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Bihar Election: VIP प्रमुख मुकेश सहनी चुनाव से दूर, RJD के साथ सीट शेयरिंग पर बनी सहमति

Bihar Election: VIP प्रमुख मुकेश सहनी चुनाव से दूर, RJD के साथ सीट शेयरिंग पर बनी सहमति

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले बड़ी खबर सामने आई है। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर डील हुई है, जिसके तहत वीआईपी को 15 सीटें, एक राज्यसभा और एक एमएलसी सीट मिली है।

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। नामांकन की आखिरी तारीख नजदीक आने के साथ ही उम्मीदवारों की सूची लगभग तय हो चुकी है। इस बीच बड़ी खबर सामने आई है कि विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, महागठबंधन (Mahagathbandhan) के अंदर एक अहम राजनीतिक डील तय हुई है, जिसके बाद सहनी ने चुनावी मैदान से खुद को दूर रखने का फैसला लिया है।

चुनावी समर से पहले बड़ा फैसला

बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को होना है। इसके लिए 17 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख तय की गई थी। अलग-अलग दलों के नेता और उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर चुके हैं। इसी बीच वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के नामांकन न करने की खबर ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।

सहनी, जिन्हें "सन ऑफ मल्लाह" के नाम से भी जाना जाता है, बिहार की राजनीति में पिछड़े और मल्लाह समुदाय के बड़े नेता माने जाते हैं। उनका चुनाव न लड़ना महागठबंधन के अंदर किसी बड़े राजनीतिक समीकरण की ओर इशारा कर रहा है।

महागठबंधन में क्या डील हुई?

सूत्रों के मुताबिक, राजद (RJD) और वीआईपी (VIP) के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अब पूरी तरह से तय हो गई है। समझौते के अनुसार, मुकेश सहनी की पार्टी 15 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा, उन्हें 1 राज्यसभा (Rajya Sabha) और 1 विधान परिषद (MLC) की सीट भी दी जाएगी।

सबसे दिलचस्प बात यह है कि अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है, तो मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम (Deputy CM) पद की पेशकश की गई है। यही कारण बताया जा रहा है कि उन्होंने खुद चुनाव न लड़ने का फैसला लिया ताकि पूरी ताकत से अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने में ध्यान लगा सकें।

तेजस्वी यादव और सहनी की मुलाकात के बाद बनी बात

जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और राजद नेता तेजस्वी यादव के बीच लगातार बातचीत चल रही थी। दोनों नेताओं के बीच कई दौर की बैठकों के बाद सीटों को लेकर सहमति बनी। बताया जा रहा है कि इस बार तेजस्वी यादव ने सहनी को सम्मानजनक हिस्सेदारी देने का भरोसा दिया, जिसके बाद मतभेद खत्म हो गए।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी यादव ने सहनी को भरोसा दिलाया है कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद उन्हें बड़ा रोल दिया जाएगा। यह डील न केवल चुनावी रणनीति का हिस्सा है बल्कि सामाजिक समीकरण को भी ध्यान में रखकर की गई है।

आरजेडी ने छोड़ी गौरा बौराम सीट

राजद ने दरभंगा जिले की गौरा बौराम विधानसभा सीट वीआईपी पार्टी के लिए छोड़ दी है। पहले माना जा रहा था कि इस सीट से खुद मुकेश सहनी नामांकन दाखिल करेंगे। लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपने भाई सुनील सहनी को उम्मीदवार बनाया।

सुनील सहनी ने गुरुवार दोपहर नामांकन दाखिल किया, जबकि इससे कुछ घंटे पहले तक यह चर्चा थी कि खुद मुकेश सहनी मैदान में उतरेंगे। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, यह फैसला महागठबंधन के अंदर बने बड़े समीकरण का हिस्सा है, जहां सीटों के साथ-साथ भविष्य की भूमिका को लेकर भी सहमति बनी है।

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