बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए साल के पहले दिन अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा (बिहार) का दौरा किया। यहां उन्होंने अपनी माता-पिता और पत्नी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर बिहार के नव नियुक्त राज्यपाल ने भी कल्याण बिगहा का दौरा किया और मुख्यमंत्री के परिवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पटना: बिहार में कुछ दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। इस पर जदयू और राजद की तरफ से अलग-अलग दावे किए गए हैं। इस बीच, 2025 के पहले दिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी माता-पिता और पत्नी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नववर्ष के मौके पर बिहारवासियों के लिए दो पृष्ठों का पत्र लिखकर सभी को नए साल की शुभकामनाएं दी।
नए साल पर सीएम नीतीश कुमार ने पैतृक गांव का किया दौरा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को अपनी माता स्व. परमेश्वरी देवी की पुण्यतिथि के अवसर पर अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा स्थित कविराज रामलखन सिंह स्मृति वाटिका में जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा, उन्होंने अपने पिता कविराज रामलखन सिंह और धर्मपत्नी स्व. मंजू सिन्हा की प्रतिमाओं पर भी माल्यार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के बड़े भाई सतीश कुमार, पुत्र निशांत कुमार और अन्य स्वजनों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी मुख्यमंत्री के दिवंगत स्वजनों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, विधायक डा. जितेन्द्र कुमार, कौशल किशोर, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी सहित कई अन्य सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने इसके बाद कल्याण बिगहा स्थित भगवती मंदिर (देवी स्थान) में पूजा अर्चना की और राज्य की सुख, शांति तथा समृद्धि की कामना की। इसके साथ ही, उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा और उनकी समस्याओं को सुना।
तेजस्वी यादव ने जनता को पत्र लिखकर दी नए साल की बधाई

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नववर्ष के मौके पर बिहारवासियों के नाम एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने शुभकामनाएं दीं और 2025 को बिहार की विकास गाथा के इतिहास में एक अहम वर्ष के रूप में याद करने का विश्वास जताया। तेजस्वी यादव ने कहा कि वर्ष 2025 बिहार में बदलाव और नए बिहार के निर्माण की नींव रखने वाला साल होगा, और उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि बिहार को उस मुकाम पर पहुंचाया जाएगा जहां प्रगति और उन्नति का सूरज निकट दिखेगा।
अपने पत्र में तेजस्वी यादव ने बापू के प्रिय भजन की पंक्तियों (ईश्वर अल्लाह तेरे नाम, सबको सन्मति दे भगवान) के साथ अपने संदेश का समापन किया। उन्होंने यह भी कहा कि जनता की सरकार आने पर घर-घर से स्मार्ट मीटर हटा दिए जाएंगे, और हर घर को 200 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी। इसके अलावा, तेजस्वी ने बेरोजगारी का अंधेरा खत्म करने और रोजगार के नए अवसरों को उत्पन्न करने का वादा किया।
बिहार की राजनीति में सियासी हलचलें तेज

बिहार की राजनीति में इन दिनों सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। जदयू और एनडीए ने नए साल 2025 के विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने का दावा किया है। वहीं, राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह कहकर माहौल में और गर्मी बढ़ा दी है कि नीतीश कुमार के लिए आईएनडीआईए (INDIA) के दरवाजे बंद हैं।
बीते कुछ दिनों से बिहार में सियासी अटकलों का बाजार गर्म था, खासकर जब यह अफवाह फैली कि नीतीश कुमार एनडीए से नाराज हैं। इस स्थिति ने बिहार की राजनीति में नए बदलाव की संभावना को जन्म दिया है। अब यह देखना होगा कि आने वाले समय में बिहार की राजनीति में किस तरह का बदलाव देखने को मिलता है और क्या इस सियासी उथल-पुथल से कोई नया गठबंधन या सरकार बनती हैं।











