बिहार के लखीसराय जिले में एक शिक्षक ने सहकर्मी शिक्षिका को प्रेम जाल में फंसाकर संबंध बनाए और दूरी बनाने पर उसका अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी गई।
लखीसराय: बिहार के लखीसराय जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक चंदन कुमार द्वारा कथित अश्लील वीडियो और फोटो वायरल करने के मामले ने शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मचा दिया। घटना तब सामने आई जब शिक्षक ने अपनी साथ काम करने वाली शादीशुदा शिक्षिका को प्रेम जाल में फंसाकर शारीरिक संबंध बनाए और बाद में शिक्षिका ने उनसे दूरी बनाने का फैसला किया।
शिक्षिका के आवेदन के आधार पर पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शिक्षक चंदन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में शिक्षा विभाग ने भी संज्ञान लिया है और आगे की जांच में सहयोग का आश्वासन दिया है।
शिक्षाका के दूरी बनाने पर अश्लील वीडियो वायरल
जानकारी के अनुसार, शिक्षक चंदन कुमार ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) लखीसराय में आवासीय प्रशिक्षण के दौरान शिक्षिका से संपर्क स्थापित किया। उन्होंने उसे विभागीय कार्य में मदद, ट्रांसफर और अन्य प्रलोभन देकर प्रेम जाल में फंसाया।
जब शिक्षिका ने आरोपी से दूरी बनानी शुरू की, तो चंदन कुमार ने कथित तौर पर उनके अश्लील वीडियो और फोटो शिक्षिका के पति के मोबाइल पर भेज दिए और सोशल मीडिया पर भी अपलोड कर दिए। इसके बाद शिक्षिका ने कबैया थाना में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के बाद आरोपी शिक्षक गिरफ्तार
शिकायत के अनुसार, शिक्षिका और उनके पति 9 अक्टूबर की सुबह आरोपी के घर पहुंचे और मामले को सुलझाने की कोशिश की। लेकिन आरोपी चंदन के पिता और भाई ने गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद पीड़ित दंपति को वहां से भगा दिया गया।
थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि इस मामले में लिखित शिकायत के आधार पर फिर से मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया और मामले की पूरी जांच शुरू कर दी है।
शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया संज्ञान
घटना के बाद शिक्षा विभाग ने भी संज्ञान लिया है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसे मामलों में शिक्षक और कर्मचारियों के आचार संहिता उल्लंघन की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन ने स्कूल और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया है ताकि किसी अन्य शिक्षक या छात्रा को किसी तरह की धमकी या प्रलोभन का सामना न करना पड़े।