टीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 928.3 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में काफी सुधार है, जब कंपनी को 290.5 करोड़ रुपये
का घाटा हुआ था। हालांकि, इस शानदार वित्तीय प्रदर्शन के बावजूद, पेटीएम के शेयरों में 7 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई। इस गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं।
New Delhi: Paytm ने दूसरी तिमाही में 930 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, शेयरों में उछाल फिनटेक कंपनी Paytm ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। विजय शेखर शर्मा की कंपनी ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 930 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है। एक साल पहले की समान अवधि में Paytm घाटे में थी। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, और इसके बावजूद Paytm की पैरेंट कंपनी One97 Communications के शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान 7 फीसदी से अधिक का उछाल देखने को मिला है।
पेटीएम का दूसरी तिमाही में प्रदर्शन
पेटीएम ने 1,659.5 करोड़ रुपये का ऑपरेशनल रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 34% कम है। इस अवधि में, कंपनी का टैक्स से पहले का घाटा 273.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 406.5 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, पेटीएम ने इस तिमाही में अपना टिकटिंग व्यवसाय दीपिंदर गोयल के फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म, ज़ोमैटो को बेच दिया।
इस सौदे से पेटीएम को 1,345.4 करोड़ रुपये का असाधारण लाभ हुआ, जिससे कंपनी का कर से पहले लाभ 938.9 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले साल की समान अवधि में 279 करोड़ रुपये के नुकसान से काफी बेहतर है। यह सौदा पेटीएम के लिए एक बड़ा कदम है और इसके प्रदर्शन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने की उम्मीद है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पेटीएम भविष्य में अपना ऑपरेशनल रेवेन्यू और लाभ कैसे बढ़ाता है।
पेटीएम: वित्तीय सेवाओं में तेजी
पेटीएम ने हाल ही में अपने प्रमुख वित्तीय सेवा ग्राहकों की संख्या के बारे में जानकारी साझा की है, जो पिछली तिमाही के मुकाबले बढ़ी है। कंपनी ने बताया कि दूसरी तिमाही में 6 लाख ग्राहकों ने पेटीएम की वित्तीय सेवाओं का लाभ उठाया, जो पिछली तिमाही के 5,90,000 से अधिक है।
यह विकास पेटीएम की वित्तीय सेवाओं के बढ़ते लोकप्रियता का प्रमाण है। इसके अलावा, सितंबर 2024 तक पेटीएम की मर्चेंट सदस्यता 11.2 मिलियन तक पहुंच गई है। तिमाही के लिए सकल व्यापारिक मूल्य (GMV) 4.5 ट्रिलियन रुपये रहा, जो पिछली तिमाही के मुकाबले 5 फीसदी अधिक है। पेटीएम ने अपने पेमेंट प्रोसेसिंग मार्जिन में सुधार के बारे में बताया है, और कंपनी उम्मीद कर रही है कि यह पूरे साल के लिए 5-6 आधार अंकों की सीमा में रहेगा। यह जानकारी पेटीएम की वित्तीय सेवाओं की बढ़ती मांग और कंपनी के बाजार में बढ़ते प्रभाव का प्रमाण है।
पेटीएम अपनी वित्तीय सेवाओं को और भी बेहतर बनाने और ग्राहकों के लिए और भी अधिक लाभकारी बनाने की कोशिश कर रही है, और भविष्य में कंपनी के और भी तेजी से विकास की उम्मीद है।
क्यों आई पेटीएम के शेयरों में गिरावट?
पेटीएम ने दूसरी तिमाही में अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार दिखाया है, जिसके चलते कंपनी ने मुनाफे की राह पकड़ ली है। कंपनी के वित्तीय मेट्रिक्स में भी सुधार देखा गया है। हालांकि, शेयर बाजार में निवेशकों का रुख अभी भी सतर्क है। खासकर कंपनी के संचालन से घटते राजस्व और पिछली विनियामक चुनौतियों को देखते हुए।
नतीजों के बाद पेटीएम के शेयरों में 7% तक की गिरावट आई, हालाँकि बाद में कुछ सुधार देखा गया। दोपहर 1.15 बजे तक पेटीएम के शेयर 697.60 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो 3.91% की गिरावट दर्शाता है। पिछले एक साल में पेटीएम के शेयरों में निवेशकों को लगभग 25% का नुकसान हुआ है, लेकिन पिछले 6 महीनों में 85% का रिटर्न भी दिया है।