Force Motors के शेयरों में गुरुवार सुबह जबरदस्त तेजी देखी गई। कंपनी के जून तिमाही के नतीजे शानदार रहे, जिसके चलते निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ और स्टॉक ने 14 फीसदी की छलांग लगाई। ट्रेडिंग के दौरान Force Motors का शेयर ₹20,500 के उच्चतम स्तर तक पहुंचा। यह पिछले क्लोजिंग प्राइस ₹17,140 के मुकाबले 14.24% की उछाल को दर्शाता है।
दोपहर करीब 11 बजे यह शेयर 9.81% की मजबूती के साथ ₹19,580 पर ट्रेड कर रहा था। इस तेजी के चलते कंपनी का मार्केट कैप भी बढ़कर करीब ₹25,800 करोड़ पहुंच गया। ट्रेडर्स और निवेशकों के बीच इस तेजी को लेकर उत्साह साफ तौर पर देखा जा सकता है।
कमाई और मुनाफे में जोरदार इजाफा
Force Motors ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के नतीजों की घोषणा बुधवार (23 जुलाई) को की थी। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 52.3% बढ़कर ₹176.3 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹115.7 करोड़ था।
कंपनी की कुल कमाई भी 21.9% की बढ़त के साथ ₹2,297 करोड़ तक पहुंच गई। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा ₹1,885 करोड़ था।
कमाई के साथ-साथ कंपनी का परिचालन स्तर पर प्रदर्शन भी दमदार रहा। Force Motors का EBITDA यानी ब्याज, टैक्स, मूल्यह्रास और अन्य खर्चों से पहले की कमाई 33.3% की बढ़त के साथ ₹332 करोड़ पर पहुंच गई, जबकि पिछली साल यह ₹249 करोड़ थी। EBITDA मार्जिन भी सुधरकर 13.2% से 14.4% हो गया।
ऑटो सेक्टर में मांग से कंपनी को मिला फायदा
जानकारों का मानना है कि ऑटो सेक्टर में पिछले कुछ महीनों से सुधार देखने को मिल रहा है। कमर्शियल वाहनों की बिक्री में मजबूती, ग्रामीण इलाकों में ट्रैक्टर और लोडिंग व्हीकल्स की डिमांड, और सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के चलते Force Motors जैसे मैन्युफैक्चरिंग ब्रांड को फायदा हो रहा है।
Force Motors के पोर्टफोलियो में ट्रैक्स, ट्रक, बसें, एम्बुलेंस और अन्य लाइट कमर्शियल व्हीकल्स शामिल हैं। कंपनी का एक मजबूत डीलर नेटवर्क है जो देशभर में इसकी बिक्री को गति देता है।
मैनेजमेंट में नया नाम, अंशुल सक्सेना की एंट्री
Force Motors ने एक बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि अंशुल सक्सेना को कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट में शामिल किया गया है। उन्हें वाइस प्रेसिडेंट – कॉर्पोरेट स्ट्रैटेजी के पद पर नियुक्त किया गया है और उनकी यह नियुक्ति 23 जुलाई से प्रभावी मानी गई है।
कंपनी की नॉमिनेशन और वेतन समिति की सिफारिश पर यह नियुक्ति हुई है। अंशुल सक्सेना कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति तैयार करने और उसे लागू करने की जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्हें स्ट्रैटजिक प्लानिंग और बिजनेस ग्रोथ में 19 साल से अधिक का अनुभव है।
कंपनी की रणनीतिक दिशा में बदलाव की तैयारी
अंशुल सक्सेना की नियुक्ति को लेकर एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह कदम कंपनी की दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है। Force Motors अब केवल वाहनों के निर्माण तक सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि वह टेक्नोलॉजी, ईवी और नए सेगमेंट्स में भी प्रवेश की तैयारी कर रही है।
उनकी विशेषज्ञता खास तौर पर रणनीतिक गठजोड़, विस्तार योजनाओं और नई मार्केट स्ट्रैटेजी बनाने में मानी जाती है। इससे आने वाले समय में Force Motors अपने कॉम्पिटिटर्स के मुकाबले आगे निकलने की स्थिति में हो सकती है।
बाजार में निवेशकों का मूड पॉजिटिव
Force Motors के ताजा नतीजों के बाद बाजार में कंपनी को लेकर पॉजिटिव सेंटिमेंट देखने को मिला है। जिन निवेशकों ने पहले से इस स्टॉक में निवेश कर रखा था, उन्हें अब भारी रिटर्न देखने को मिल रहा है। वहीं, नए निवेशकों में भी कंपनी को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है।
ट्रेडिंग के दौरान आज इस स्टॉक में बड़े वॉल्यूम में खरीदारी देखी गई। कई ब्रोकर फर्मों ने भी कंपनी के नतीजों को ‘मजबूत’ करार देते हुए इसे ट्रैक करने की सलाह दी है।
Force Motors की स्थिति अब मजबूत
Force Motors बीते कुछ सालों से लगातार अपने कारोबार को विविध रूप दे रही है। कंपनी केवल गाड़ियों की बिक्री तक सीमित नहीं है, बल्कि मैन्युफैक्चरिंग से लेकर टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, एक्सपोर्ट और पार्टनरशिप्स में भी भागीदारी निभा रही है।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आने वाले समय में वे अपनी रणनीति को और मजबूती से लागू करेंगे और उत्पाद श्रेणियों में विस्तार करेंगे। इससे आने वाले तिमाहियों में कंपनी का प्रदर्शन और बेहतर होने की संभावना जताई जा रही है।
स्टॉक का हाल-फिलहाल प्रदर्शन
अगर Force Motors के पिछले एक महीने के प्रदर्शन पर नजर डालें तो स्टॉक में अच्छी तेजी देखने को मिली है। जून से लेकर जुलाई तक इसने 25% से ज्यादा की तेजी दिखाई है। वहीं, साल 2025 की शुरुआत से अब तक कंपनी के शेयरों में 40% से अधिक की ग्रोथ हो चुकी है।