हिंदू ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की युति विशेष महत्व रखती है। जब तीन प्रभावशाली ग्रह एक ही राशि में एक साथ आ जाते हैं, तो वह योग विशेष फलदायी माना जाता है। ठीक ऐसा ही एक अत्यंत दुर्लभ योग 15 जून 2025 को बनने जा रहा है, जिसे 'ब्रह्मा आदित्य योग' कहा जा रहा है। इस दिन सूर्य का गोचर वृषभ से मिथुन राशि में होगा और वह यहां पहले से स्थित बुध और गुरु के साथ त्रिग्रही युति बनाएंगे।
क्या होता है ब्रह्मा आदित्य योग?
ब्रह्मा आदित्य योग तब बनता है जब सूर्य (आत्मा और तेज का प्रतीक), बुध (बुद्धि और वाणी का कारक) और गुरु (ज्ञान, धर्म और विस्तार का प्रतिनिधि) एक साथ एक ही राशि में आ जाते हैं। इस योग का प्रभाव बहुत ही शुभ और व्यापक माना जाता है। यह न केवल व्यक्तिगत जीवन को बल्कि सामाजिक, व्यावसायिक और मानसिक स्तर पर भी बदलाव लाता है।
इस योग को ‘ब्रह्मा आदित्य’ नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसमें ब्रह्मा (सृजन के देवता) की शक्ति का समावेश होता है, जिससे नए आरंभ और रचनात्मकता को बल मिलता है। आइए जानते हैं कि यह त्रिग्रही ब्रह्मा आदित्य योग किन राशियों के लिए दिव्य वरदान लेकर आया है।
मिथुन राशि – जीवन में आएगा आत्मविश्वास और प्रसिद्धि का सूर्योदय
मिथुन राशि में ही यह त्रिग्रही योग बन रहा है, इसलिए इस राशि के जातकों को इसका सबसे अधिक लाभ मिलेगा। सूर्य, गुरु और बुध का एक साथ आपकी राशि में आना, आपको मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से प्रबल बनाएगा।
- आत्मविश्वास में जबरदस्त वृद्धि होगी, जिससे लंबे समय से रुके कार्य भी सहजता से पूरे होंगे।
- प्रोफेशनल क्षेत्र में चमत्कारी परिणाम देखने को मिल सकते हैं। कुछ जातकों को पदोन्नति या नौकरी में बेहतर अवसर मिल सकते हैं।
- जो लोग कला, लेखन, गायन या अभिनय जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में हैं, उनके लिए यह समय स्वर्णिम साबित हो सकता है।
- व्यापार में लाभ और नई साझेदारी के योग बन रहे हैं।
- मानसिक शांति और शरीर में ऊर्जा का संचार होगा।
धार्मिक सुझाव: इस योग के दौरान आप प्रतिदिन प्रातः सूर्य अर्घ्य दें और 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' मंत्र का जाप करें। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और आत्मबल बढ़ेगा।
सिंह राशि – शत्रु होंगे पराजित, करियर में आएगी स्थिरता
सिंह राशि के स्वामी स्वयं सूर्य हैं, ऐसे में जब सूर्य गुरु और बुध के साथ युति करेंगे, तो यह आपके लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी।
- विरोधियों पर विजय प्राप्त होगी, मानसिक दृढ़ता में वृद्धि होगी।
- नौकरी या व्यापार में नई योजनाएं सफलता दिला सकती हैं।
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह समय अत्यंत अनुकूल है।
- सामाजिक रूप से आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है।
- स्वास्थ संबंधी समस्याओं में सुधार होगा और ऊर्जा का स्तर बढ़ेगा।
धार्मिक सुझाव: गायत्री मंत्र का जाप आपके लिए बेहद लाभकारी रहेगा। साथ ही रविवार के दिन मंदिर में तांबे का सूर्य यंत्र अर्पित करें।
धनु राशि – अधूरी इच्छाओं की होगी पूर्ति, मिलेगी ईश्वरीय कृपा
धनु राशि के स्वामी स्वयं गुरु हैं और जब सूर्य और बुध उनके साथ आकर युति करेंगे, तो ब्रह्मा आदित्य योग इस राशि के लिए चमत्कारी परिणाम लाएगा।
- रचनात्मक क्षेत्रों में कार्य कर रहे लोगों को अचानक प्रसिद्धि मिल सकती है।
- धार्मिक, सामाजिक और आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
- लंबे समय से अटकी कोई मनोकामना अब पूरी हो सकती है।
- पारिवारिक रिश्तों में सामंजस्य बढ़ेगा और मानसिक शांति मिलेगी।
- वरिष्ठ जनों और समाज में आपकी छवि एक विचारशील व्यक्ति के रूप में उभर सकती है।
धार्मिक सुझाव: गुरुवार के दिन पीली वस्तुओं का दान करें और 'ॐ बृं बृहस्पतये नमः' मंत्र का जाप करें। साथ ही, ब्राह्मण भोजन कराना अत्यंत पुण्यदायी रहेगा।
क्यों खास है यह योग?
ब्रह्मा आदित्य योग सामान्य योग नहीं है। यह दुर्लभ त्रिग्रही युति उस ऊर्जा को जन्म देती है, जो व्यक्ति के भीतर नई सोच, नई दिशा और नई शुरुआत की प्रेरणा देती है। यह केवल बाहरी लाभ नहीं, बल्कि आंतरिक विकास और आध्यात्मिक उन्नति का अवसर भी है।
15 जून से शुरू हो रहा यह ब्रह्मा आदित्य योग न केवल ज्योतिष की दृष्टि से बल्कि आध्यात्मिक स्तर पर भी अत्यंत फलदायी सिद्ध होगा। मिथुन, सिंह और धनु राशि वालों के लिए यह एक वरदान की तरह काम करेगा। यदि आप इन राशियों में से किसी एक के जातक हैं, तो इस शुभ काल में धर्म, ध्यान, साधना और सेवा को अपना संबल बनाएं। ईश्वर की कृपा और ग्रहों का योग मिलकर आपके जीवन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।