अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (FBI) के निदेशक काश पटेल ने दावा किया है कि मिशिगन में एक संभावित आतंकी हमले को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया है। उनके अनुसार, हैलोवीन सप्ताह के दौरान कुछ संदिग्ध आतंकियों द्वारा हमले की साजिश रची जा रही थी।
US: हैलोवीन के त्योहार के दौरान अमेरिका में एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को एफबीआई ने नाकाम करने का दावा किया है। अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी Federal Bureau of Investigation (FBI) के निदेशक काश पटेल (Kash Patel) ने शुक्रवार को कहा कि मिशिगन राज्य में हैलोवीन सप्ताह पर हमला करने की योजना बना रहे कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह हमला किस प्रकार का होने वाला था या इसमें कितने लोग शामिल थे। एफबीआई का कहना है कि यह साजिश इस्लामिक स्टेट (ISIS) की विचारधारा से प्रेरित लग रही है और जांच फिलहाल जारी है।
एफबीआई ने दी आधिकारिक जानकारी
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक बयान साझा करते हुए लिखा:
'आज सुबह एफबीआई ने मिशिगन में एक संभावित आतंकी हमले को नाकाम कर दिया है। इस अभियान के दौरान कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जो कथित रूप से हैलोवीन सप्ताह पर एक हिंसक हमला करने की साजिश रच रहे थे। एफबीआई और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की टीमों को मैं धन्यवाद देता हूं जो दिन-रात देश की सुरक्षा में जुटी हैं।'
पटेल ने आगे कहा कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही अधिक विवरण साझा किया जाएगा।
कहां हुई कार्रवाई?

एफबीआई ने मिशिगन राज्य के डियरबोर्न (Dearborn) इलाके में यह ऑपरेशन अंजाम दिया। यह इलाका अमेरिका में अरब-अमेरिकी मूल के लोगों की बड़ी आबादी के लिए जाना जाता है और यहीं फोर्ड मोटर कंपनी (Ford Motor Company) का मुख्यालय भी स्थित है। स्थानीय पुलिस ने पुष्टि की कि शुक्रवार सुबह एफबीआई की टीम ने यहां छापेमारी की और संदिग्धों को हिरासत में लिया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि कार्रवाई कितने स्थानों पर हुई और गिरफ्तार लोगों की संख्या क्या है।
विभिन्न अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एफबीआई को कुछ हफ्ते पहले एक ऑनलाइन चैट रूम से सूचना मिली थी, जिसमें कुछ युवा संदिग्ध हैलोवीन सप्ताह के दौरान हमले की चर्चा कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार, यह बातचीत हिंसा और धार्मिक कट्टरता (Extremism) से प्रेरित थी। एफबीआई की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि:
- संदिग्धों के कुछ सदस्य कथित तौर पर ऑनलाइन ISIS समर्थक समूहों से संपर्क में थे।
- बातचीत में उन्होंने “हैलोवीन नाइट” पर हमला करने की योजना का जिक्र किया था।
- एफबीआई ने डिजिटल ट्रैकिंग और साइबर मॉनिटरिंग के ज़रिए इन लोगों की पहचान की।
- एफबीआई की समय रहते की गई कार्रवाई ने एक संभावित बड़े आतंकी हमले को रोका।
एफबीआई और U.S. Department of Justice ने संयुक्त रूप से इस मामले की जांच शुरू कर दी है। मिशिगन राज्य पुलिस भी इस अभियान में शामिल रही।











