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Amazon Sale 2025 से पहले हैकर्स का हमला: नकली वेबसाइट्स और फिशिंग से बढ़ा साइबर खतरा

Amazon Sale 2025 से पहले हैकर्स का हमला: नकली वेबसाइट्स और फिशिंग से बढ़ा साइबर खतरा

Prime Day 2025 से पहले हैकर्स ने 1000+ फर्जी Amazon जैसी वेबसाइट्स बनाई हैं। ये साइट्स ग्राहकों को धोखा देकर उनका डेटा चुराती हैं। खरीदारी करते समय सिर्फ ऑफिशियल वेबसाइट का उपयोग करें और किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।

Amazon Prime Day 2025: शुरुआत होते ही ऑनलाइन बाजार में जबरदस्त खरीदारी का माहौल बन चुका है। हर कोई सस्ती डील्स और लिमिटेड टाइम ऑफर्स का फायदा उठाना चाहता है। लेकिन इस उत्साह के बीच एक नया खतरा भी जन्म ले चुका है — फर्जी वेबसाइट्स और साइबर स्कैम्स की बाढ़। हाल ही में सामने आई एक चौंकाने वाली रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ जून 2025 में ही 1,000 से अधिक नई वेबसाइट्स रजिस्टर हुईं, जो दिखने में बिल्कुल Amazon जैसी हैं, लेकिन असल में ये साइबर ठगी के जाल हैं। आइए जानें कि इस बार हैकर्स कैसे तैयारी करके आए हैं और आप कैसे इनसे बच सकते हैं।

जून में ही 1000+ नकली वेबसाइट्स

साइबर सिक्योरिटी कंपनी Check Point Research की रिपोर्ट के अनुसार, जून 2025 में 1,000 से अधिक Amazon जैसी वेबसाइट्स रजिस्टर की गईं, जिनमें से 87% को पूरी तरह फर्जी या संदिग्ध करार दिया गया है। ये वेबसाइट्स दिखने में बिल्कुल असली Amazon जैसी होती हैं, लेकिन असलियत में ये डिजिटल ठगी का हथियार होती हैं। इन वेबसाइट्स में सामान्यतः Amazon नाम की स्पेलिंग में मामूली गड़बड़ी होती है, जैसे 'Amaazon' या 'Amaz0n'। साथ ही ये वेबसाइट्स .top, .shop, .online, .xyz जैसे अजीब और कम प्रचलित डोमेन का इस्तेमाल करती हैं ताकि ये असली साइट जैसी लगे और लोग धोखा खा जाएं।

Prime Day पर क्यों होते हैं ज्यादा साइबर अटैक?

Prime Day पर ग्राहक जल्दी में रहते हैं और एक भी डील मिस नहीं करना चाहते। इस जल्दबाज़ी का फायदा साइबर अपराधी उठाते हैं। जैसे-जैसे लोग अधिक मात्रा में Amazon पर लॉग इन करते हैं, वैसे-वैसे उनके डेटा चुराने के मौके भी बढ़ते जाते हैं।

हैकर्स के प्रमुख हथियार: डुप्लीकेट साइट्स और फिशिंग मेल्स

हैकर्स के दो मुख्य तरीकों ने इस बार Prime Day को निशाना बनाया है:

1. डुप्लीकेट वेबसाइट्स का निर्माण

ये वेबसाइट्स असली Amazon जैसी दिखती हैं। लॉगिन पेज, चेकआउट सेक्शन, यहां तक कि कस्टमर सपोर्ट सेक्शन तक हूबहू मिलता-जुलता होता है। लेकिन जैसे ही यूज़र लॉगिन करता है या पेमेंट करता है, उसका डेटा हैकर्स के सर्वर पर पहुंच जाता है। इससे यूज़र का पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, और पर्सनल इंफॉर्मेशन खतरे में पड़ जाती है।

2. फिशिंग ईमेल्स

'Order Failed', 'Refund Processed', 'Your Account Suspended' जैसे विषयों वाले ईमेल्स भेजे जा रहे हैं जो Amazon की असली ईमेल्स जैसे लगते हैं। इन ईमेल्स में दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही यूज़र एक फेक लॉगिन पेज पर पहुंचता है, जिससे हैकर्स यूज़र के अकाउंट का एक्सेस ले लेते हैं।

ठगों की टाइमिंग: जब ग्राहक सबसे असुरक्षित होते हैं

साइबर अपराधी जानते हैं कि Prime Day जैसे समय में लोग जल्दबाजी में होते हैं और उन्हें ऑफर्स छोड़ने का डर होता है (FOMO - Fear of Missing Out)। इसी मानसिकता का फायदा उठाकर स्कैमर उन्हें बिना सोचे-समझे क्लिक करने पर मजबूर कर देते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, Prime Day जैसे शॉपिंग फेस्टिवल्स के दौरान साइबर अटैक्स 3 गुना बढ़ जाते हैं। यही कारण है कि यह समय ग्राहकों के लिए जितना फायदेमंद हो सकता है, उतना ही खतरनाक भी।

ऐसे करें खुद की सुरक्षा: आसान टिप्स

आपका एक छोटा सा सतर्क कदम, बड़े नुकसान से बचा सकता है। नीचे दिए गए सुझाव जरूर अपनाएं:

  1. हमेशा amazon.in या amazon.com जैसे ऑफिशियल डोमेन से ही खरीदारी करें।
  2. ईमेल या मैसेज में आए लिंक पर क्लिक करने से पहले यूआरएल को ध्यान से पढ़ें।
  3. Amazon अकाउंट में Two-Factor Authentication (2FA) जरूर एक्टिव करें।
  4. कभी भी 'बहुत अच्छा ऑफर' देखकर तुरंत क्लिक न करें। पहले सोचें।
  5. ब्राउज़र और मोबाइल ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करते रहें।
  6. संदिग्ध वेबसाइट या ईमेल दिखने पर तुरंत cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।

सरकार और साइबर एजेंसियों का अलर्ट

भारत सरकार की CERT-In और NCSC जैसी एजेंसियों ने भी आम लोगों को सावधान किया है कि वे Prime Day जैसे ईवेंट्स के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतें। सोशल मीडिया और ईमेल के माध्यम से जानकारी फैलाने का कार्य भी तेज़ी से हो रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग सुरक्षित रह सकें।

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