अलास्का और ताजिकिस्तान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अलास्का में 6.2 और ताजिकिस्तान में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया। लोगों में दहशत है।
Earthquake: दुनिया के दो अलग-अलग कोनों — अमेरिका का अलास्का और मध्य एशिया का ताजिकिस्तान — बीते कुछ दिनों से बार-बार भूकंप के झटकों से हिल रहे हैं। सोमवार सुबह इन दोनों देशों में एक बार फिर धरती कांपी, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। जहां अलास्का में इस बार 6.2 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया, वहीं ताजिकिस्तान में 4.6 तीव्रता का मध्यम दर्जे का भूकंप महसूस किया गया। यह झटके पिछले एक सप्ताह में दर्ज किए गए कई भूकंपों की श्रृंखला में एक और कड़ी हैं।
अलास्का में फिर कांपी धरती, तीव्रता रही 6.2
भारतीय समयानुसार सोमवार तड़के 03:58 बजे अलास्का में भूकंप के तेज झटके दर्ज किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, यह भूकंप रिक्टर स्केल पर 6.2 तीव्रता का था और इसकी गहराई 48 किलोमीटर थी। इसका केंद्र अलास्का प्रायद्वीप के 54.99°N अक्षांश और 159.98°W देशांतर पर स्थित था। अलास्का में यह भूकंप ऐसे समय पर आया है जब कुछ ही दिन पहले — 17 जुलाई को — इस क्षेत्र में 7.3 तीव्रता का और भी अधिक शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया था। उस समय यूएस सुनामी चेतावनी प्रणाली ने तटीय इलाकों के लिए चेतावनी भी जारी की थी, जिससे समुद्र तटीय क्षेत्रों में अफरा-तफरी मच गई थी।
पिछले सप्ताह भी आया था 7.3 तीव्रता का झटका
17 जुलाई को भारतीय समयानुसार सुबह 02:07 बजे अलास्का में 7.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। इस झटके की गहराई 36 किलोमीटर थी और इसका केंद्र लगभग वर्तमान भूकंप के केंद्र के आसपास ही था। यह इस बात की ओर इशारा करता है कि अलास्का प्रायद्वीप फिलहाल सिस्मिक एक्टिविटी की चपेट में है। विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार आ रहे झटके इस क्षेत्र में किसी बड़ी टेक्टॉनिक हलचल की संभावना को बढ़ा रहे हैं। भूकंप के झटकों से कुछ इमारतों में दरारें आईं और कुछ सड़कों में हल्का नुकसान भी हुआ है, हालांकि किसी जान-माल की क्षति की पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
ताजिकिस्तान में भी धरती हिली, लगातार जारी हैं झटके
अलास्का के साथ-साथ ताजिकिस्तान भी भूकंप की मार झेल रहा है। सोमवार को सुबह 04:43 बजे यहां 4.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप की गहराई 23 किलोमीटर रही और इसका केंद्र 37.39°N अक्षांश और 72.58°E देशांतर पर स्थित था। इस गहराई के कारण आफ्टरशॉक्स की आशंका भी जताई जा रही है।
एक हफ्ते में चार से अधिक झटके
ताजिकिस्तान में भूकंप की यह घटना एक सप्ताह के भीतर चौथी बार है। इससे पहले:
- 20 जुलाई: सुबह 01:01 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप
- 18 जुलाई: 3.8 तीव्रता का भूकंप
- 12 जुलाई: क्रमशः 4.8 और 4.2 तीव्रता के दो भूकंप
ये आंकड़े इस ओर इशारा करते हैं कि ताजिकिस्तान में टेक्टॉनिक प्लेटों की गतिविधि लगातार सक्रिय बनी हुई है, और यहां के नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए।
क्या बढ़ सकती है सुनामी की आशंका?
हालांकि ताजिकिस्तान एक लैंडलॉक देश है, लेकिन अलास्का में समुद्र से सटे इलाकों में आए भूकंप के बाद हमेशा सुनामी का खतरा बना रहता है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) और NOAA जैसे संस्थान लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। 17 जुलाई के भूकंप के बाद जारी चेतावनी को कुछ घंटों बाद वापस ले लिया गया था, लेकिन समुद्र के पास बसे इलाकों में अब भी भय बना हुआ है।
विशेषज्ञों की चेतावनी और तैयारी
भूकंप विशेषज्ञों का मानना है कि भले ही झटके मध्यम तीव्रता के हों, लेकिन लगातार आ रहे झटकों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। ये बड़े भूकंप की आहट हो सकते हैं। दोनों ही देशों में आपदा प्रबंधन एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और नागरिकों से अपील की गई है कि वे भूकंप के समय खुद को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं, और किसी भी अफवाह से बचें।