थाईलैंड और कंबोडिया की सेनाओं के बीच सीमा पर भारी गोलीबारी हुई। इसमें दो लोगों की मौत और कई सैनिक घायल हो गए। राजनयिक संबंध टूटे। स्थानीय लोग बंकरों में छिपे।
Thailand-Cambodia Border Clash: थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर तनाव चरम पर। सीमा विवाद के चलते दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई ताज़ा झड़प ने एक बार फिर हालात को गंभीर बना दिया है। गोलीबारी में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है और कई सैनिक घायल हुए हैं। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमले की शुरुआत करने का आरोप लगाया है और राजनयिक संबंधों में कटौती की है।
सीमा पर झड़प और गोलीबारी
गुरुवार को थाईलैंड और कंबोडिया की सेना के बीच सीमा पर झड़प हुई जिसमें दो थाई सैनिक घायल हो गए। थाई सेना के एक अधिकारी ने बताया कि कंबोडियाई सेना ने विवादित इलाकों में BM21 रॉकेट लॉन्चर और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया। इस झड़प के दौरान गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजों से सीमाई इलाकों में दहशत फैल गई।
स्थानीय लोगों में दहशत
थाईलैंड की ओर से लाइवस्ट्रीम किए गए वीडियो में देखा गया कि सीमा के पास रहने वाले लोग अपने घरों को छोड़कर कंक्रीट के बने बंकरों में शरण ले रहे थे। यह दृश्य गुरुवार सुबह का है जब अचानक भारी गोलीबारी शुरू हो गई थी। लोग जान बचाने के लिए दौड़ रहे थे और आसमान में धमाकों की आवाजें लगातार सुनाई दे रही थीं।
विवादित क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक मंदिर
यह ताज़ा झड़प थाईलैंड के सुरिन प्रांत और कंबोडिया के ओद्दार मींचे प्रांत की सीमा पर स्थित 'प्रसात ता मुएन थॉम' नामक प्राचीन मंदिर के पास हुई। यह मंदिर एक लंबे समय से विवाद का केंद्र रहा है क्योंकि दोनों देश इस क्षेत्र पर दावा करते हैं। इस विवाद ने पहले भी कई बार हिंसक रूप ले लिया है।
दोनों देशों के आरोप-प्रत्यारोप
थाईलैंड और कंबोडिया दोनों ने एक-दूसरे पर गोलीबारी की शुरुआत करने का आरोप लगाया है। थाई सेना की उप प्रवक्ता कर्नल रिचा सुक्सुवानोंट ने कहा कि यह हमला कंबोडियाई सेना की ओर से किया गया और उन्होंने भारी हथियारों का प्रयोग किया। वहीं कंबोडिया सरकार का दावा है कि गोलीबारी थाई सेना की ओर से पहले की गई।
राजनयिक संबंधों में गिरावट
इस झड़प के बाद कंबोडिया ने थाईलैंड के साथ अपने राजनयिक संबंधों को न्यूनतम स्तर पर ले जाने का फैसला किया है। कंबोडियाई सरकार ने बैंकॉक स्थित अपने दूतावास से सभी राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुला लिया है।
दूसरी ओर, थाईलैंड ने भी कड़ा कदम उठाते हुए अपने राजदूत को वापस बुला लिया है और कंबोडियाई राजदूत को निष्कासित कर दिया है। साथ ही थाईलैंड ने अपनी पूर्वोत्तर सीमा चौकियों को भी बंद कर दिया है।
हालात पहले से तनावपूर्ण
थाईलैंड और कंबोडिया के रिश्ते मई 2025 से ही तनावपूर्ण चल रहे हैं। मई में हुई एक झड़प में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ता जा रहा है। हाल ही में सीमा पर बारूदी सुरंग विस्फोट में पांच थाई सैनिक घायल हो गए थे, जिसके बाद थाईलैंड ने कंबोडिया के खिलाफ सख्त रुख अपनाया।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद कोई नया नहीं है। यह विवाद दशकों पुराना है, खासकर उन इलाकों को लेकर जो ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से दोनों देशों के लिए संवेदनशील हैं। 2008 में भी दोनों देशों के बीच इसी मंदिर के क्षेत्र को लेकर गंभीर सैन्य टकराव हुआ था जिसमें कई सैनिकों की जान गई थी। अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के प्रयास भी किए गए लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है।