भारतीय बाजार में गिरावट के बावजूद मर्करी ईवी-टेक के शेयर शुक्रवार को 7.24% उछलकर ₹45 पर पहुंच गए। कंपनी के कंपनी सचिव चार्मी मिलिंद जोशी के इस्तीफे की घोषणा के बाद यह तेजी दर्ज हुई। हालांकि, पिछले एक साल में शेयर 60% टूटा है, लेकिन पांच साल में इसने 7,340% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
Mercury Ev Tech: शुक्रवार को बाजार में गिरावट के बावजूद मर्करी ईवी-टेक के शेयरों में तेज़ी देखने को मिली। बीएसई पर यह स्मॉलकैप ईवी स्टॉक 7.24% बढ़कर ₹45 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में कमजोरी रही। कंपनी ने हाल ही में घोषणा की कि उसके कंपनी सचिव और अनुपालन अधिकारी चार्मी मिलिंद जोशी ने इस्तीफा दे दिया है और वह 24 नवंबर 2025 तक अपनी भूमिका निभाएंगी। मर्करी ईवी-टेक इलेक्ट्रिक तिपहिया और वाणिज्यिक वाहनों के साथ-साथ ईवी कंपोनेंट्स बनाती है। हालांकि शेयर अल्पावधि में गिरे हैं, लेकिन लंबे समय में 7,340% रिटर्न ने इसे मल्टीबैगर बना दिया है।
बाजार की गिरावट के बीच मर्करी ईवी-टेक में तेजी
शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में बिकवाली देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 0.3% से अधिक गिर गया, जबकि निफ्टी 25,800 के स्तर से नीचे कारोबार करता हुआ 25,722.10 पर बंद हुआ। इसके बावजूद, मर्करी ईवी-टेक के शेयर में जोरदार खरीदारी देखने को मिली। बाजार में गिरावट के माहौल में इस तरह की तेजी निवेशकों के लिए चौंकाने वाली रही।
कंपनी सचिव ने दिया इस्तीफा
मर्करी ईवी-टेक ने 30 अक्टूबर को एक नियामक फाइलिंग के जरिए जानकारी दी कि कंपनी की सचिव और अनुपालन अधिकारी चार्मी मिलिंद जोशी ने इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने बताया कि उन्होंने 30 अक्टूबर, 2025 के पत्र के माध्यम से अपना इस्तीफा सौंपा है और 24 नवंबर 2025 तक अपनी भूमिका निभाती रहेंगी। यह कदम कंपनी के प्रशासनिक ढांचे में एक अहम बदलाव माना जा रहा है।
मर्करी ईवी-टेक देश की उन कंपनियों में शामिल है जो इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में सक्रिय हैं। कंपनी मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों, वाणिज्यिक ईवी और औद्योगिक बेड़ों का उत्पादन करती है। इसके अलावा, यह बैटरी, मोटर कंट्रोलर और चेसिस जैसे अहम पुर्जों का निर्माण भी करती है। कंपनी का लक्ष्य घरेलू बाजार के साथ-साथ निर्यात बाजार में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना है।
शेयर प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव

पिछले कुछ महीनों में मर्करी ईवी-टेक के शेयरों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। एक महीने में इस शेयर की कीमत लगभग 7% गिरी है। वहीं तीन महीनों में इसमें 12% की गिरावट दर्ज की गई है। पिछले छह महीनों में इस ईवी स्टॉक ने लगभग 32% तक का नुकसान दिया है। साल-दर-साल (YTD) के आधार पर देखें तो यह शेयर 54% गिर चुका है।
पिछले एक साल में मर्करी ईवी-टेक के शेयरों में 60% से अधिक की गिरावट आई है। इसके बावजूद, लंबे समय के निवेशकों के लिए यह शेयर अब भी फायदेमंद साबित हुआ है। तीन साल की अवधि में इस शेयर में लगभग 750% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, पिछले पांच वर्षों में मर्करी ईवी-टेक के शेयरों ने 7,340% का जबरदस्त मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
निवेशकों की दिलचस्पी बरकरार
भले ही हाल के महीनों में मर्करी ईवी-टेक के शेयरों में गिरावट का रुख रहा हो, लेकिन कंपनी के लंबे समय के प्रदर्शन ने निवेशकों का भरोसा बनाए रखा है। शुक्रवार को आई तेजी से यह संकेत मिला कि बाजार में अब भी इस स्टॉक में खरीदारी की संभावनाएं मौजूद हैं। स्मॉलकैप श्रेणी में आने के बावजूद, यह शेयर लगातार बाजार में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। सरकार की ईवी नीति और बढ़ते ईंधन मूल्यों ने उपभोक्ताओं को वैकल्पिक ऊर्जा की ओर आकर्षित किया है। मर्करी ईवी-टेक जैसी कंपनियां इस बदलाव का फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं। कंपनी लगातार नए मॉडल और उन्नत तकनीक लाने पर काम कर रही है ताकि वह बाजार में अपनी पकड़ मजबूत रख सके।
दीर्घकालिक प्रदर्शन से बढ़ा भरोसा
पांच साल पहले जिस कंपनी का शेयर कुछ पैसे का था, वह आज हजारों प्रतिशत रिटर्न दे चुका है। हालांकि अल्पकालिक उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं, लेकिन कंपनी के दीर्घकालिक प्रदर्शन ने इसे एक भरोसेमंद नाम बना दिया है। शुक्रवार को आई तेजी यह दिखाती है कि बाजार में ईवी सेक्टर के प्रति रुचि अभी भी बरकरार है और निवेशक भविष्य की संभावनाओं पर दांव लगा रहे हैं।













