ऑपरेशन सिंदूर पर राज्यसभा में जया बच्चन की टिप्पणी पर दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने तंज कसा। उन्होंने फिल्मी डायलॉग में पलटवार कर विपक्ष को राष्ट्रविरोधी ताकतों से जुड़ा बताया।
Rekha Gupta vs Jaya Bachchan: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की बल्कि विपक्षी दलों को राष्ट्र विरोधी मानसिकता से भी जोड़ा।
क्या कहा रेखा गुप्ता ने?
रेखा गुप्ता ने विधानसभा में अपने भाषण के दौरान जया बच्चन के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि संसद में जया बच्चन ने पूछा था कि इस ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' क्यों रखा गया। इस पर तंज कसते हुए रेखा गुप्ता ने फिल्मी अंदाज में जवाब दिया – "एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो..."। यह डायलॉग उन्होंने जया बच्चन की ही फिल्म 'कभी खुशी कभी ग़म' से लिया, जो अब सियासी बयान बन चुका है।
जया बच्चन का आपत्ति जताना
राज्यसभा में जया बच्चन ने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान आपत्ति जताई थी। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि इस ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' क्यों रखा गया, जबकि इस हमले में महिलाओं के सिंदूर उजड़ गए। उन्होंने इसे असंवेदनशील करार दिया और सवाल उठाया कि सरकार इस तरह के प्रतीकों का इस्तेमाल क्यों कर रही है।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
'ऑपरेशन सिंदूर' पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई थी। इसमें सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क को करारा जवाब दिया। सरकार के अनुसार, यह ऑपरेशन देश की महिलाओं और उनकी गरिमा की रक्षा के लिए भी एक प्रतीक है।
रेखा गुप्ता की पीएम मोदी को सराहना
रेखा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस ऑपरेशन में भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने "हमारी बहनों की गरिमा की रक्षा" करने में निर्णायक भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का नाम महिलाओं के सम्मान और देश की अस्मिता की रक्षा का प्रतीक है।
विपक्ष पर निशाना
विधानसभा में रेखा गुप्ता ने विपक्षी दलों को राष्ट्र विरोधी ताकतों के साथ सहानुभूति रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को अपनी सेना और प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं है, लेकिन दूसरे देशों पर उन्हें विश्वास है। उन्होंने INDIA गठबंधन को निशाने पर लेते हुए कहा कि नाम भले ही 'इंडिया' रखा गया हो, लेकिन बयानबाजी पाकिस्तान के समर्थन जैसी लगती है।
1947 और 1962 के उदाहरण देकर कांग्रेस पर हमला
रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि 1947 में जब देश का विभाजन हुआ, तब कांग्रेस सत्ता में थी। आजादी का श्रेय तो लिया गया, लेकिन विभाजन की जिम्मेदारी नहीं ली गई। इसी तरह, 1962 के भारत-चीन युद्ध में देश को हुए नुकसान की जिम्मेदारी से भी कांग्रेस बचती रही।