दिल्ली के गांधी विहार अग्निकांड मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। UPSC अभ्यर्थी रामकेश मीना की मौत हादसा नहीं, बल्कि हत्या थी। पुलिस ने लिव-इन पार्टनर अमृता चौहान, उसके एक्स-बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप और साथी संदीप कुमार को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली: दिल्ली के गांधी विहार इलाके में अक्टूबर के पहले सप्ताह में हुई आग की घटना, जिसे पुलिस ने पहले हादसा माना था, अब एक सुनियोजित हत्या का मामला बन गई है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि UPSC अभ्यर्थी रामकेश मीना की हत्या उसकी लिव-इन पार्टनर अमृता चौहान ने अपने पूर्व प्रेमी और एक अन्य साथी के साथ मिलकर की थी। यह साजिश एक ‘क्राइम वेब सीरीज़’ से प्रेरित होकर रची गई थी।
6 अक्टूबर की सुबह मिली जली हुई लाश
6 अक्टूबर 2025 की सुबह दिल्ली पुलिस को गांधी विहार की चौथी मंजिल पर आग लगने की सूचना मिली। दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया तो अंदर से 32 वर्षीय रामकेश मीना का जला हुआ शव मिला। मृतक UPSC की तैयारी कर रहा था और अकेले फ्लैट में रहता था।
पहले यह माना गया कि आग गैस सिलेंडर लीकेज से लगी है, लेकिन कमरे के अंदर का दृश्य और शव की स्थिति ने पुलिस को शक में डाल दिया। इसके बाद एफएसएल और क्राइम टीम को बुलाया गया। जांच में सामने आया कि कमरे में आग लगने से पहले किसी तरह की मारपीट और हिंसक गतिविधि हुई थी।
CCTV फुटेज ने खोली साजिश

पुलिस ने जब आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो 5-6 अक्टूबर की रात दो लोग मुंह ढककर बिल्डिंग में घुसते दिखाई दिए। कुछ मिनटों बाद एक युवती अपने साथी के साथ वहां से निकलती दिखी। जांच में युवती की पहचान अमृता चौहान के रूप में हुई, जो मृतक की लिव-इन पार्टनर और फॉरेंसिक साइंस की छात्रा थी।
फोन रिकॉर्ड और लोकेशन डेटा ने भी पुष्टि की कि अमृता घटना के वक्त वहीं मौजूद थी। इसके बाद 18 अक्टूबर को पुलिस ने मुरादाबाद से अमृता को गिरफ्तार किया, जहां उसने पूछताछ में हत्या की बात कबूल कर ली।
‘निजी वीडियो’ बना हत्या की वजह
अमृता ने बताया कि रामकेश ने उसके कुछ निजी वीडियो और तस्वीरें एक हार्ड डिस्क में सेव कर रखी थीं और उन्हें डिलीट करने से मना कर दिया था। इससे नाराज़ होकर अमृता ने अपने एक्स-बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप से संपर्क किया। सुमित ने बदला लेने की ठानी और अपने दोस्त संदीप कुमार के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
फॉरेंसिक की पढ़ाई कर रही अमृता ने ‘क्राइम वेब सीरीज़’ देखकर हत्या को हादसे जैसा दिखाने की चाल चली। तीनों ने रामकेश को गला दबाकर मारा, फिर तेल, घी और वाइन डालकर कमरे में आग लगा दी। सुमित ने एलपीजी सिलेंडर खोलकर ब्लास्ट कराया ताकि यह गैस लीकेज का मामला लगे।
तीनों आरोपी गिरफ्तार
अमृता की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक का मोबाइल, हार्ड डिस्क, और खून से सने कपड़े बरामद किए। 21 अक्टूबर को सुमित और 23 अक्टूबर को संदीप को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया। तीनों ने अपराध स्वीकार कर लिया है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह हत्या बेहद योजनाबद्ध तरीके से की गई थी, जिसमें अपराध विज्ञान की जानकारी का दुरुपयोग किया गया। फिलहाल तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं और केस को कोर्ट में पेश किया जा रहा है।













