जियो-ब्लैकरॉक ने अपने पहले ही एनएफओ से ₹17,800 करोड़ जुटाए हैं। तीन डेट फंड्स की इस पेशकश को संस्थागत और खुदरा निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। यह फंड हाउस अब डेट AUM में टॉप-15 में शामिल है।
Mutual Fund: जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और ब्लैकरॉक के संयुक्त उपक्रम जियो-ब्लैकरॉक ने अपने पहले ही NFO (New Fund Offer) से ₹17,800 करोड़ जुटाए हैं। तीन नए डेट म्यूचुअल फंड – ओवरनाइट, लिक्विड और मनी मार्केट – को जबरदस्त संस्थागत और खुदरा निवेश मिला है। यह उपलब्धि इसे डेट AUM के हिसाब से भारत के टॉप-15 फंड हाउसों में शामिल कर देती है।
तीन नए फंड और ₹17,800 करोड़ की बड़ी शुरुआत
जियो-ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट ने अपने म्यूचुअल फंड बिजनेस की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की है। कंपनी की पहली तीन फंड पेशकशों – Overnight Fund, Liquid Fund, और Money Market Fund – को तीन दिन की NFO अवधि में निवेशकों से ₹17,800 करोड़ मिले हैं।
इस फंड हाउस ने यह उपलब्धि केवल एक एनएफओ से हासिल की है, जो इसे 47 एसेट मैनेजमेंट कंपनियों वाले भारतीय MF सेक्टर में शीर्ष 35 में पहुंचा देता है। खास बात यह है कि डेट एसेट अंडर मैनेजमेंट (Debt AUM) के मामले में यह नया फंड हाउस टॉप-15 में जगह बना चुका है।
संस्थागत निवेशकों से मिला भारी समर्थन
जियो-ब्लैकरॉक के मुताबिक, इस एनएफओ में 90 से ज्यादा संस्थागत निवेशकों ने भाग लिया। इन निवेशकों का भरोसा कंपनी के फंड मैनेजमेंट की गुणवत्ता, रिस्क मैनेजमेंट और डिजिटल-फर्स्ट अप्रोच पर आधारित है।
इसके अलावा 67,000 से ज्यादा खुदरा निवेशकों (Retail Investors) ने भी इस एनएफओ में निवेश किया। इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में निवेशकों को आकर्षित करना इस फंड हाउस की रणनीति और ब्रांड पर भरोसे को दर्शाता है।
एनएफओ की लॉन्चिंग और समयसीमा
यह नया फंड ऑफर 30 जून 2025 को लॉन्च किया गया था और इसकी अवधि मात्र तीन दिन की थी। इतने सीमित समय में ₹17,800 करोड़ जुटाना किसी भी नए फंड हाउस के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
एनएफओ के सफल होने के पीछे जियो-ब्लैकरॉक की डिजिटल रणनीति, निवेशकों को टार्गेट करने का तरीका और ब्रांड की विश्वसनीयता मुख्य कारण रहे हैं।
जियो और ब्लैकरॉक का 50:50 संयुक्त उद्यम
यह म्यूचुअल फंड बिजनेस रिलायंस समूह की Jio Financial Services (JFS) और अमेरिका की BlackRock के बीच एक 50:50 का जॉइंट वेंचर है।
ब्लैकरॉक दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है, और जियो भारत में डिजिटल और वित्तीय सेवाओं का जाना-पहचाना नाम है। इन दोनों के साथ आने से यह साझेदारी न केवल भारतीय निवेशकों के लिए भरोसेमंद विकल्प बन गई है, बल्कि यह MF इंडस्ट्री में तकनीक और पारदर्शिता लाने का भी वादा करती है।
सेबी से मंजूरी और लॉन्चिंग की टाइमलाइन
जियो-ब्लैकरॉक ने जुलाई 2023 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में कदम रखने की घोषणा की थी। इसके बाद 4 अक्टूबर 2024 को इसे बाजार नियामक SEBI से सैद्धांतिक मंजूरी मिली।
इसके बाद मई 2025 में कंपनी को म्यूचुअल फंड लॉन्च करने की अंतिम मंजूरी मिली। इस पूरे प्रोसेस को एक साल से ज्यादा समय लगा, लेकिन NFO की सफलता ने साबित कर दिया कि तैयारी और रणनीति मजबूत थी।
कंपनी के CEO और उनका अनुभव
जियो-ब्लैकरॉक की कमान संभाली है सिड स्वामीनाथन ने। वे कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं। इससे पहले वे ब्लैकरॉक में इंटरनेशनल इंडेक्स इक्विटी के प्रमुख थे, जहां उन्होंने करीब 1.25 लाख करोड़ डॉलर की AUM संभाली थी।
स्वामीनाथन का अनुभव, खासकर बड़े पैमाने पर पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और इंडेक्स इन्वेस्टिंग में, भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी पूंजी मानी जा रही है।
उन्होंने इस मौके पर कहा, "संस्थागत और खुदरा निवेशकों से हमारे पहले एनएफओ को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया जियोब्लैकरॉक ऐसेट मैनेजमेंट के नए निवेश दृष्टिकोण, जोखिम प्रबंधन क्षमताओं और डिजिटल-फर्स्ट अप्रोच में निवेशकों के विश्वास का प्रमाण है। यह भारत के उभरते निवेश परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की दिशा में हमारी यात्रा की दमदार शुरुआत है।"
डिजिटल-फर्स्ट अप्रोच और पारदर्शिता पर फोकस
जियो-ब्लैकरॉक का पूरा फोकस डिजिटल-फर्स्ट, ट्रांसपेरेंट और निवेशक-केंद्रित म्यूचुअल फंड अनुभव देने पर है। कंपनी ने NFO के दौरान डिजिटल माध्यमों का प्रभावी उपयोग किया, जिससे निवेशकों को आसान, तेज और भरोसेमंद निवेश प्रक्रिया मिली।
इस रणनीति ने खासकर युवा और तकनीकी रूप से जुड़े निवेशकों को आकर्षित किया है, जो पारंपरिक MF निवेश प्रक्रिया से अलग कुछ नया और सहज चाहते हैं।
डेट फंड्स की बढ़ती लोकप्रियता
जिन तीन फंड्स को लॉन्च किया गया है – Overnight, Liquid और Money Market – ये सभी Debt Mutual Funds की कैटेगरी में आते हैं।
वर्तमान आर्थिक माहौल में डेट फंड्स की मांग तेजी से बढ़ी है क्योंकि ये तुलनात्मक रूप से कम जोखिम वाले निवेश माने जाते हैं। खासकर छोटे और मध्यम निवेशक, जो सुरक्षित और स्थिर रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए यह एक आकर्षक विकल्प बन चुका है।