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2 जून 2025 का हिंदी पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल और महत्वपूर्ण जानकारी

2 जून 2025 का हिंदी पंचांग: शुभ मुहूर्त, राहुकाल और महत्वपूर्ण जानकारी

2 जून 2025, सोमवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दिन का पंचांग, नक्षत्र, योग, राहुकाल और ग्रह स्थिति जैसी जानकारियां शुभ कार्यों के लिए मार्गदर्शक साबित होंगी। अगर आप भी अपने दैनिक कामों और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए सही समय की तलाश में हैं, तो इस हिंदी पंचांग की पूरी जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी होगी।

2 जून 2025 का पंचांग

  • तिथि: सप्तमी तिथि, जो 1 जून की रात 7:59 बजे से शुरू होकर 2 जून की रात 8:34 बजे तक रहेगी।
  • वार: सोमवार, शिवजी का खास दिन।
  • नक्षत्र: मघा, जो आदर, सम्मान और प्रतिष्ठा का प्रतीक माना जाता है।
  • योग: व्याघात योग, यह योग अपने अंदर विशेष ऊर्जा और बदलाव लेकर आता है।
  • सूर्योदय: सुबह 5:24 बजे।
  • सूर्यास्त: शाम 7:14 बजे।
  • चंद्र उदय: सुबह 11:26 बजे।
  • चंद्र अस्त: प्रातः 12:39 बजे अगले दिन यानी 3 जून को।
  • चंद्र राशि: सिंह।

राहुकाल और अन्य अशुभ काल

2 जून के दिन सुबह 7:07 से 8:51 बजे तक राहुकाल रहेगा, जिसमें किसी भी शुभ कार्य से बचना चाहिए। साथ ही, यमगण्ड काल सुबह 10:35 से दोपहर 12:19 बजे तक रहेगा, जो अशुभ माना जाता है। गुलिक काल दोपहर 2:02 से 3:47 बजे तक रहेगा। इन कालों में महत्वपूर्ण कार्य टालना ही बेहतर होता है।रात 8:34 बजे से अगले दिन सुबह 5:23 बजे तक भद्रा काल रहेगा, जो अशुभ प्रभावों को दर्शाता है। ऐसे समय विशेष ध्यान और सतर्कता आवश्यक है।

शुभ मुहूर्त और उपाय

2 जून का दिन विवाह, व्यापार की शुरुआत, सोना-चांदी, वाहन खरीदने या नए काम के आरंभ के लिए अनुकूल माना गया है। इस दिन किए गए शुभ कार्य सफल और फलदायी होते हैं। विशेषकर सोमवार होने के कारण शिवजी की पूजा का भी विशेष महत्व है। इस दिन स्नान के पानी में सफेद तिल डालकर स्नान करने और सुपात्र में चावल का दान जरुरतमंदों को देने का महायोग बनता है। इससे घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

ग्रह स्थिति का प्रभाव

  • सूर्य: वृषभ राशि में है, जो व्यक्ति को स्थिरता, संकल्प शक्ति और आर्थिक मजबूती प्रदान करता है।
  • चंद्रमा: कर्क राशि में है, जो भावनात्मक संतुलन और परिवार के प्रति प्रेम को बढ़ावा देता है।
  • मंगल: कर्क राशि में, जो उर्जा और साहस का प्रतीक है।
  • बुध: वृषभ राशि में, जो बुद्धि, संवाद और व्यापारिक कौशल को बढ़ाता है।
  • गुरु: मिथुन राशि में, ज्ञान, शिक्षा और धार्मिक कार्यों के लिए शुभ।
  • शुक्र: मीन राशि में, प्रेम, सौंदर्य और कला के क्षेत्र में लाभदायक।
  • शनि: मीन राशि में, परिश्रम और धैर्य की परीक्षा लेता है।
  • राहु: कुंभ राशि में, अनिश्चितता और बदलाव की स्थिति।
  • केतु: सिंह राशि में, जो आत्मविश्वास और नेतृत्व गुणों को प्रभावित करता है।

सोमवार का विशेष महत्व और सुझाव

सोमवार को शिवजी का दिन माना जाता है। इस दिन शिवजी की उपासना से विशेष लाभ होता है, खासकर कुंवारी कन्याओं के लिए, जिनकी इच्छाएं जीवनसाथी से जुड़ी होती हैं। इस दिन बेलपत्र को तीन पत्तियों वाला चुनकर शिवलिंग पर चढ़ाना शुभ होता है। साथ ही, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति और रोगों से मुक्ति मिलती है। शाम को उबले हुए कपूर का धुआं घर में घुमाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। यह घरेलू वातावरण को पॉजिटिव एनर्जी से भर देता है।

क्या करें और क्या न करें?

क्या करें

  • शिवजी की पूजा करते समय ध्यान रखें कि जल अर्पित करते समय आप बैठ कर करें, खड़े होकर नहीं।
  • बेलपत्र और सफेद तिल का दान जरूर करें।
  • धार्मिक स्थल या मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करें।
  • आवश्यक कार्यों का शुभ मुहूर्त चुनें और राहुकाल या अशुभ काल में कोई भी शुभ कार्य न करें।

क्या न करें

  • उत्तर, पूर्व और आग्नेय दिशाओं में यात्रा करने से बचें। इस दिन इन दिशाओं में जाने से अशुभ प्रभाव पड़ सकते हैं।
  • राहुकाल और यमगण्ड काल में महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से बचें।
  • जल अर्पित करते समय खड़े होकर जल देना शिवजी को अपमानित करने जैसा माना जाता है, इसलिए सावधानी रखें।

2 जून 2025 का दिन धार्मिक क्रियाकलापों और शुभ कार्यों के लिए अत्यंत अनुकूल है। मघा नक्षत्र और व्याघात योग के प्रभाव से नए आरंभों में सफलता मिलती है। साथ ही, सोमवार होने के कारण शिवजी की पूजा से मानसिक शांति और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। राहुकाल और अन्य अशुभ काल का ध्यान रखकर किए गए कार्य अधिक फलदायक साबित होते हैं। ग्रहों की स्थिति भी समृद्धि, ज्ञान और सुख-शांति की ओर इशारा कर रही है।

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