क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को उनके शानदार करियर और क्रिकेट में अतुलनीय योगदान के लिए एक बार फिर विशेष सम्मान से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच की शुरुआत से पहले दिया गया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: सचिन तेंदुलकर, जिन्हें दुनियाभर में 'क्रिकेट के भगवान' के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर अपने सम्मान और क्रिकेट के प्रति उनके योगदान के लिए सुर्खियों में हैं। इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर उन्हें विशेष सम्मान दिया गया। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच की शुरुआत से पहले सचिन तेंदुलकर ने पारंपरिक घंटा बजाकर मैच का उद्घाटन किया। इसके अलावा, लॉर्ड्स म्यूजियम में उनके नए पोर्ट्रेट का भी अनावरण किया गया, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर भारी उत्साह देखने को मिला।
लॉर्ड्स के घंटाघर से तेंदुलकर की गूंज
क्रिकेट के सबसे ऐतिहासिक मैदानों में शुमार लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की एक अनोखी परंपरा है—मैच शुरू होने से पहले किसी खास मेहमान द्वारा घंटा बजाना। इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए 10 जुलाई को भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट की शुरुआत से पहले सचिन तेंदुलकर ने यह घंटा बजाया। दर्शकों के बीच मौजूद हजारों फैन्स ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ इस पल का स्वागत किया।
लॉर्ड्स म्यूजियम में पोर्ट्रेट का अनावरण
सचिन को सिर्फ मैच की शुरुआत का सम्मान ही नहीं, बल्कि एक स्थायी सम्मान भी मिला। लॉर्ड्स क्रिकेट म्यूजियम में उनके नए पोर्ट्रेट का अनावरण किया गया। यह सम्मान उन खिलाड़ियों को मिलता है जिन्होंने क्रिकेट के इतिहास में अविस्मरणीय योगदान दिया हो। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इन पलों की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें तेंदुलकर का यह नया चित्र दर्शाया गया है। क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं।
‘एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी’ से पहले आया था सम्मान
इससे पहले पटौदी ट्रॉफी का नाम बदलकर ‘एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी’ रखे जाने की घोषणा ने भी क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी थी। इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन और भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम पर यह ट्रॉफी अब भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले टेस्ट सीरीज की प्रतीक बनेगी। यह फैसला तेंदुलकर के क्रिकेट में योगदान और एंडरसन की गेंदबाजी की महानता को एक साथ सलाम करने के उद्देश्य से लिया गया।
लॉर्ड्स टेस्ट मैच की शुरुआत इंग्लैंड के कप्तान द्वारा टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले से हुई। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए अहम है, क्योंकि यह सीरीज का तीसरा मैच है और दोनों टीमों ने अब तक एक-एक मुकाबला जीतकर बराबरी की स्थिति बनाई है।