भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 148 अंक और निफ्टी 87 अंक टूटे। मीडिया, मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में बिकवाली रही। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और कमजोर घरेलू आंकड़ों ने दबाव बढ़ाया।
Closing Bell: भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को लगातार दूसरे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। शुरुआती तेजी के बाद बाजार में दबाव बढ़ा और कारोबार उतार-चढ़ाव भरा रहा। मीडिया, मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयरों में बिकवाली प्रमुख वजह रही। बीएसई सेंसेक्स 57 अंक की बढ़त लेकर खुला था, लेकिन दिन के अंत तक यह 148.14 अंक यानी 0.18 फीसदी की गिरावट के साथ 83,311 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 भी 87.95 अंक या 0.34 फीसदी गिरकर 25,509.70 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स-निफ्टी के टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स में पावर ग्रिड, ईटरनल, बीईएल, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक सबसे अधिक नुकसान झेलने वाले शेयर रहे। दूसरी ओर, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और टीसीएस प्रमुख बढ़त दर्ज करने वाले शेयर रहे। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.95 फीसदी की गिरावट आई, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में 1.4 फीसदी की गिरावट रही।
मीडिया, मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में बिकवाली
सेक्टरवार प्रदर्शन की बात करें तो निफ्टी मीडिया 2.54 फीसदी की गिरावट के साथ सबसे कमजोर सेक्टर रहा। इसके बाद मेटल सेक्टर में 2.07 फीसदी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.98 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी आईटी और ऑटो ही दो ऐसे सेक्टर रहे, जो हरे निशान में बंद हुए। निफ्टी आईटी में 0.18 फीसदी और ऑटो में 0.06 फीसदी की मामूली बढ़त रही।
बाजार में गिरावट की वजह
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर बना रहा। उन्होंने बताया कि एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बावजूद विदेशी निवेशकों (FPI) की लगातार बिकवाली और कमजोर घरेलू पीएमआई रीडिंग्स से बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिली। एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में चार भारतीय कंपनियों के शामिल होने और मजबूत अमेरिकी मैक्रो आंकड़ों से जो शुरुआती तेजी आई थी, वह घरेलू आर्थिक आंकड़ों की कमजोर रीडिंग्स से दब गई।
वैश्विक बाजारों का रुख
एशिया-प्रशांत के बाजारों में गुरुवार को तेजी देखने को मिली। दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 2.5 फीसदी, जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 1.45 फीसदी और ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 इंडेक्स 0.58 फीसदी बढ़ा। अमेरिकी बाजारों में बुधवार को कॉर्पोरेट नतीजों और बेहतर प्राइवेट पेरोल्स डेटा के चलते मजबूती रही। S&P 500 में 0.37 फीसदी, Nasdaq में 0.65 फीसदी और Dow Jones में 0.48 फीसदी की बढ़त हुई। निवेशक अब अमेरिका के जॉबलेस क्लेम्स डेटा और यूके के बैंक ऑफ इंग्लैंड की ब्याज दर नीति पर नजर बनाए हुए हैं।
घरेलू बाजार का हाल
भारतीय बाजार में मंगलवार, 4 नवंबर को गिरावट देखी गई थी। सेंसेक्स 519.34 अंक टूटकर 83,459.15 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी50 165.70 अंक फिसलकर 25,597.65 पर आया। बुधवार को गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर बाजार बंद रहे।
संस्थागत निवेशकों की बात करें तो विदेशी निवेशकों (FIIs) ने ₹1,160.10 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹1,042.14 करोड़ के शेयर खरीदे। इससे यह साफ होता है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू निवेशकों की खरीद के बीच संतुलन बन रहा है।
IPO बाजार में हलचल
आईपीओ बाजार में आज कई महत्वपूर्ण घटनाक्रम रहे। Lenskart Solutions के आईपीओ का बेसिस ऑफ अलॉटमेंट तय होगा, जबकि Orkla India के शेयर आज बाजार में लिस्ट होंगे। Groww IPO का सब्सक्रिप्शन का दूसरा दिन है। SME सेगमेंट में Finbud Financial Services IPO आज खुल रहा है। Shreeji Global FMCG का सब्सक्रिप्शन दूसरे दिन जारी रहेगा और Safecure Services के शेयर आज पहली बार बाजार में उतरेंगे।
Q2 FY26 के वित्तीय नतीजों पर नजर
आज कई बड़ी कंपनियों के दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के नतीजे आने वाले हैं। इनमें LIC, MCX, कमिंस इंडिया, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस, जायडस लाइफसाइंसेज, अपोलो हॉस्पिटल्स, लुपिन, बजाज हाउसिंग फाइनेंस, मैनकाइंड फार्मा, एबीबी इंडिया, गॉदरेज प्रॉपर्टीज, NHPC, प्रॉक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर और ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी शामिल हैं।













