आईटी कंपनी Wipro के शेयर 17 अक्टूबर को सितंबर तिमाही नतीजों के बाद 4.5% गिरकर 242.8 रुपये पर आ गए। ब्रोकरेज फर्मों की राय बंटी हुई है-नोमुरा ने ‘Buy’ रेटिंग दी है जबकि जेफरीज ने ‘अंडरपरफॉर्म’ बताया है। इस साल अब तक शेयर में लगभग 19.25% की गिरावट दर्ज हुई है।
Wipro Shares: मुंबई में आईटी दिग्गज Wipro के शेयर 17 अक्टूबर को सितंबर तिमाही (Q2FY26) नतीजों के बाद 4.5% गिरकर 242.8 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट्स (ADRs) में भी 2.5% की गिरावट आई। ब्रोकरेज फर्मों की राय विभाजित रही- नोमुरा ने 280 रुपये के टारगेट के साथ ‘Buy’ रेटिंग दी, जबकि जेफरीज ने 220 रुपये का टारगेट देकर ‘अंडरपरफॉर्म’ बताया। इस साल अब तक शेयर में लगभग 19.25% की गिरावट आई है।
तिमाही नतीजे
Wipro ने अपने सितंबर तिमाही के नतीजे गुरुवार शाम बाजार बंद होने के बाद जारी किए। इसके बाद अमेरिकी शेयर बाजार में सूचीबद्ध अमेरिकी डिपॉजिटरी रिसीट्स (ADRs) में भी रातोंरात 2.5% की गिरावट देखी गई। तिमाही के आंकड़ों के अनुसार कंपनी ने अधिकांश मापदंडों पर अपेक्षाओं के अनुरूप प्रदर्शन किया।
Wipro के शेयर को कवर करने वाले 46 में से केवल 13 एनालिस्ट्स ने खरीदारी की सलाह दी है। वहीं 16 एनालिस्ट्स ने इसे बेचने की सिफारिश की, जबकि 18 एनालिस्ट्स ने होल्ड करने की सलाह दी। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म नोमुरा (Nomura) ने शेयर पर अपनी ‘Buy’ रेटिंग बनाए रखी है और 280 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। यह मौजूदा स्तर से लगभग 10% की बढ़त का संकेत देता है।
Nomura की राय
नोमुरा का कहना है कि कंपनी के डील विन्स मजबूत बने हुए हैं और EBIT मार्जिन को सीमित दायरे में बनाए रखने की प्रतिबद्धता दिख रही है, भले ही कुछ हेडविंड्स मौजूद हों। नोमुरा के अनुसार FY27 के लिए विप्रो का डिविडेंड यील्ड 4% है और शेयर अपने FY27 अनुमानित अर्निंग्स प्रति शेयर (EPS) के 19.8 गुना वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहा है।
Jefferies की रेटिंग
वहीं, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने विप्रो के शेयर के लिए 'अंडरपरफॉर्म' की रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 220 रुपये रखा है। इसका मतलब मौजूदा स्तर से लगभग 13% की गिरावट की संभावना बताई जा रही है। Jefferies ने कहा कि 120 करोड़ रुपये के एकमुश्त खर्च को छोड़कर, सितंबर तिमाही के नतीजे अनुमान के अनुरूप रहे हैं। हालांकि मजबूत डील बुकिंग भविष्य में सुधार का संकेत देती है।
Jefferies ने FY26 से FY28 के बीच कंपनी की EPS ग्रोथ केवल 3% CAGR रहने का अनुमान लगाया है। इसके साथ 3% डिविडेंड यील्ड जोड़ने पर भी स्टॉक का रिस्क-रिवॉर्ड प्रोफाइल अब निवेशकों के लिए आकर्षक नहीं रहा।
शेयरों का मौजूदा हाल
सुबह 10 बजे के करीब, विप्रो के शेयर 4.57 फीसदी की गिरावट के साथ 242.21 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में करीब 19.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। निवेशक और विशेषज्ञ इस गिरावट के बाद कंपनी की भविष्य की रणनीति और तिमाही प्रदर्शन पर नजर रखे हुए हैं।
निवेशकों के लिए संकेत
कंपनी के तिमाही नतीजे उम्मीद के अनुरूप या उससे थोड़े ऊपर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मजबूत डील बुकिंग और भविष्य में उभरती परियोजनाएं लंबी अवधि में कंपनी के लिए सकारात्मक साबित हो सकती हैं। वहीं, कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने शेयर के लिए किफायती रेटिंग दी है और इसे वर्तमान स्तर पर जोखिम भरा माना है।