बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान जारी है। सुबह 9 बजे तक औसत मतदान 13.13% रहा। बेगूसराय और मुजफ्फरपुर में अधिक वोटिंग, जबकि पटना में turnout कम दर्ज किया गया।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरुवार सुबह शुरू हो गया है। सुबह 9 बजे तक कुल औसत मतदान 13.13 प्रतिशत दर्ज किया गया। इस चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है। भारत निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है। पहली बार राज्य के सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है ताकि किसी भी स्थिति पर नियंत्रण कक्ष से तुरंत निगरानी की जा सके।
कहां हुए सबसे अधिक मतदान
सुबह के पहले दो घंटों में बेगूसराय और मुजफ्फरपुर ने मतदान प्रतिशत के मामले में बढ़त दिखाई। बेगूसराय में 14.60 प्रतिशत और मुजफ्फरपुर में 14.38 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। वहीं सहरसा में 15.27 प्रतिशत, वैशाली में 14.30 प्रतिशत और खगड़िया में 14.15 प्रतिशत वोटिंग हुई। इन जिलों में ग्रामीण क्षेत्र अधिक होने के कारण लोग सुबह के समय ही मतदान केंद्रों पर पहुंच रहे हैं।
इसके विपरीत राजधानी पटना में सुबह 9 बजे तक सिर्फ 11.22 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ, जिसे अब तक का सबसे कम प्रतिशत माना गया। प्रशासन ने मतदान बढ़ाने के लिए जागरूकता संदेश, घोषणाएं और सोशल मीडिया अपील जारी की है।
प्रत्याशी और सीटों की स्थिति
पहले चरण में होने वाले मतदान में कुल 121 सीटें शामिल हैं, जिनमें 102 सामान्य सीटें हैं और 19 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण में कुल 3 करोड़ 75 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे और 1314 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा।

इस चरण में कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा सहित सरकार के कई मंत्री इसी चरण में मैदान में हैं। दूसरी ओर महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के क्षेत्र राघोपुर में भी मतदान आज ही हो रहा है।
मतदान का समय
संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए कुछ विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का समय एक घंटे कम कर दिया गया है। इन क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे शुरू होकर शाम 5 बजे तक संपन्न होगा। अन्य सभी क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित है।
सुरक्षा के लिए कुल साढ़े चार लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें केंद्रीय सुरक्षा बलों की 1500 कंपनियां, बिहार पुलिस, बीएसएपी, होमगार्ड, प्रशिक्षु सिपाही और चौकीदार शामिल हैं। नेपाल सीमा और उत्तर प्रदेश से सटी सीमाओं पर विशेष चौकसी बढ़ा दी गई है।
मतदान केंद्रों की व्यवस्था
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। मतदाता या आम जनता किसी भी गड़बड़ी की शिकायत नियंत्रण कक्ष में दर्ज करा सकते हैं। मतदान केंद्रों पर मोबाइल फोन बाहर रखने के लिए विशेष किट उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि मतदान कक्ष में अनुशासन बना रहे।
कई मतदान केंद्र ऐसे भी हैं जहां संचालन की जिम्मेदारी महिलाओं और दिव्यांगजन के हाथों में है। 926 मतदान केंद्रों का संचालन महिला स्टाफ और 107 मतदान केंद्रों का संचालन दिव्यांग कर्मियों द्वारा किया जा रहा है। इन केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र (Model Polling Station) की श्रेणी में रखा गया है, ताकि मतदान का अनुभव सहज और सम्मानजनक रहे।
कौन-कौन से जिले पहले चरण में शामिल
पहले चरण में जिन जिलों में वोटिंग हो रही है उनमें मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर शामिल हैं। इन जिलों में मतदान केंद्रों की संख्या, भूगोल और सुरक्षा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग उपाय लागू किए गए हैं।













