दिवाली के बाद शुगर पेशेंट्स के लिए हेल्थ चेकअप जरूरी हो जाता है। मिठाइयों और तले-भुने व्यंजनों के अधिक सेवन से ब्लड शुगर बढ़ सकता है। डॉ. पुलीन कुमार के अनुसार HbA1c, ब्लड ग्लूकोज, लिपिड प्रोफाइल, किडनी फंक्शन और हार्ट टेस्ट जैसी जांचें कराना जरूरी है, ताकि डायबिटीज और जुड़ी जटिलताओं का समय पर पता लगाया जा सके।
Blood Sugar Tests: त्योहारों के दौरान मिठाइयों और तले-भुने व्यंजनों का सेवन बढ़ जाता है, जिससे शुगर पेशेंट्स का ब्लड शुगर स्तर तेजी से बढ़ सकता है। दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल के डॉ. पुलीन कुमार के अनुसार, दिवाली के बाद HbA1c, ब्लड ग्लूकोज, लिपिड प्रोफाइल, किडनी फंक्शन और हार्ट टेस्ट कराना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही पानी पीना, हल्का व्यायाम, दवा समय पर लेना और संतुलित आहार रखना शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
शुगर लेवल बढ़ने का खतरा
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल के डॉ. पुलीन कुमार बताते हैं कि त्योहारों में अधिक मिठाई, तले-भुने व्यंजन और जंक फूड खाने से ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। शुगर का लेवल बढ़ने से डायबिटीज के लक्षण तेज हो सकते हैं। लंबे समय तक उच्च ब्लड शुगर हार्ट, किडनी और आंखों जैसी समस्याओं को भी जन्म दे सकता है। इसीलिए शुगर पेशेंट्स को त्योहार के बाद अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखना जरूरी है।
हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखना
त्योहार के बाद शुगर पेशेंट्स को मिठाइयों, केक, पकौड़े, समोसे और अन्य तले-भुने व्यंजनों से परहेज करना चाहिए। साथ ही जंक फूड, अधिक नमक और फैटी फूड का सेवन कम करें। हर दिन ब्लड शुगर मॉनिटर करें और पर्याप्त पानी पिएं। हल्की फिजिकल एक्टिविटी और व्यायाम से ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है। खाने-पीने में बैलेंस बनाए रखना और डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा या इंसुलिन समय पर लेना भी जरूरी है।
कौन से टेस्ट कराएं
डॉ. पुलीन कुमार बताते हैं कि त्योहारों के बाद शुगर पेशेंट्स को कुछ खास टेस्ट कराना चाहिए। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है HbA1c टेस्ट। यह टेस्ट पिछले 2 से 3 महीनों का एवरेज ब्लड शुगर लेवल बताता है। इससे डॉक्टर को इलाज में बदलाव करने और डायबिटीज से जुड़ी जटिलताओं का अंदाजा लगाने में मदद मिलती है।
इसके अलावा ब्लड ग्लूकोज टेस्ट, लिपिड प्रोफाइल और किडनी फंक्शन टेस्ट भी जरूरी हैं। आंखों की जांच और हार्ट से जुड़ी समस्याओं के लिए ECG या कार्डियक टेस्ट कराना फायदेमंद हो सकता है। नियमित टेस्ट से शुगर को समय पर कंट्रोल किया जा सकता है और किसी भी समस्या को शुरुआती चरण में ही पकड़ा जा सकता है।
दैनिक आदतों में बदलाव
शुगर पेशेंट्स को अपनी रोजमर्रा की आदतों पर भी ध्यान देना चाहिए। मिठाई और तले-भुने व्यंजन सीमित मात्रा में लें। पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं और हाइड्रेटेड रहें। हल्का व्यायाम या योग करना ब्लड शुगर नियंत्रण में मदद करता है। दवा और इंसुलिन का समय पर सेवन और डॉक्टर की सलाह के अनुसार डाइट प्लान का पालन स्वास्थ्य बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।
डॉक्टर से नियमित सलाह
त्योहार के बाद स्वास्थ्य जांच कराना सिर्फ ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए जरूरी नहीं है, बल्कि यह किसी भी गंभीर समस्या की चेतावनी भी देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित चेकअप से शरीर के अंदर चल रही समस्याओं का पता जल्दी चल सकता है। इससे इलाज समय पर शुरू किया जा सकता है और जटिलताओं का खतरा कम हो जाता है।