गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सांसद रवि किशन पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने नाले पर घर बनवाया है, दिक्कत हुई तो कार्रवाई तय है। मंच से दिए गए इस हल्के-फुल्के बयान में अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती का संकेत था।
CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गोरखपुर में दिया गया बयान एक बार फिर चर्चा में है। हालांकि यह बयान हंसी-मजाक में दिया गया था, लेकिन इसका संदेश बेहद स्पष्ट और कठोर था—कानून सबके लिए बराबर है, चाहे वह सांसद रवि किशन हों या कालीबाड़ी के महंत। गोरखपुर नगर निगम द्वारा आयोजित ₹250 करोड़ की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से मौजूद सांसद रवि किशन पर हल्के-फुल्के अंदाज में कटाक्ष किया, लेकिन साथ ही यह स्पष्ट कर दिया कि नाले पर घर बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई से कोई नहीं बचेगा।
अतिक्रमण पर सीधा संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के रामगढ़ ताल क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण का जिक्र करते हुए कहा कि 'नगर निगम नालों की सफाई के लिए तैयार है, लेकिन जब लोग खुद ही नाले पर कब्जा कर लें तो दिक्कत होती है।' उन्होंने बिना लाग-लपेट के कहा कि रवि किशन भी इसी क्षेत्र में नाले पर निर्माण करवा चुके हैं। अगर भविष्य में जलजमाव हुआ तो कार्रवाई तय है – चाहे वह कोई भी हो,' सीएम योगी ने स्पष्ट शब्दों में यह संदेश दिया।
मंच पर हंसी का माहौल, पर संकेत गंभीर
सीएम योगी ने अपने चिरपरिचित गंभीर अंदाज को छोड़कर मजाकिया लहजे में कहा, 'नगर निगम में एक बटन दबेगा और नाला साफ हो जाएगा। अगर नहीं हुआ, तो नाले पर बने मकान को देखना पड़ेगा कि किसका है।' इस दौरान मंच पर मौजूद कई लोग हंस पड़े और रवि किशन के चेहरे पर भी मुस्कान नजर आई। लेकिन योगी के इस तंज को सिर्फ हास्य में लेना भूल होगी क्योंकि इससे यह साफ हो गया कि मुख्यमंत्री अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर सख्त रुख अपनाने को तैयार हैं।
जब बात पहुंची आवारा कुत्तों तक
मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने गली-मोहल्लों में फैले अतिक्रमण और अव्यवस्था का उदाहरण देते हुए कहा, 'मान लीजिए सांसद रवि किशन और कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास किसी सकरी गली से गुजर रहे हैं और वहां अंधेरा हो। अगर वहां कोई आवारा कुत्ता हुआ तो वह इनकी चाल-ढाल देख कर छोड़ने वाला नहीं है, हमला तो तय है!' इस व्यंग्यात्मक टिप्पणी पर लोगों की हंसी रुकने का नाम नहीं ले रही थी। खुद सीएम योगी भी मुस्कुराए और मंच पर मौजूद रवि किशन व रवींद्र दास भी ठहाका लगाने लगे।
अंधेरी गलियों और विकास पर ध्यान
सीएम योगी ने शहर की बदहाल गलियों, अंधेरे में डूबे मोहल्लों और बेतरतीब यातायात की भी चर्चा की। उन्होंने कहा, 'गोरखपुर अब मच्छरों और माफिया का शहर नहीं रहा। यहां अब विकास की बात हो रही है। गलियां चौड़ी हो रही हैं, स्ट्रीटलाइट लग रही हैं।' उन्होंने कहा कि पहले जहां लोग अंधेरे और आवारा कुत्तों से डरते थे, अब वहां विकास की रोशनी पहुंचेगी।
गोरखपुर में विकास का नया अध्याय
250 करोड़ की योजनाओं में सड़कों का चौड़ीकरण, नालों की सफाई, स्ट्रीटलाइट की व्यवस्था और स्मार्ट सिटी के तहत नई पहलें शामिल हैं। सीएम योगी ने कहा कि 'गोरखपुर को मॉडल शहर बनाना है और इसमें किसी भी स्तर पर अतिक्रमण या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।'
रवि किशन की प्रतिक्रिया
हालांकि मंच पर सीएम योगी की बातों पर रवि किशन मुस्कुराते रहे, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह इस टिप्पणी को हल्के में नहीं ले रहे हैं। सांसद कार्यालय की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही अपने घर के निर्माण को लेकर स्थिति स्पष्ट करेंगे।