बाबा रामदेव की अगुवाई में चलने वाली पतंजलि फूड्स एक बार फिर से शेयर बाजार में सुर्खियों में है। बीते 7 कारोबारी दिनों में कंपनी के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। शुक्रवार, 18 जुलाई को कमजोर बाजार के बावजूद पतंजलि फूड्स का शेयर 2% से ज्यादा चढ़कर ₹1,944.90 के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गया। यह लगातार पांचवां दिन था जब शेयर में तेजी दर्ज की गई।
सिर्फ एक हफ्ते में शेयर ने 17% की छलांग लगाई है। यह तेजी तब आई है जब कंपनी ने निवेशकों के लिए बड़ा ऐलान करते हुए 2:1 के रेशियो में बोनस शेयर देने की सिफारिश की है।
2:1 बोनस का मतलब क्या है?
पतंजलि फूड्स के बोर्ड ने 17 जुलाई 2025 को हुई बैठक में 2:1 बोनस शेयर का प्रस्ताव रखा। इसका मतलब है कि जिन निवेशकों के पास 1 शेयर होगा, उन्हें 2 अतिरिक्त शेयर मुफ्त में मिलेंगे। यानी जिनके पास 100 शेयर हैं, उन्हें 200 और मिलेंगे। यह बोनस कंपनी के रिजर्व से दिया जाएगा और इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी जरूरी होगी। रिकॉर्ड डेट की घोषणा जल्द की जाएगी, जिस दिन तक जिनके पास शेयर होंगे, उन्हें ही बोनस का फायदा मिलेगा।
कंपनी का मजबूत FMCG पोर्टफोलियो
पहले पतंजलि फूड्स सिर्फ एडिबल ऑयल (खाद्य तेल) के कारोबार तक सीमित थी। तब यह रुचि सोया के नाम से जानी जाती थी। लेकिन अब पतंजलि आयुर्वेद से कई एफएमसीजी ब्रांड्स को खरीदने के बाद कंपनी ने अपने कारोबार का दायरा काफी बढ़ा लिया है।
अब यह बिस्किट, नूडल्स, न्यूट्रास्युटिकल्स, घी, शहद, दलिया, और न्यूट्रिशन से जुड़े कई प्रोडक्ट्स भी बनाती है। इससे कंपनी को विभिन्न सेगमेंट्स से कमाई होती है और कारोबार ज्यादा स्थिर बना रहता है।
तेल के कारोबार में अब भी मजबूत पकड़
पतंजलि फूड्स आज भी भारत की ब्रांडेड कुकिंग ऑयल मार्केट में दूसरा सबसे बड़ा खिलाड़ी है। पाम ऑयल में इसका पहला स्थान है और सोया ऑयल में दूसरा। सोया प्रोटीन के बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 35% से 40% के बीच है, जिससे यह सेगमेंट में मार्केट लीडर बनी हुई है।
बिस्किट और ओरल केयर में चौथे नंबर पर
एफएमसीजी की बाकी कैटेगरी में भी कंपनी तेजी से आगे बढ़ रही है। पतंजलि फूड्स अब भारत के बिस्किट और ओरल केयर मार्केट में चौथे नंबर पर पहुंच चुकी है। इससे साफ है कि कंपनी अब सिर्फ आयुर्वेद या तेलों की कंपनी नहीं रही, बल्कि यह एक बहु-सेगमेंट FMCG दिग्गज बन चुकी है।
कंपनी की बुनियाद और विस्तार
पतंजलि फूड्स की बुनियाद 1986 में पड़ी थी, जब इसे रुचि सोया के नाम से जाना जाता था। 2019 में इसे पतंजलि ग्रुप ने खरीदा और इसके बाद से कंपनी में बड़े स्तर पर बदलाव हुआ। नए प्रोडक्ट्स जोड़े गए, प्रोडक्शन बढ़ाया गया और मार्केटिंग पर भी ध्यान दिया गया।
अब कंपनी देश के कई राज्यों में उत्पादन इकाइयों के साथ काम कर रही है और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपने पैर फैलाने की तैयारी कर रही है।
बोनस शेयर से निवेशकों में बढ़ा भरोसा
कंपनी के शेयर में जो उछाल देखने को मिल रहा है, उसकी बड़ी वजह निवेशकों का भरोसा है। बोनस शेयर केवल एक इनाम नहीं है, बल्कि यह इस बात का संकेत भी है कि कंपनी के पास अच्छा रिजर्व और आय है, जिसे वह शेयरधारकों के साथ बांटना चाहती है।
रिकॉर्ड डेट और मंजूरी का इंतजार
हालांकि फिलहाल बोनस शेयर का प्रस्ताव बोर्ड स्तर पर पास हुआ है, लेकिन इसे शेयरधारकों की मंजूरी मिलना बाकी है। साथ ही, रिकॉर्ड डेट की घोषणा भी जल्द की जाएगी। जब ये दोनों प्रक्रिया पूरी हो जाएंगी, तभी निवेशकों को बोनस शेयर मिल पाएंगे।
शेयर बाजार में मजबूत प्रदर्शन
पिछले एक साल में पतंजलि फूड्स के शेयर ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। जहां एक तरफ बाजार में अस्थिरता बनी हुई है, वहीं इस शेयर ने अपनी स्थिरता और भरोसे को कायम रखा है। अब जब यह अपने ऑल टाइम हाई ₹2,030 के करीब पहुंच रहा है, तो बाजार की नजरें एक बार फिर इस पर टिक गई हैं।
मुनाफा और बिक्री में सुधार
पिछली तिमाही में भी कंपनी के नतीजे अच्छे रहे। बिक्री और मुनाफा दोनों में सुधार हुआ है। इससे निवेशकों को यह भरोसा मिल रहा है कि कंपनी के फंडामेंटल्स मजबूत हैं और यह लंबी दौड़ का खिलाड़ी बन चुकी है।