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दुदुर्गापुर गैंगरेप केस: बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी पर साधा हमला, कहा- 'नारीत्व पर धब्बा'

दुदुर्गापुर गैंगरेप केस: बीजेपी ने सीएम ममता बनर्जी पर साधा हमला, कहा- 'नारीत्व पर धब्बा'

दुर्गापुर में मेडिकल स्टूडेंट के साथ कथित गैंगरेप मामले में बीजेपी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला और विक्टिम शेमिंग का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री के बयान पर विवाद बढ़ा, जबकि तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल स्टूडेंट के साथ कथित गैंगरेप की घटना ने राज्य में राजनीति और कानून-व्यवस्था को लेकर नई बहस शुरू कर दी है। घटना के तुरंत बाद बीजेपी ने टीएमसी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। बीजेपी ने ममता बनर्जी के उस बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़कियों को "रात में बाहर नहीं जाने देना चाहिए।"

घटना के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। मेडिकल स्टूडेंट प्राइवेट कॉलेज में पढ़ रही थी और यह घटना कथित तौर पर जंगल इलाके में हुई।

सीएम ममता के बयान पर विवाद

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने ममता बनर्जी के बयान को "नारीत्व पर धब्बा" बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री न्याय देने के बजाय पीड़िता को दोषी ठहरा रही हैं। केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि टीएमसी बार-बार ऐसे बयान देकर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है।

भाटिया ने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री चाहती हैं कि सभी महिलाएं बुर्का पहनें और घर में ही रहें। उन्होंने पिछली घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि प्राइवेट कंपनियों और मेडिकल कॉलेजों में रात की शिफ्ट को लेकर नियम बने हुए हैं, लेकिन सीएम अब लड़कियों को घर पर रहने की सलाह दे रही हैं।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी आलोचना की

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य अर्चना मजूमदार ने ममता बनर्जी के बयान को ‘बेतुका’ करार दिया। उन्होंने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र—अस्पताल, आईटी, खेल और विज्ञान—में पुरुषों के बराबर कार्य कर रही हैं।

अर्चना ने आगे कहा, "आज की लड़कियां ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत रही हैं, अंतरिक्ष में जा रही हैं, और हम कह रहे हैं कि रात 9 या 8 बजे के बाद उन्हें घर पर रहना चाहिए। मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि वह महिलाओं के साथ खड़ी हों और उनकी सुरक्षा के लिए कानून बनाएँ।"

पीड़िता शेमिंग का आरोप

बीजेपी पश्चिम बंगाल की सचिव प्रियंका टिबरेवाल ने सीएम ममता बनर्जी के बयानों को असंवेदनशील बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपराधियों को पकड़ने की बजाय पीड़िता को शर्मिंदा करने की कोशिश कर रही हैं।

प्रियंका ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अब पीड़िता से पूछ रही हैं कि वह हॉस्टल से बाहर क्यों निकली। इस बयान को लेकर राज्य में महिला सुरक्षा और सामाजिक संवेदनशीलता पर सवाल उठे हैं।

बीजेपी ने राज्य में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया

बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि दुर्गापुर की घटना राज्य में कानून-व्यवस्था की कमी को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कार्रवाई की जरूरत है।

वहीं, ममता बनर्जी ने अपने बयान पर हुए विवाद के बाद कहा कि उनके शब्दों को मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया। उन्होंने कहा कि मीडिया को राजनीति के उद्देश्य से उनके बयान को फैलाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।

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