दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं—रूस के व्लादिमीर पुतिन, चीन के शी जिनपिंग और उत्तर कोरिया के किम जोंग उन—का मोबाइल फोन उपयोग बेहद सीमित या अनोखा है। सुरक्षा और गोपनीयता कारणों से पुतिन फोन का इस्तेमाल नहीं करते, जबकि शी और किम सीमित विकल्पों के स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं।
Global Leaders Mobile Phones: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने देशों और दुनियाभर की खबरों पर नजर रखते हैं और दूसरे नेताओं से संवाद करते हैं। लेकिन सुरक्षा और गोपनीयता के कारण इनके मोबाइल फोन उपयोग की जानकारी सीमित है। पुतिन मोबाइल फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते, शी जिनपिंग के फोन उपयोग के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है और किम जोंग उन को पिछली बार HTC फोन के साथ देखा गया था। यह दिखाता है कि उच्च स्तरीय नेता डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं।
व्लादिमीर पुतिन
द गार्डियन के अनुसार, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि उनके पास कोई मोबाइल फोन नहीं है। 2006 में उन्होंने कहा था कि उनके पास कई फोन हैं, लेकिन इस्तेमाल करने का समय नहीं मिलता। 2010 में पुतिन ने यह बात स्पष्ट करते हुए कहा कि अगर उनके पास फोन होगा, तो वह पूरे दिन बजता रहेगा। सुरक्षा और गोपनीयता कारणों से पुतिन मोबाइल फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते और जरूरी जानकारी के लिए अपनी खुफिया एजेंसियों पर भरोसा करते हैं।
शी जिनपिंग
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के फोन उपयोग को लेकर कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है। उन्हें किसी सार्वजनिक अवसर पर फोन के साथ नहीं देखा गया है। हालांकि, उनकी पत्नी को कई साल पहले आईफोन 5 के साथ देखा गया था, बाद में उन्होंने इसे छोड़कर चीनी ब्रांड नुबिया का स्मार्टफोन इस्तेमाल करना शुरू किया।
किम जोंग उन
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को भी सार्वजनिक रूप से फोन के साथ देखा गया है। कुछ साल पहले राष्ट्रीय सुरक्षा पर आयोजित एक बैठक में उन्होंने HTC कंपनी का फोन इस्तेमाल किया। हालांकि, वर्तमान में वह कौन-सा स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं, इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।
इन नेताओं का मोबाइल रुख स्पष्ट करता है कि सुरक्षा और गोपनीयता उनके लिए किसी भी तकनीक से ऊपर है। पुतिन के फोन न इस्तेमाल करने या शी और किम के सीमित विकल्पों से यह संदेश मिलता है कि हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों के लिए डेटा सुरक्षा और व्यक्तिगत जानकारी का संरक्षण कितना अहम है।