गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में राजस्थान के बाड़मेर जिले के निवासी और एमबीबीएस छात्र जयप्रकाश (20) की दुखद मौत हो गई। जयप्रकाश की असमय मृत्यु ने उसके परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है।
बाड़मेर: गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में राजस्थान के बाड़मेर जिले के निवासी और एमबीबीएस छात्र जयप्रकाश (20) की दुखद मौत हो गई। जयप्रकाश की असमय मृत्यु ने उसके परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। शुक्रवार शाम जब उनका शव उनके पैतृक गांव बोर चारणान पहुंचा, तो वहां का माहौल गमगीन हो गया। हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने जयप्रकाश को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
गांव में पसरा मातम, हर दिल हुआ बेजार
जयप्रकाश का पार्थिव शरीर जैसे ही शुक्रवार शाम को उसके पैतृक गांव बोर चारणान पहुंचा, वहां का माहौल शोक की चादर में लिपट गया। चीख-पुकार, रोते-बिलखते परिजन और बेसुध मां, यह दृश्य किसी को भी झकझोर देने वाला था। गांव के लोग, रिश्तेदार, दोस्तों और सहपाठियों समेत हजारों लोग अंतिम दर्शन के लिए जुटे थे।
टीना डाबी की आंखों से छलका दुख
इस दर्दनाक क्षण का सबसे मार्मिक दृश्य उस समय देखने को मिला जब बाड़मेर की जिलाधिकारी टीना डाबी खुद जयप्रकाश को अंतिम विदाई देने पहुंचीं। आमतौर पर सख्त और प्रोफेशनल छवि के लिए जानी जाने वाली टीना डाबी भी इस बार भावनाओं के सैलाब को रोक नहीं सकीं। उन्होंने जयप्रकाश के शव को श्रद्धांजलि दी और नम आंखों से उसके परिवार को ढांढस बंधाया। कई बार उनके आंसू छलके, जिसे वह अपने रुमाल से बार-बार पोंछती रहीं।
बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा न सिर्फ मौके पर मौजूद रहे, बल्कि उन्होंने अंतिम यात्रा को कंधा भी दिया। प्रशासन के इस भावुक और संवेदनशील gesture ने लोगों का दिल छू लिया। उन्होंने कहा, जयप्रकाश बहुत मेहनती और होनहार छात्र था। उसकी मौत केवल एक परिवार की नहीं, पूरे समाज की क्षति है।
मुख्यमंत्री ने पिता से की बात, दिलाया भरोसा
जयप्रकाश के परिवार की पीड़ा को थोड़ा कम करने की कोशिश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खुद पिता से फोन पर बात की। यह कॉल SP नरेंद्र मीणा के फोन से कराई गई। सीएम ने उन्हें हरसंभव मदद और सरकारी सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में पूरा राज्य सरकार परिवार के साथ खड़ी है।
जयप्रकाश राजस्थान के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS द्वितीय वर्ष का छात्र था। परिवार ने बड़ी मुश्किलों से पढ़ाई के लिए साधन जुटाए थे। वह न सिर्फ पढ़ाई में अव्वल था, बल्कि सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेता था। उसके शिक्षक उसे बेहद अनुशासित, विनम्र और मेहनती छात्र बताते हैं।
अंतिम संस्कार से पहले पूरे गांव में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी ने उसकी याद में आंसू बहाए। भाजपा जिलाध्यक्ष अनंतराम विश्नोई ने कहा, जयप्रकाश की असमय मौत ने हमारे क्षेत्र का उज्ज्वल सितारा बुझा दिया।