माइकल बरी ने Palantir और Nvidia के खिलाफ शॉर्ट पोजिशन लिया। इस कदम के बाद अमेरिका और एशिया के AI और चिप कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज हुई, निवेशकों में डर और बेचने की दौड़ शुरू हो गई।
Share Bazar: जाने-माने निवेशक माइकल बरी ने Palantir और Nvidia के खिलाफ शॉर्ट पोजिशन लेने की घोषणा की है। इसके बाद अमेरिका और एशियाई बाजारों में एआई और चिप बनाने वाली तमाम कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। निवेशकों में अचानक दहशत का माहौल बन गया है।
2007 का मार्केट क्रैश
54 साल के माइकल बरी पेशे से न्यूरोलॉजिस्ट रहे हैं। उन्होंने डॉक्टरी छोड़कर आंकड़ों और वित्तीय गणित को अपनाया। साल 2007 में हुए मार्केट क्रैश में बरी की भविष्यवाणी ने सभी को चौंका दिया था। उस दौरान उनके निवेशकों ने 725 मिलियन डॉलर कमाए, जबकि बरी ने खुद 100 मिलियन डॉलर की कमाई की। उस सफलता और उसके बाद आने वाली मुकदमों, ऑडिट और मीडिया की चिंता से थककर उन्होंने अगले साल अपना फंड बंद कर दिया था।
इस साल बरी ने AI सेक्टर पर लगाया दांव
अब 2025 में माइकल बरी ने AI और चिप सेक्टर पर बड़ा दांव लगाया है। Palantir और Nvidia के खिलाफ शॉर्ट पोजिशन लेने के बाद से बाजार में तेजी से बिकवाली देखी गई। उनके इस कदम ने निवेशकों में डर पैदा कर दिया और कई बड़े निवेशक अपने मुनाफे को सुरक्षित करने के लिए शेयर बेचने लगे।
Palantir और Nvidia के शेयरों में गिरावट
माइकल बरी की घोषणा के बाद Palantir के शेयर 8 प्रतिशत गिर गए। Nvidia के शेयरों में 4 प्रतिशत और AMD के शेयरों में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा Advantest के शेयर 8 प्रतिशत, Renesas Electronics के 6 प्रतिशत और अन्य एआई और चिप कंपनियों के शेयरों में भी भारी गिरावट देखी गई। अमेरिका में हुई बिकवाली का असर एशियाई बाजारों में भी महसूस किया गया।
सैमसंग और SK Hynix के शेयरों में भी गिरावट
एशिया में Samsung Electronics और SK Hynix के शेयरों में लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। हालांकि इन कंपनियों के शेयरों ने इस साल काफी तेजी दिखाई थी, लेकिन बरी की घोषणा ने निवेशकों को सतर्क कर दिया। जापान की बड़ी निवेश कंपनी SoftBank Group Corporation के शेयरों में भी 15 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट सीधे तौर पर अमेरिकी शेयर बाजारों में एआई और चिप कंपनियों के बिकने से जुड़ी हुई है।
ऊंचे वैल्यूएशन से बढ़ी निवेशकों की चिंता
निवेशकों के मन में लगातार इन कंपनियों के ऊंचे वैल्यूएशन को लेकर चिंता बढ़ रही है। बहुत से निवेशक मुनाफा सुरक्षित करने के लिए अपने शेयर बेच रहे हैं। एआई और चिप सेक्टर की कंपनियों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण बन गया है क्योंकि बाजार में तेजी और गिरावट दोनों के लिए निवेशक सतर्क हो गए हैं।













