एयरपोर्ट सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों से लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अलग ट्रे में रखने को कहा जाता है ताकि X-Ray मशीन हर वस्तु की स्पष्ट इमेज ले सके। यह प्रक्रिया सुरक्षा अधिकारियों को बैग में छिपी खतरनाक या प्रतिबंधित वस्तुएं पहचानने में मदद करती है और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
Airport Security: यात्रियों की सुरक्षा के लिए जरूरी प्रक्रिया: अक्सर फ्लाइट से यात्रा करने वाले लोग सुरक्षा जांच के दौरान लैपटॉप, टैबलेट या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को बैग से अलग रखने के लिए कहते हुए देख सकते हैं। यह प्रक्रिया भारत और दुनिया के एयरपोर्ट्स पर हर फ्लाइट यात्री के लिए लागू होती है। इसका उद्देश्य X-Ray मशीन के माध्यम से बैग में किसी भी खतरनाक या प्रतिबंधित आइटम की पहचान करना और संभावित दुर्घटना या खतरे से यात्रियों को बचाना है। तकनीकी कारणों और सुरक्षा मानकों के चलते यह कदम बेहद जरूरी माना जाता है।
X-Ray मशीन और बैग चेकिंग का विज्ञान
एयरपोर्ट पर बैग की जांच के लिए X-Ray स्कैनर मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। यह मशीन बैग के अंदर रखी वस्तुओं की इमेज निकालती है ताकि सुरक्षा अधिकारी यह पहचान सकें कि कहीं कोई खतरनाक या प्रतिबंधित आइटम तो नहीं है।
लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में धातु, बैटरी और सर्किट होने की वजह से X-Ray में बहुत घने दिखते हैं। इससे बैग के अंदर की बाकी चीजें सही से दिखाई नहीं देतीं। अगर किसी ने लैपटॉप के नीचे या आसपास कोई खतरनाक वस्तु छिपाई हो, तो उसे पकड़ना मुश्किल हो सकता है।
इसलिए, यात्रियों से लैपटॉप अलग ट्रे में रखने को कहा जाता है। इससे X-Ray मशीन को हर वस्तु की स्पष्ट इमेज मिलती है और सुरक्षा अधिकारी आसानी से पहचान सकते हैं कि किसी भी वस्तु के अंदर कोई विस्फोटक या प्रतिबंधित डिवाइस तो नहीं है।
सुरक्षा और तकनीकी कारण
लैपटॉप में लिथियम-आयन बैटरी होती है, जो दबाव या गर्मी में फट सकती है। सुरक्षा जांच के दौरान बैग पास-पास रखे जाते हैं, इसलिए इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स को अलग रखना जरूरी होता है ताकि शॉर्ट सर्किट या तापमान वृद्धि से दुर्घटना न हो।
तकनीक के विकास के साथ अब कुछ देशों में नई पीढ़ी की CT-Scan X-Ray मशीनें लगाई जा रही हैं। ये मशीनें बैग के अंदर की हर चीज़ का 3D व्यू देती हैं। इन मशीनों के आने से यात्रियों को लैपटॉप अलग रखने की जरूरत नहीं रहती। हालांकि, भारत सहित कई देशों में यह सुविधा अभी सभी एयरपोर्ट्स पर उपलब्ध नहीं है।
एयरपोर्ट पर बैग से लैपटॉप निकालने की प्रक्रिया भले ही दिखने में झंझट लगे, लेकिन यह आपके और बाकी यात्रियों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि कोई भी खतरनाक या विस्फोटक डिवाइस सुरक्षा जांच से बच न सके।