Apple जल्द ही अपने Support ऐप में AI चैटबॉट जोड़ सकता है, जो यूज़र्स को ChatGPT जैसे अनुभव के साथ तेज़ और स्मार्ट समाधान देगा।
Apple: जो अपने प्रोडक्ट्स की प्राइवेसी और इनोवेशन को लेकर दुनियाभर में मशहूर है, अब अपने सपोर्ट सिस्टम को भी एआई की ताकत से सशक्त करने की तैयारी में है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, एप्पल अपने Apple Support ऐप में एक नया AI चैटबॉट शामिल करने पर काम कर रहा है। यह चैटबॉट OpenAI के ChatGPT की तरह जनरेटिव एआई तकनीक पर आधारित होगा और यूज़र्स को लाइव एजेंट से संपर्क करने से पहले त्वरित समाधान प्रदान करेगा।
तकनीकी इनोवेशन की दिशा में नया कदम
MacRumors की एक रिपोर्ट के अनुसार, डेवलपर आरोन पेरिस ने Apple Support ऐप के कोड में AI चैटबॉट से जुड़ा प्रमाण खोजा है। हालांकि फिलहाल यह चैटबॉट ऐप में एक्टिव नहीं है, लेकिन कोडिंग के संकेत स्पष्ट करते हैं कि कंपनी इस फीचर को सक्रिय रूप से डेवलप कर रही है। यह कदम दर्शाता है कि एप्पल अब अपने कस्टमर सपोर्ट को भी AI के ज़रिए एक नई ऊंचाई पर ले जाने की तैयारी में है।
लाइव एजेंट से पहले मिलेगा त्वरित समाधान
इस AI चैटबॉट की सबसे खास बात यह है कि यह यूज़र को लाइव एजेंट से संपर्क करने से पहले ही उनके सवालों का जवाब देगा। यानी यदि किसी यूज़र को आईफोन, आईपैड या मैकबुक में कोई तकनीकी दिक्कत आती है, तो वह चैटबॉट से तुरन्त सहायता प्राप्त कर सकता है। इससे यूज़र को कॉल बैक या टेक्स्ट के इंतज़ार की ज़रूरत नहीं होगी, जिससे समय की बचत और अनुभव दोनों बेहतर होंगे।
Siri और iOS में AI के इंटीग्रेशन की रणनीति
हाल ही में एप्पल ने घोषणा की थी कि वह एक 'बोल्ट-ऑन चैटबॉट' नहीं बनाना चाहता, बल्कि अपने सिस्टम में गहराई से एआई को एकीकृत करना चाहता है। फिर भी, यह चैटबॉट इस नीति से थोड़ा भिन्न प्रतीत होता है। हालांकि, इसके पीछे की मंशा यही है कि यूज़र्स को बेहतर और त्वरित अनुभव दिया जाए।
iOS 18 और iOS 26 के डेवलपर बीटा में भी AI की छाप देखी गई है। एप्पल ने Siri के लिए जनरेटिव AI को शामिल करने की योजना बनाई है और 'लिक्विड ग्लास' नामक डिज़ाइन के साथ इंटरफेस में भी बदलाव किए हैं। यह सभी बदलाव इस ओर इशारा करते हैं कि कंपनी अब सिर्फ हार्डवेयर नहीं, बल्कि सॉफ़्टवेयर इनोवेशन पर भी उतनी ही गंभीरता से ध्यान दे रही है।
कौन सा AI मॉडल इस्तेमाल होगा?
फिलहाल रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि एप्पल अपने चैटबॉट के लिए कौन सा AI मॉडल उपयोग करेगा। हालाँकि, यह जनरेटिव एआई आधारित होगा जो यूज़र के प्रश्नों का प्राकृतिक भाषा में उत्तर देगा। यह भी कहा जा रहा है कि यह मॉडल OpenAI, Google Gemini या किसी इन-हाउस डेवलप किए गए मॉडल पर आधारित हो सकता है।
फीचर्स की झलक: अपलोड कर सकेंगे फ़ाइलें और इमेज
एक खास फीचर की बात करें तो यह AI चैटबॉट यूज़र्स को इमेज और डॉक्यूमेंट अपलोड करने की सुविधा भी दे सकता है। उदाहरण के लिए, अगर आपके iPhone की स्क्रीन में कोई गड़बड़ी है, तो आप उसकी फोटो भेज सकते हैं और चैटबॉट उस समस्या को पहचानने की कोशिश करेगा। इसके अलावा, वारंटी, AppleCare+ स्टेटस और मरम्मत के बिलों को वेरिफाई करने में भी यह फीचर मददगार हो सकता है।
पेशेवर सलाह नहीं, लेकिन उपयोगी सहायक
Apple सपोर्ट ऐप में आने वाला यह AI चैटबॉट एक असिस्टेंट की तरह कार्य करेगा, न कि किसी तकनीकी विशेषज्ञ की जगह लेगा। यह यूज़र को शुरुआती सहायता देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इसकी सलाह को पेशेवर तकनीकी सलाह का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए।
एप्पल की गोपनीयता नीति पर असर?
अब जब एप्पल AI आधारित चैटबॉट ला रहा है, तो यूज़र्स की सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर सवाल उठ सकते हैं। हालांकि Apple पहले ही यह साफ कर चुका है कि वह यूज़र्स का डेटा ऑन-डिवाइस प्रोसेस करता है और उनकी निजी जानकारी को क्लाउड में भेजे बिना जवाब तैयार करता है। यह एप्पल की AI रणनीति का सबसे बड़ा यूएसपी है।