प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को देश की पहली वंदे मेट्रो को हरी झंडी दिखाने जा रहे हैं। यह वंदे मेट्रो भारत की रेलवे प्रणाली में एक बड़ा और आधुनिक कदम माना जा रहा है। रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, वंदे मेट्रो को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिससे यह यात्रियों के लिए एक बेहतर और आरामदायक सफर सुनिश्चित करेगी।
इंडिया: भारत को आज यानी सोमवार (16 सितंबर) को अपनी पहली वंदे मेट्रो ट्रेन मिलने जा रही है, जिसे अब 'नमो भारत रैपिड रेल' के नाम से जाना जाएगा। यह मेट्रो सेवा अहमदाबाद और गांधीनगर को जोड़ने वाले मेट्रो रेल सेवा के दूसरे चरण की शुरुआत का हिस्सा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस मेट्रो ट्रेन की सवारी भी करेंगे। वंदे मेट्रो का नाम बदलकर 'नमो भारत रैपिड रेल' रखने का निर्णय रेलवे द्वारा हाल ही में लिया गया है, जो इसे अधिक व्यापक और राष्ट्रीय पहचान देने की दिशा में उठाया गया कदम है। इस सेवा का उद्देश्य प्रमुख शहरों के बीच तेजी से और कुशलता से यात्रा को सुगम बनाना है और यह अत्याधुनिक सुविधाओं और प्रौद्योगिकी से सुसज्जित हैं।
वंदे मेट्रो की प्रमुख विशेषताओं में इसकी तेज गति, सुरक्षा के उन्नत प्रावधान, और मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं। इस मेट्रो ट्रेन के अंदर फुली एयर कंडीशनड कोच, फ्री वाई-फाई, सीसीटीवी कैमरे और खूबसूरत इंटीरियर जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं, जो इसे यात्रा के लिए अत्यधिक आरामदायक बनाती हैं।
ये होगा शेड्यूल और किराया
पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, अहमदाबाद-भुज वंदे मेट्रो ट्रेन (जिसका नाम अब नमो भारत रैपिड रेल रखा गया है) अहमदाबाद और भुज के बीच नौ स्टेशनों पर रुकेगी। यह ट्रेन 110 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलेगी और कुल 360 किलोमीटर की दूरी को पांच घंटे 45 मिनट में तय करेगी। इस सेवा के विवरण के अनुसार, ट्रेन सुबह 5:05 बजे भुज से प्रस्थान करेगी और पूर्वाह्न 10:50 बजे अहमदाबाद जंक्शन पहुंचेगी। यात्रियों के लिए इसकी नियमित सेवा 17 सितंबर से अहमदाबाद से शुरू होगी, और पूरी यात्रा के लिए प्रति यात्री किराया 455 रुपये निर्धारित किया गया है। यह सेवा यात्रियों को तेज, कुशल और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की जा रही हैं।
ट्रेन में हजार से अधिक यात्रियों के बैठने की है व्यवस्था
वंदे मेट्रो ट्रेन, जिसे अब नमो भारत रैपिड रेल के नाम से जाना जाता है, भारतीय रेलवे की एक महत्वपूर्ण परियोजना है जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसे देश की अन्य मेट्रो सेवाओं से अलग और बेहतर बनाने के लिए कई उन्नत तकनीकों का उपयोग किया गया है। रेल मंत्रालय ने इसके विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की है:
* गति और दक्षता: वंदे मेट्रो ट्रेन की अधिकतम गति 110 किमी प्रति घंटा है, जो इसे देश की अन्य मेट्रो सेवाओं की तुलना में तेज बनाती है। इससे यात्रियों को कम समय में दूरी तय करने का लाभ मिलेगा और यात्रा की दक्षता में सुधार होगा।
* सुरक्षा प्रणाली: वंदे मेट्रो ट्रेन को 'कवच' नामक उन्नत सुरक्षा प्रणाली से सुसज्जित किया गया है। यह एक टक्कर रोधी तकनीक है जो ट्रेनों के बीच टक्कर की संभावना को खत्म करती है और सुरक्षा के उच्च मानकों को सुनिश्चित करती है। यह प्रणाली भारतीय रेलवे द्वारा विकसित की गई है और अब कई नई ट्रेनों में लागू की जा रही हैं।
* यात्री क्षमता: वंदे मेट्रो ट्रेन में कुल 12 डिब्बे होंगे, जिनमें एक बार में 1,150 यात्री बैठ सकते हैं। इससे बड़ी संख्या में यात्रियों को सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा की सुविधा प्राप्त होगी, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मेट्रो सेवाओं की भारी मांग हैं।
* सुविधाएं: वंदे मेट्रो में यात्रियों के लिए बेहतर बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी। यह ट्रेन वातानुकूलित होगी, जिससे यात्रियों को एक आरामदायक यात्रा अनुभव मिलेगा। यात्रियों के लिए ट्रेन में सुविधाजनक प्रवेश और निकास के लिए अत्याधुनिक स्वचालित दरवाजों का प्रबंध किया गया है, जिससे भीड़ प्रबंधन बेहतर होगा।
* यात्रा की अवधि: वंदे मेट्रो की उच्च गति और दक्षता की वजह से लंबी दूरी की यात्रा अन्य ट्रेनों के मुकाबले कम समय में पूरी होगी। उदाहरण के लिए, अहमदाबाद-भुज मार्ग पर यह ट्रेन 360 किमी की दूरी 5 घंटे 45 मिनट में तय करेगी, जो मौजूदा ट्रेनों के मुकाबले तेज हैं।
कैसे मिलेगी ट्रेन की टिकट?
रेल मंत्रालय के अनुसार, वंदे मेट्रो, जिसे अब नमो भारत रैपिड रेल के नाम से जाना जाता है, भारतीय रेलवे की एक उन्नत और आधुनिक मेट्रो ट्रेन सेवा है। इसे पूरी तरह से अनारक्षित और वातानुकूलित बनाया गया है, ताकि यात्रियों को एक आरामदायक और सुलभ यात्रा अनुभव मिले। इस ट्रेन को भारत में विकसित की गई सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन वंदे भारत की तर्ज पर डिजाइन किया गया है। इस ट्रेन में सभी सीटें अनारक्षित होंगी, जिसका मतलब है कि यात्री यात्रा के दिन ही काउंटर से टिकट खरीद सकेंगे। इससे यात्रियों को अग्रिम बुकिंग की बाध्यता से मुक्ति मिलेगी और यात्रा योजना अधिक लचीली हो जाएगी।