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America: इवांका नहीं थीं साथ, मेलानिया ट्रंप ने ब्रिटेन स्टेट विजिट में मंच पर बनाया दबदबा, जानिए पूरा मामला

America: इवांका नहीं थीं साथ, मेलानिया ट्रंप ने ब्रिटेन स्टेट विजिट में मंच पर बनाया दबदबा, जानिए पूरा मामला

अमेरिकी फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप का ब्रिटेन दौरा सफल रहा। इवांका की अनुपस्थिति ने मेलानिया को मंच पर स्वतंत्र और आत्मविश्वासी बनाने का मौका दिया। ट्रंप परिवार में तनाव के बावजूद मेलानिया ने अपनी स्थिति मजबूत की।

Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ ब्रिटेन के दो दिवसीय स्टेट विजिट पर पहुंचे हैं। यह मेलानिया का दूसरा ब्रिटेन दौरा है। पहले दौरे में उनकी सौतेली बेटी इवांका और उनके पति जेयर्ड कुशनर के साथ होने की वजह से मेलानिया का अनुभव अच्छा नहीं रहा था। इस बार मेलानिया पहले से ज्यादा खुश हैं क्योंकि इवांका और जेयर्ड इस दौरे में शामिल नहीं हैं। उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि इस बार मेलानिया पूरी तरह आत्मविश्वास और शांति के साथ सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होंगी।

इवांका और जेयर्ड की अनुपस्थिति का कारण

ट्रंप की पहली बेटी इवांका और उनके पति जेयर्ड कुशनर अब व्हाइट हाउस में आधिकारिक सलाहकार नहीं हैं। इस कारण यह जोड़ी इस दौरे में शामिल नहीं हुई। मेलानिया के करीबी सूत्रों के अनुसार, इवांका के दूर रहने से मेलानिया को मंच पर अपने कार्यक्रम को बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक अंजाम देने का अवसर मिला है।

मेलानिया और इवांका के बीच पुराना तनाव

इतिहासकार मैरी जॉर्डन के अनुसार, मेलानिया और इवांका के बीच लंबे समय से तनाव रहा है। मेलानिया हमेशा अपनी जगह चाहती थीं, जबकि इवांका अक्सर बीच में आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश करती थीं। यह तनाव ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के पहले कार्यकाल से शुरू हुआ और बाद के वर्षों में कई बार सार्वजनिक रूप से दिखाई दिया।

2019 का ब्रिटेन दौरा और विवाद

2019 में ट्रंप का पहला ब्रिटेन दौरा विवादास्पद रहा। इवांका और जेयर्ड ने बकिंघम पैलेस में राष्ट्रपति और मेलानिया के साथ आने के लिए पैरवी की। यह मेलानिया को पसंद नहीं आया और उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सिर्फ राष्ट्रपति और वह ही शामिल हों। इसके कारण उन्होंने इवांका को 'राजकुमारी' उपनाम दिया। यह घटना अमेरिकी मीडिया में भी चर्चा का विषय बनी।

व्हाइट हाउस में शुरुआती दिन और मेलानिया की रणनीति

ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद मेलानिया मैनहट्टन से वाशिंगटन डीसी शिफ्ट हुईं। अपने 10 साल के बेटे बैरन की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए उन्होंने शिफ्टिंग में समय लिया। इस दौरान इवांका ने व्हाइट हाउस के ईस्ट विंग का नाम बदलने का सुझाव दिया, जिससे मेलानिया नाराज हो गईं। इस वजह से दोनों के बीच तनाव और गहरा गया।

इवांका के दूर रहने से मेलानिया को मिली आज़ादी

इवांका अब राजनीति और व्हाइट हाउस के कार्यों से दूर हैं। इस कारण मेलानिया को अंतरराष्ट्रीय दौरे और कार्यक्रमों में स्वतंत्र रूप से अपनी भूमिका निभाने का अवसर मिला है। मेलानिया अब मंच पर खुलकर आत्मविश्वास और शान के साथ दिखाई देंगी। उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि पहले इवांका अक्सर उनके लिए बाधा बनती थीं, अब मेलानिया अपनी जगह पूरी तरह स्थापित कर सकती हैं।

मेलानिया का आत्मविश्वास 

मेलानिया का यह दूसरा ब्रिटेन दौरा अमेरिकी और ब्रिटिश मीडिया में चर्चा का विषय है। डेली मेल सहित कई प्रमुख अखबारों ने इसे प्रमुख हेडलाइन बनाया है। इवांका की अनुपस्थिति ने मेलानिया को सार्वजनिक रूप से अपने अधिकार और स्थान को स्थापित करने का अवसर दिया है।

मेलानिया और इवांका के बीच का तनाव केवल सार्वजनिक कार्यक्रमों तक ही सीमित नहीं था। यह परिवार के निजी जीवन और व्हाइट हाउस में ऑफिस पॉलिटिक्स तक फैला हुआ था। मेलानिया ने हमेशा अपने परिवार और बेटे बैरन की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए। इवांका और जेयर्ड के बीच सत्ता और प्रोटोकॉल को लेकर विवाद कई बार सामने आया।

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