नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने अपने निवेशकों के लिए बड़ी खबर दी है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 26 जून 2025 को हुई बैठक में 1:1 अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का फैसला लिया है। इस फैसले के अनुसार, जिन निवेशकों के पास कंपनी के एक फुली पेडअप ₹1 फेस वैल्यू के शेयर होंगे, उन्हें एक अतिरिक्त ₹1 फेस वैल्यू का बोनस शेयर मुफ्त में मिलेगा। यह घोषणा शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद एक्सचेंज को दी गई जानकारी में की गई।
कैसे दिए जाएंगे बोनस शेयर
कंपनी ने बताया कि ये बोनस शेयर उसके फ्री रिजर्व और जमा हुए सरप्लस को कैपिटल में बदलकर जारी किए जाएंगे। इसका मतलब है कि कंपनी अपनी बची हुई कमाई का हिस्सा कैपिटल में बदलकर अपने शेयरधारकों को फ्री में नए शेयर दे रही है। हालांकि, इन बोनस शेयरों के लिए एलिजिबल शेयरधारकों की पहचान के लिए रिकॉर्ड डेट अभी तय नहीं की गई है। कंपनी ने साफ किया है कि रिकॉर्ड डेट की घोषणा बाद में की जाएगी और यह शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन होगी।
क्या होते हैं बोनस शेयर
बोनस शेयर वे अतिरिक्त शेयर होते हैं जो कंपनी अपने मौजूदा निवेशकों को मुफ्त में देती है। ये शेयर निवेशकों के पास पहले से मौजूद शेयरों के अनुपात में दिए जाते हैं। इस प्रक्रिया में निवेशक की कुल होल्डिंग बढ़ जाती है, लेकिन कंपनी के कुल मूल्य में कोई बदलाव नहीं होता। इससे कंपनी की तरलता बनी रहती है और बाजार में शेयर की उपलब्धता बढ़ती है।
डिविडेंड पर भी निवेशकों को तोहफा
बोनस शेयर की घोषणा के साथ ही नेस्ले इंडिया ने डिविडेंड देने की भी जानकारी दी है। कंपनी ने शुक्रवार को एक्स-डिविडेंड पर ट्रेड किया और पात्र निवेशकों को प्रति शेयर ₹10 का फाइनल डिविडेंड दिया गया। यह डिविडेंड कंपनी के वित्त वर्ष 2024-25 की अंतिम तिमाही के नतीजों के आधार पर दिया गया है।
मुनाफे में गिरावट, लेकिन आय में बढ़त
कंपनी की चौथी तिमाही के वित्तीय नतीजों की बात करें तो नेस्ले इंडिया का मुनाफा घटकर ₹885.4 करोड़ पर आ गया है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने ₹934 करोड़ का मुनाफा कमाया था। मुनाफे में आई इस गिरावट की वजह कच्चे माल की बढ़ती कीमतों को बताया गया है। हालांकि, कंपनी की ऑपरेशनल आय में सुधार देखा गया है। इस बार नेस्ले की आय 4.5 फीसदी बढ़कर ₹5,503.8 करोड़ पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹5,268 करोड़ थी।
शेयर बाजार में कैसा रहा नेस्ले का प्रदर्शन
शुक्रवार को नेस्ले इंडिया का शेयर हल्की बढ़त के साथ ₹2,392 पर बंद हुआ। इस दिन शेयर में लगभग 0.15 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। हालांकि, बीते एक साल की बात करें तो कंपनी के शेयर में कुल मिलाकर करीब 6.02 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। यानी निवेशकों को इस दौरान बहुत ज्यादा रिटर्न नहीं मिला है।
निवेशकों के लिए क्या है मतलब
बोनस शेयर की घोषणा का मतलब है कि निवेशकों को उनके होल्ड किए गए शेयरों के अनुपात में मुफ्त में और शेयर मिलेंगे। इससे निवेशकों की होल्डिंग बढ़ेगी और लंबे समय में फायदा हो सकता है। साथ ही, कंपनी द्वारा डिविडेंड देने से भी यह साफ है कि कंपनी अपने मुनाफे को शेयरधारकों के साथ साझा करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
रिकॉर्ड डेट का इंतजार
फिलहाल कंपनी ने बोनस शेयर के लिए रिकॉर्ड डेट की घोषणा नहीं की है। यह डेट इसलिए जरूरी होती है ताकि यह तय हो सके कि किन निवेशकों के पास उस दिन कंपनी के शेयर थे और वे बोनस शेयर पाने के पात्र हैं। कंपनी ने कहा है कि रिकॉर्ड डेट की घोषणा जल्द की जाएगी और इसके लिए जरूरी मंजूरियां भी ली जाएंगी।
कंपनी के पुराने ट्रैक रिकॉर्ड पर नजर
नेस्ले इंडिया लंबे समय से अपने निवेशकों को नियमित रूप से डिविडेंड और बोनस देने वाली कंपनियों में गिनी जाती है। इसके प्रोडक्ट्स देशभर में लोकप्रिय हैं और इसका ब्रांड नेम बाजार में मजबूत पकड़ रखता है। मैगी, नेस्कैफे, किटकैट जैसे प्रोडक्ट्स के चलते कंपनी की पहचान घर-घर में है।