सीपी राधाकृष्णन देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। उपराष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने जोरदार जीत हासिल की। उन्होंने इंडियन अलायंस के कैंडिडेट बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों के अंतर से हराया।
नई दिल्ली: भारत में अब तक 14 उपराष्ट्रपति रह चुके हैं और हाल ही में सीपी राधाकृष्णन (C. P. Radhakrishnan) देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। एनडीए के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने इंडी अलायंस के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों के अंतर से हराकर बड़ी जीत दर्ज की।
यह चुनाव 9 अगस्त 2022 को नहीं बल्कि 2025 में हुआ, जिसमें कुल 781 में से 767 वोट डाले गए और 752 वैध वोट पड़े। सीपी राधाकृष्णन को 452 प्रथम वरीयता वोट मिले जबकि सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए। सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु से आते हैं और उनकी जीत के बाद दक्षिण भारत में खासा उत्साह देखा गया। दिल्ली से लेकर तमिलनाडु तक समर्थकों ने उनकी जीत का जश्न मनाया।
मुस्लिम उपराष्ट्रपति कितनी बार बने?
भारत में अब तक कुल 15 उपराष्ट्रपतियों में से 3 मुस्लिम रहे हैं। इनमें मोहम्मद हिदायतुल्ला, मोहम्मद हामिद अंसारी और अन्य शामिल हैं। यह तथ्य भारत की विविधता और लोकतांत्रिक व्यवस्था में विभिन्न समुदायों की भागीदारी का संकेत देता है। अब तक भारत में एक भी महिला उपराष्ट्रपति नहीं बन पाई है। 2007 में नजमा हेपतुल्ला एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार थीं, लेकिन वह चुनाव हार गईं। हालांकि राष्ट्रपति के रूप में प्रतिभा पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं, लेकिन उपराष्ट्रपति पद पर अब तक किसी महिला को सेवा का मौका नहीं मिला।
इतिहास बताता है कि अब तक छह उपराष्ट्रपति दक्षिण भारत के राज्यों – आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल – से चुने गए हैं। यह क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व दर्शाता है कि उपराष्ट्रपति पद पर देश के विभिन्न हिस्सों का संतुलित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने का प्रयास रहा है।
क्र. सं. | उपराष्ट्रपति | कार्यकाल (से) | कार्यकाल (तक) |
1 | डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन | 13 मई 1952 | 12 मई 1962 |
2 | डॉ. जाकिर हुसैन | 13 मई 1962 | 12 मई 1967 |
3 | वराहगिरि वेंकट गिरी | 13 मई 1967 | 20 जुलाई 1969 |
4 | गोपाल स्वरूप पाठक | 31 अगस्त 1969 | 30 अगस्त 1974 |
5 | बसप्पा दानप्पा जट्टी | 31 अगस्त 1974 | 30 अगस्त 1979 |
6 | जस्टिस मोहम्मद हिदायतुल्लाह | 31 अगस्त 1979 | 30 अगस्त 1984 |
7 | रामास्वामी वेंकटरमन | 31 अगस्त 1984 | 24 जुलाई 1987 |
8 | शंकर दयाल शर्मा | 7 सितंबर 1987 | 24 जुलाई 1992 |
9 | कोचेरिल रमन नारायणन | 21 अगस्त 1992 | 24 जुलाई 1997 |
10 | कृष्ण कांत | 21 अगस्त 1997 | 27 जुलाई 2002 |
11 | भैरों सिंह शेखावत | 19 अगस्त 2002 | 21 जुलाई 2007 |
12 | मोहम्मद हामिद अंसारी | 11 अगस्त 2007 | 10 अगस्त 2017 |
13 | एम वेंकैया नायडू | 11 अगस्त 2017 | 11 अगस्त 2022 |
14 | जगदीप धनखड़ | 11 अगस्त 2022 | 21 जुलाई 2025 |
किसके पास सबसे लंबा कार्यकाल रहा?
उपराष्ट्रपति पद पर सेवा देने वाले 14 नेताओं में से सबसे अधिक समय दो नेताओं ने बिताया –
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन – जिन्होंने 1952 से 1962 तक लगातार 10 वर्षों तक सेवा दी।
- मोहम्मद हामिद अंसारी – जिन्होंने 2007 से 2017 तक 10 वर्षों तक उपराष्ट्रपति का कार्यभार संभाला।
दोनों नेताओं ने अपने लंबे कार्यकाल में न केवल संसदीय परंपराओं को मजबूती दी बल्कि संवैधानिक प्रक्रियाओं को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया। भारत का उपराष्ट्रपति सीधे जनता द्वारा नहीं चुना जाता। संविधान के अनुच्छेद 66 के तहत, उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा – के सभी सदस्यों द्वारा किया जाता है, चाहे वे निर्वाचित हों या नामांकित। चुनाव गुप्त मतदान के आधार पर होता है और प्रथम वरीयता प्रणाली का उपयोग किया जाता है।