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OpenAI ला रहा है AI-पावर्ड ब्राउज़र, Google Chrome को मिलेगी सीधी टक्कर!

OpenAI ला रहा है AI-पावर्ड ब्राउज़र, Google Chrome को मिलेगी सीधी टक्कर!

ओपनएआई जल्द ही एक AI-नेटिव वेब ब्राउज़र लॉन्च कर सकता है जो गूगल क्रोम को टक्कर देगा। यह ब्राउज़र यूज़र्स को प्राकृतिक भाषा में वेब सर्फिंग का स्मार्ट अनुभव देगा और AI-आधारित फीचर्स से लैस होगा।

OpenAI: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में क्रांति लाने वाली कंपनी OpenAI अब इंटरनेट ब्राउज़िंग के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखने जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, OpenAI जल्द ही एक AI-नेटिव वेब ब्राउज़र लॉन्च कर सकता है जो सीधे तौर पर गूगल क्रोम जैसे स्थापित ब्राउज़रों को चुनौती देगा। जहां अब तक ब्राउज़र केवल वेबसाइट एक्सेस और यूजर इंटरफेस तक सीमित थे, वहीं OpenAI का यह नया ब्राउज़र ब्राउज़िंग अनुभव को पूरी तरह से AI-एकीकृत और इंटरैक्टिव बनाने वाला है।

AI के साथ ब्राउज़िंग का नया युग

सूत्रों के अनुसार, OpenAI का यह वेब ब्राउज़र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षमताओं से लैस होगा, जिसमें यूज़र सामान्य चैटबॉट की तरह ब्राउज़र से संवाद कर पाएंगे। आप किसी भी वेबसाइट को खोलने, जानकारी खोजने या यहां तक कि दस्तावेज़ समझने जैसी चीज़ें सिर्फ एक प्राकृतिक भाषा (natural language) कमांड से कर पाएंगे – जैसे आप ChatGPT से बात करते हैं। OpenAI का यह कदम ब्राउज़र टेक्नोलॉजी को 'क्लिक-बेस्ड' सिस्टम से 'कन्वर्सेशन-बेस्ड' सिस्टम की ओर ले जा रहा है।

क्या हो सकते हैं AI-ब्राउज़र के संभावित फ़ीचर्स?

हालांकि अभी तक इस ब्राउज़र के फीचर्स की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन टेक विश्लेषकों का मानना है कि इसमें निम्नलिखित उन्नत सुविधाएं हो सकती हैं:

  • नेचुरल लैंग्वेज सर्च: आप सीधे चैट में कोई प्रश्न पूछेंगे और ब्राउज़र AI के ज़रिए वेबसाइट्स खंगाल कर जवाब देगा।
  • AI-सारांश और हाइलाइट्स: लंबे लेखों या डॉक्यूमेंट्स का संक्षिप्त सारांश।
  • स्मार्ट टैब मैनेजमेंट: AI खुद तय करेगा कौन-से टैब प्रासंगिक हैं और कब उन्हें बंद या खुला रखना है।
  • कॉन्टेक्स्ट बेस्ड ब्राउज़िंग: यूज़र के पिछले व्यवहार और इंटरेस्ट के आधार पर सुझाव।
  • वॉयस कमांड सपोर्ट: ब्राउज़र को बोलकर कंट्रोल किया जा सकता है।

क्यों गूगल को हो सकती है चिंता?

गूगल क्रोम एक दशक से ज्यादा समय से ब्राउज़र मार्केट पर राज कर रहा है। उसका पूरा इकोसिस्टम (सर्च, Gmail, YouTube, Docs आदि) ब्राउज़र से गहराई से जुड़ा हुआ है।

OpenAI का ब्राउज़र गूगल को दो वजहों से चुनौती दे सकता है:

  1. डिफ़ॉल्ट AI इंटीग्रेशन – जहां गूगल अपने AI को ब्राउज़र में धीरे-धीरे जोड़ रहा है, वहीं OpenAI एक पूरी तरह से AI-नेटिव ब्राउज़र लॉन्च करेगा।
  2. डेटा एक्सेस और प्रशिक्षण – AGI (Artificial General Intelligence) की दिशा में आगे बढ़ने के लिए OpenAI को भारी मात्रा में रीयल-वर्ल्ड डेटा चाहिए, और ब्राउज़र इसका प्रमुख स्रोत हो सकता है।

अगर OpenAI अपने ब्राउज़र के साथ एक नया सर्च इंजन भी लॉन्च करता है, तो वह गूगल के लिए और भी बड़ा झटका हो सकता है।

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का मिलन: जॉनी इवे के साथ साझेदारी

एक और दिलचस्प पहलू यह है कि OpenAI, Apple के पूर्व डिज़ाइन प्रमुख जॉनी इवे के स्टार्टअप के साथ मिलकर एक AI-आधारित डिवाइस भी बना रहा है। माना जा रहा है कि यह ब्राउज़र उसी प्रोजेक्ट का हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य है यूज़र के डिजिटल अनुभव को ज्यादा प्राकृतिक और इंटेलिजेंट बनाना।

मार्केट में पहले से मौजूद विकल्प: Dia ब्राउज़र

इस खबर के सामने आने से कुछ ही समय पहले 'The Browser Company' ने अपना AI-बेस्ड वेब ब्राउज़र Dia लॉन्च किया था। Dia एक AI चैटबॉट के साथ आता है जो विभिन्न टैब्स पर नजर रखता है और यूज़र को जानकारी देता है। फिलहाल यह केवल Mac डिवाइसेज़ पर बीटा में उपलब्ध है। OpenAI का ब्राउज़र अगर इससे बेहतर UX और जेनरेटिव AI क्षमता प्रदान करता है, तो यह Dia समेत अन्य ब्राउज़रों को भी पीछे छोड़ सकता है।

कब लॉन्च हो सकता है OpenAI ब्राउज़र?

रिपोर्ट्स के अनुसार, OpenAI अगले कुछ हफ्तों में अपने AI ब्राउज़र को रिलीज़ कर सकता है। हालांकि कंपनी ने अभी तक इसका नाम, यूआई डिटेल्स या लॉन्च डेट को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। परंतु टेक इंडस्ट्री में हलचल तेज़ हो गई है और ऐसा माना जा रहा है कि यह ब्राउज़र एआई की दुनिया में नया मोड़ साबित हो सकता है।

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