दुबई में एक 23 वर्षीय ब्रिटिश छात्रा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। छात्रा का नाम मिया ओ’ब्रायन है और वह इस समय शहर की केंद्रीय जेल में बंद है।
World News: दुबई में एक 23 वर्षीय ब्रिटिश छात्रा मिया ओ’ब्रायन को अपनी मूर्खतापूर्ण गलती के कारण आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। यह घटना दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गई है क्योंकि एक युवा, जो कानून की पढ़ाई करने आई थी, अब सख्त जेल की सजा भुगत रही है। परिवार ने अपराध का खुलासा नहीं किया, लेकिन उन्होंने इसे “गलत लोगों के साथ जुड़ने और बेवकूफी भरी गलती” बताया है। आइए विस्तार से जानते हैं इस मामले के बारे में।
कौन हैं मिया ओ’ब्रायन?
मिया ओ’ब्रायन ब्रिटेन की रहने वाली एक छात्रा हैं, जिन्होंने कानून की पढ़ाई के लिए दुबई का रुख किया था। उनके परिवार के अनुसार, वे एक सामान्य और नेकदिल लड़की थीं जिन्होंने कभी किसी गलत गतिविधि में भाग नहीं लिया था। दुर्भाग्यवश, विश्वविद्यालय में कुछ गलत लोगों के संपर्क में आने के बाद उन्होंने ऐसी गलती कर दी जिसने उनकी पूरी ज़िंदगी बदल दी।
उनकी माँ डेनिएल मैककेना ने भावुक होकर कहा, मिया केवल 23 साल की है। उसने जीवन में कोई बुरा काम नहीं किया। वह कानून की पढ़ाई कर रही थी, लेकिन कुछ गलत लोगों के साथ उलझ गई और एक मूर्खतापूर्ण गलती कर बैठी। अब वह इसकी भारी कीमत चुका रही है।
GoFundMe अभियान और विवाद
मिया की मदद के लिए एक GoFundMe पेज शुरू किया गया था, लेकिन बाद में इसे हटा दिया गया। GoFundMe के प्रवक्ता ने बताया कि यह अभियान उनकी सेवा की शर्तों का उल्लंघन कर रहा था, खासकर धारा 9 के तहत, जो अपराध से जुड़े मामलों में धन जुटाने पर रोक लगाती है। मिया की माँ ने उसी पेज पर लिखा, मैं पूरी तरह टूट चुकी हूं। अक्टूबर से अपनी बेटी को नहीं देखा। वह सिर्फ एक छात्रा थी, जिसने अनजाने में गलत कदम उठा लिया।
संयुक्त अरब अमीरात, विशेष रूप से दुबई, अपने कड़े क़ानूनों के लिए जाना जाता है। यहाँ आजीवन कारावास का मतलब सामान्यतः 15 से 25 वर्षों तक की सजा हो सकती है।