एक चतुर चूहा मोती का पुराना दोस्त था। मोती ने चूहे से कहा, "हमें इस जाल को काटने की जरूरत है, क्या तुम मदद कर सकते हो?" चूहा तुरंत तैयार हो गया और उसने अपने तेज दांतों से जाल को काट दिया। अब सभी पक्षी आज़ाद थे।

मोती का सम्मान

जब सभी पक्षी जाल से मुक्त हो गए, तो उन्होंने मोती का धन्यवाद किया। एक पक्षी ने कहा, "मोती, अगर तुम न होते, तो आज हम सब शिकारी के जाल में फंसे होते।" दूसरा पक्षी बोला, "तुम्हारी समझदारी और चतुराई ने हमें नई जिंदगी दी है।" सभी पक्षी मोती की चतुराई और समझदारी की सराहना करते हुए उसे अपना नायक मानने लगे।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि

 समझदारी और एकता से किसी भी मुश्किल का हल निकाला जा सकता है। मोती ने अपनी चतुराई से ना केवल अपनी जान बचाई, बल्कि अपने सभी दोस्तों को भी संकट से बाहर निकाला। यह भी दिखाता है कि लालच में आकर बिना सोचें-समझे किसी चीज़ को नहीं अपनाना चाहिए। मोती की चतुराई और उसकी टीमवर्क की ताकत ने एक बड़े संकट से सभी को उबार लिया।

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