देश के पहले अंतरिक्ष पर्यटक गोपीचंद थोटाकुरा दिल्ली लौट आए हैं, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने कहा, "मैं देश का प्रतिनिधित्व करते हुए गर्व महसूस कर रहा हूं। मुझे भारत की अगली पीढ़ी के लिए उत्साह है, जो अंतरिक्ष की सीमाओं को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएगी।"
नई दिल्ली: देश के पहले अंतरिक्ष पर्यटक गोपीचंद थोटाकुरा सोमवार (२६ अगस्त 2024) को दिल्ली लौट आए हैं, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने कहा है कि देश का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए एक बड़े सम्मान की बात है। उन्होंने यह भी व्यक्त किया कि वह भारत की अगली पीढ़ी के लिए उत्साहित हैं, जो अंतरिक्ष की नई सीमाओं को पार करेगी। बता दें गोपीचंद, एमेज़ॉन के संस्थापक जेफ बेजोस की अंतरिक्ष कंपनी के दल का हिस्सा थे।
जेफ बेजोस की अंतरिक्ष कंपनी के मिशन में शामिल थे गोपीचंद
बता दें गोपीचंद थोटाकुरा ने एमेज़ॉन के संस्थापक जेफ बेजोस की अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजिन के न्यू शेफर्ड-25 मिशन के लिए चालक दल में शामिल होकर अंतरिक्ष की यात्रा की। 1984 में रूस के सोयुज टी-11 अंतरिक्ष यान पर राकेश शर्मा की ऐतिहासिक उड़ान के बाद, विजयवाड़ा में जन्मे पायलट गोपीचंद अंतरिक्ष यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं।
जानकारी के मुताबिक बता दें गोपीचंद थोटाकुरा ने इस साल मई में 11 मिनट की उड़ान में कारमन रेखा को पार किया। यह रेखा अंतरिक्ष की एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमा है, जो पृथ्वी की सतह से 100 किलोमीटर ऊपर स्थित हैं।
मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं: गोपीचंद
गोपीचंद थोटाकुरा ने बताया कि मैं इस देश के इतिहास का हिस्सा बनकर अपने आप को गर्वित महसूस कर रहा हूं, जो अन्य लोगों को भी अंतरिक्ष में भेजने की कोशिश कर रहा है, चाहे वह ब्लू ओरिजिन के जरिये हो या किसी अन्य संगठन के माध्यम से। राकेश शर्मा के बाद भारतीय मूल के तीन लोग - कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स और राजा चारी - नासा के यात्री के रूप में अंतरिक्ष की यात्रा कर चुके हैं।