ग्रेटर नोएडा के बिमटेक कॉलेज हॉस्टल में गोलीकांड में घायल दोनों छात्र, दीपक कुमार और देवांश चौहान, इलाज के दौरान मौत के मुंह में चले गए। घटना में इस्तेमाल रिवाल्वर देवांश के पिता, सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी का था।
ग्रेटर नोएडा: उत्तरप्रदेश के ग्रेटर नोएडा के बिमटेक कॉलेज के हॉस्टल में मंगलवार को हुई गोलीबारी ने पूरे परिसर में खलबली मचा दी। इस घटना में दो छात्र गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से दीपक कुमार और देवांश चौहान की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से देवांश के पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद की है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
हॉस्टल में गोलीकांड कैसे हुआ
बताया गया कि मंगलवार को लगभग 11 बजे के करीब हॉस्टल के कमरे में दोनों छात्रों को घायल अवस्था में पाया गया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और दोनों को तुरंत उपचार के लिए कैलाश अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में दीपक कुमार को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि देवांश चौहान का उपचार आईसीयू में चल रहा था। वह वेंटिलेटर पर था और गंभीर स्थिति में था।
घायल छात्र देवांश का ऑपरेशन चल रहा था, जिसमें सिर से गोली निकालने की कोशिश की गई। लेकिन बुधवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। दोनों छात्रों की मौत के बाद हॉस्टल में भय का माहौल बन गया। घटना ने परिसर के छात्रों और स्टाफ में दहशत फैला दी।
गोलीकांड में इस्तेमाल रिवाल्वर देवांश के पिता के नाम पर
पुलिस जांच में यह तथ्य सामने आया कि घटना में इस्तेमाल की गई रिवाल्वर देवांश के पिता सुरेंद्र सिंह के नाम पर है। सुरेंद्र सिंह हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग से डिप्टी एसपी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। रिवाल्वर में कुल छह गोलियां थीं, जिनमें से दो गोली चली और चार गोलियां बरामद हुईं।
पुलिस के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किसने रिवाल्वर का इस्तेमाल किया और गोलीबारी की वास्तविक वजह क्या थी। इस बात की भी जांच जारी है कि देवांश हॉस्टल आने से पहले रिवाल्वर कहां से लाया और इसे लेकर किस प्रकार की घटनाएं हुईं।
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही छात्रों के परिजन अस्पताल पहुंचे। परिजन ने बताया कि देवांश मंगलवार सुबह घर से हॉस्टल आने के लिए निकला था। घटना के समय उसके पिता कहीं बाहर गए हुए थे और उन्हें नहीं पता था कि कौन रिवाल्वर लेकर आया। घटना की सूचना पाते ही परिवार में शोक और सदमा का माहौल छा गया।
कॉलेज प्रबंधन से इस मामले में बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला। प्रशासन और हॉस्टल स्टाफ ने घटना स्थल को सील कर दिया है। स्थानीय पुलिस और एडीसीपी सुधीर कुमार ने मामले की जांच का जिम्मा लिया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
घटना स्थल से रिवाल्वर बरामद कर जांच शुरू
पुलिस ने घटना स्थल से रिवाल्वर बरामद कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पाया गया कि दोनों छात्रों के बीच आपसी विवाद हुआ था, जिसके बाद यह घटना हुई। पुलिस ने आसपास के CCTV फुटेज को भी कब्जे में लिया है और छात्रों के संपर्क में आए लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है।
एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कॉलेज परिसर और हॉस्टल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और आगामी कार्रवाई में अपराधियों की पहचान कर उन्हें सजा दिलाने का काम किया जाएगा।