भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड में होने वाली प्रतिष्ठित 'द हंड्रेड' वुमंस लीग 2025 से अपना नाम वापस ले लिया है। यह फैसला उन्होंने वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत लिया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने एक अहम और साहसी फैसला लेते हुए इंग्लैंड में आयोजित होने वाली 'द हंड्रेड वुमंस लीग 2025' से खुद को अलग कर लिया है। यह फैसला न केवल उनके क्रिकेट करियर की दिशा को दर्शाता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों में बढ़ती पेशेवर समझ और वर्कलोड मैनेजमेंट की प्राथमिकता को भी रेखांकित करता है।
इकलौती भारतीय खिलाड़ी, लेकिन टूर्नामेंट से बाहर
इस बार की 'द हंड्रेड' वुमंस लीग में दीप्ति शर्मा ही एकमात्र भारतीय महिला क्रिकेटर थीं जिन्हें लंदन स्पिरिट टीम ने अनुबंधित किया था। दीप्ति को फ्रेंचाइज़ी द्वारा 36,000 पाउंड (लगभग 38 लाख रुपये) में साइन किया गया था, जो लीग की ऊंची सैलरी ब्रैकेट में आता है। लेकिन दीप्ति ने इस ऑफर को यह कहते हुए ठुकरा दिया कि "फिटनेस और देश के लिए खेलने की तैयारी मेरी पहली प्राथमिकता है।
पिछले सीजन में दिखा था जलवा
पिछले सीजन में दीप्ति शर्मा ने लंदन स्पिरिट के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने न केवल गेंदबाजी में विकेट निकाले बल्कि निचले क्रम में आकर महत्वपूर्ण रन भी बनाए थे। उनके आखिरी ओवर में मारे गए 'मैच विनिंग सिक्स' को आज भी फैंस याद करते हैं। ऐसे में फ्रेंचाइजी को उनसे इस बार भी उम्मीदें थीं, लेकिन दीप्ति का टूर्नामेंट से हटना टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है।
क्यों लिया ये फैसला?
इस फैसले के पीछे वर्कलोड मैनेजमेंट और आगामी इंटरनेशनल टूर्नामेंट्स सबसे बड़ी वजह हैं। भारतीय महिला टीम फिलहाल इंग्लैंड के दौरे पर है, जहां वह सीमित ओवरों की सीरीज खेल रही है। इसके बाद सितंबर में महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 और अगले वर्ष इंग्लैंड में ही महिला टी20 वर्ल्ड कप 2026 जैसे बड़े आयोजन सामने हैं। ऐसे में दीप्ति ने घरेलू लीग के बजाय राष्ट्रीय कर्तव्यों को तरजीह दी।
उन्होंने अपने बयान में कहा, मैं अपने शरीर को बेहतर समझती हूं और जानती हूं कि कब ब्रेक लेना जरूरी है। देश के लिए बड़ा टूर्नामेंट आ रहा है और मैं चाहती हूं कि उस समय 100% फिट रहूं।
बुमराह जैसे फैसले की गूंज
दीप्ति शर्मा का यह फैसला कहीं न कहीं भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की याद दिलाता है। बुमराह ने भी अपने करियर के दौरान कई बार अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को प्राथमिकता दी और IPL व अन्य लीग्स में सीमित भागीदारी की। दीप्ति का यह कदम दर्शाता है कि अब महिला क्रिकेटर्स भी अपने करियर की लंबी उम्र और प्रदर्शन की निरंतरता को लेकर पहले से कहीं अधिक गंभीर हो गई हैं।
दीप्ति शर्मा के हटने के साथ ही 2025 की 'द हंड्रेड वुमंस लीग' में अब कोई भी भारतीय महिला क्रिकेटर नहीं बचे हैं। यह भारतीय महिला क्रिकेट की वैश्विक दृश्यता के लिए एक झटका माना जा सकता है, लेकिन साथ ही यह भी दिखाता है कि खिलाड़ियों की प्राथमिकताएं अब पूरी तरह से इंटरनेशनल कैलेंडर के अनुरूप निर्धारित हो रही हैं।