Pune

गंगाराम अस्पताल में भर्ती शिबू सोरेन से मिलने पहुंचे झारखंड के राज्यपाल, स्वास्थ्य को लेकर ली जानकारी

गंगाराम अस्पताल में भर्ती शिबू सोरेन से मिलने पहुंचे झारखंड के राज्यपाल, स्वास्थ्य को लेकर ली जानकारी

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक संरक्षक शिबू सोरेन इन दिनों बीमार चल रहे हैं। चार दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, 81 वर्षीय शिबू सोरेन की हालत इस समय स्थिर है और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।

शिबू सोरेन न सिर्फ झारखंड की राजनीति का बड़ा नाम हैं, बल्कि आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए दशकों से आवाज उठाने वाले प्रमुख नेताओं में गिने जाते हैं। उनकी सेहत को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में बेचैनी का माहौल है।

राज्यपाल संतोष गंगवार ने की मुलाकात

बुधवार, 25 जून को झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार दिल्ली पहुंचे और अस्पताल में भर्ती शिबू सोरेन से मुलाकात की। उन्होंने न सिर्फ उनका हालचाल जाना, बल्कि अस्पताल के डॉक्टरों से इलाज की प्रगति पर भी जानकारी ली।

राज्यपाल ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, "झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन से आज दिल्ली स्थित गंगाराम अस्पताल में भेंट कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली तथा उपस्थित चिकित्सकों से उनके उपचार की प्रगति के संबंध में चर्चा की। मैं प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर उन्हें जल्द से जल्द पूर्ण रूप से स्वस्थ करें और वे फिर से पहले की तरह सक्रिय हों।

इस मुलाकात के बाद झारखंड की सियासत में हलचल देखी जा रही है। राज्य की राजनीति में शिबू सोरेन का कद इतना बड़ा है कि उनकी तबीयत को लेकर चिंता सिर्फ पार्टी तक सीमित नहीं है, बल्कि तमाम दलों के नेताओं और आम जनता में भी बेचैनी है।

झारखंड की राजनीति का बड़ा नाम

शिबू सोरेन झारखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता हैं और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक सदस्य व संरक्षक माने जाते हैं। उन्होंने राज्य की राजनीति में लंबी भूमिका निभाई है और खासकर आदिवासी अधिकारों के मुद्दे पर उनकी छवि एक जुझारू नेता की रही है।

वर्तमान में झारखंड में जेएमएम के नेतृत्व में सरकार है। 2024 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 81 में से 34 सीटें जीतकर कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर सत्ता हासिल की थी। ऐसे में शिबू सोरेन की भूमिका पार्टी के भीतर और बाहर, दोनों जगह अहम बनी रहती है।

समर्थकों और नेताओं में चिंता का माहौल

जैसे ही शिबू सोरेन की तबीयत बिगड़ने की खबर फैली, पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच चिंता की लहर दौड़ गई। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई वरिष्ठ नेताओं ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। बताया जा रहा है कि पार्टी लगातार अस्पताल प्रशासन से संपर्क में है और हर अपडेट पर नजर बनाए हुए है।

फिलहाल शिबू सोरेन की हालत स्थिर है और डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी सेहत पर नजर रख रही है। समर्थक और शुभचिंतक सोशल मीडिया के माध्यम से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं।

शिबू सोरेन झारखंड की राजनीति का एक मजबूत स्तंभ रहे हैं। उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर से राज्य की राजनीति से लेकर आम जनता तक में चिंता का माहौल है। हालांकि राहत की बात यह है कि उनकी स्थिति स्थिर है और विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में इलाज जारी है। राज्यपाल संतोष गंगवार की अस्पताल यात्रा और सोशल मीडिया पर साझा की गई चिंता इस बात का संकेत है कि शिबू सोरेन सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा से जुड़े हुए जननायक हैं।

Leave a comment