Disney और Universal ने मिडजर्नी पर कॉपीराइट उल्लंघन का मुकदमा किया, एआई से उनके पात्रों की बिना अनुमति प्रतियां बनाने का आरोप।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित इमेज जनरेटर प्लेटफॉर्म मिडजर्नी (Midjourney) एक बार फिर कानूनी विवादों में फंस गई है। इस बार इसका सामना हॉलीवुड की दो दिग्गज कंपनियों वॉल्ट डिज़्नी (Walt Disney) और कॉमकास्ट की यूनिवर्सल पिक्चर्स (Universal Pictures) से है। इन कंपनियों ने मिडजर्नी पर उनके कॉपीराइटेड पात्रों और सामग्री की अवैध नकल का आरोप लगाते हुए लॉस एंजेल्स की संघीय अदालत में मुकदमा दायर किया है।
क्या है पूरा मामला?
डिज्नी और यूनिवर्सल ने दावा किया है कि मिडजर्नी ने उनके हजारों लोकप्रिय पात्रों की बिना अनुमति नकल की है और AI इमेज जनरेशन की प्रक्रिया में इन कॉपीराइटेड कार्यों का प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया है। इनमें स्टार वॉर्स के डार्थ वाडर, फ्रोजन की एल्सा, मिनियन, योडा, स्केटबोर्ड चलाते बार्ट सिम्पसन, आयरन मैन, बज़ लाइटियर, श्रेक, टूथलेस और पो जैसे चर्चित पात्र शामिल हैं।
स्टूडियो का तर्क
मुकदमे में स्टूडियो ने मिडजर्नी को 'साहित्यिक चोरी का अथाह गड्ढा' करार दिया और दावा किया कि यह प्लेटफॉर्म उनके कॉपीराइट कार्यों को प्रशिक्षण में उपयोग करके और फिर उनका व्यावसायिक लाभ लेकर कानूनी रूप से दंडनीय गतिविधियों में लिप्त है। स्टूडियो ने यह भी कहा कि उन्होंने मिडजर्नी से अनुरोध किया था कि वह उनके कार्यों के अवैध उपयोग को रोके या कम से कम उनके पात्रों की कॉपी करने वाली AI छवियों के निर्माण को सीमित करे, लेकिन मिडजर्नी ने ऐसे किसी भी अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया।
कोर्ट से क्या मांगा गया है?
डिज्नी और यूनिवर्सल ने अदालत से प्रारंभिक निषेधाज्ञा (injunction) की मांग की है, जिससे मिडजर्नी को स्टूडियो की सामग्री की नकल करने या AI प्रशिक्षण में उसका उपयोग करने से रोका जा सके। साथ ही, उन्होंने अनिर्दिष्ट मुआवजा (damages) भी मांगा है।
मिडजर्नी की चुप्पी
अब तक मिडजर्नी या उसके सीईओ डेविड होल्ज़ की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, 2022 में एक साक्षात्कार में डेविड होल्ज़ ने कहा था कि उनकी टीम ने 'इंटरनेट का एक विशाल परिमार्जन' किया है और यह कहना संभव नहीं है कि हर चित्र कहां से आया है। यह बयान अब विवादों में और ईंधन डाल रहा है।
एआई ट्रेनिंग और कॉपीराइट का टकराव
यह मामला AI टेक्नोलॉजी बनाम कॉपीराइट अधिकार के बढ़ते संघर्ष का एक और उदाहरण है। हाल के वर्षों में लेखक, कलाकार, पत्रकार और म्यूजिक लेबल्स जैसे कई रचनात्मक समुदायों ने AI कंपनियों के खिलाफ ऐसे मुकदमे दायर किए हैं। इनका आरोप है कि AI टूल्स को प्रशिक्षित करने के लिए उनकी सामग्री का बिना अनुमति उपयोग किया गया है।
रचनात्मकता और अधिकारों की लड़ाई
Disney के कानूनी अधिकारी होरासियो गुटिरेज़ ने बयान में कहा, 'AI की संभावनाएं अपार हैं, लेकिन चोरी को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता।' वहीं यूनिवर्सल के किम हैरिस ने कहा, 'यह मुकदमा उन कलाकारों के अधिकारों की रक्षा के लिए है जिनकी मेहनत ने हमारी कहानियों को जीवंत बनाया।'
एमपीए का समर्थन
फिल्म उद्योग की प्रमुख संस्था मोशन पिक्चर एसोसिएशन (MPA) ने भी इस मुकदमे का समर्थन करते हुए कहा, 'मजबूत कॉपीराइट सुरक्षा हमारे उद्योग की रीढ़ है।' MPA अध्यक्ष चार्ल्स रिवकिन ने कहा कि AI को अपनाना जरूरी है लेकिन इसके लिए एक संतुलित दृष्टिकोण आवश्यक है जो बौद्धिक संपदा की रक्षा करे।
पहले भी लगे थे आरोप
यह पहली बार नहीं है जब मिडजर्नी विवादों में आई हो। एक साल पहले, कैलिफोर्निया कोर्ट में 10 कलाकारों द्वारा दायर केस में मिडजर्नी, स्टेबिलिटी AI और अन्य कंपनियों पर कलाकारों के कार्यों का अवैध उपयोग कर अपने सर्वर पर संग्रहीत करने का आरोप लगाया गया था। कोर्ट ने उस केस को आगे बढ़ने की अनुमति दी थी, जो अभी भी प्रक्रिया में है।