हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट्स में शामिल हुआ। भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है और वह अब 77वें स्थान पर है।
Henley Passport Index 2025: हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 की रिपोर्ट में पाकिस्तानी पासपोर्ट को दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट्स में गिना गया है। रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के नागरिक केवल 32 देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं। पाकिस्तान को इस सूची में अफगानिस्तान, सीरिया, इराक, यमन और सोमालिया जैसे देशों के साथ रखा गया है, जहां वीजा-मुक्त पहुंच बेहद सीमित है। हालांकि, पाकिस्तान की रैंकिंग में मामूली सुधार हुआ है और अब वह 96वें स्थान पर है।
पासपोर्ट इंडेक्स क्या है
Henley Passport Index दुनिया के 199 पासपोर्ट और 227 यात्रा स्थलों का विश्लेषण करता है। यह इंडेक्स यह निर्धारित करता है कि किसी देश का पासपोर्ट कितनी देशों में वीजा-फ्री, वीजा ऑन अराइवल, ई-वीजा या ट्रैवल परमिट के आधार पर प्रवेश प्रदान करता है। जिन पासपोर्ट्स के धारक ज्यादा देशों में बिना वीजा जा सकते हैं, उन्हें ज्यादा ताकतवर माना जाता है।
पाकिस्तान की स्थिति और पड़ोसी देशों से तुलना
2025 की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान का पासपोर्ट 96वें स्थान पर है। इससे केवल 32 देशों में ही बिना वीजा यात्रा संभव है। 2024 की रिपोर्ट में पाकिस्तान का स्थान 98वें नंबर पर था, यानी थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। पाकिस्तान की रैंकिंग सोमालिया और यमन के साथ साझा है। वहीं अफगानिस्तान सबसे कमजोर पासपोर्ट बना हुआ है, जो 99वें स्थान पर है।
कमजोर पासपोर्ट वाले अन्य देश
सबसे कमजोर पासपोर्ट्स की सूची में अफगानिस्तान, सीरिया, इराक, यमन और सोमालिया जैसे देश शामिल हैं। इनके अलावा नेपाल, लीबिया, बांग्लादेश, फिलिस्तीन, उत्तर कोरिया, सूडान, ईरान, श्रीलंका और डीआर कांगो जैसे देश भी सूची में हैं, जिनके पासपोर्ट धारकों को सीमित देशों में ही वीजा फ्री यात्रा की सुविधा है।
दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट्स की सूची:
रैंक 99: अफगानिस्तान
रैंक 98: सीरिया
रैंक 97: इराक
रैंक 96: पाकिस्तान, सोमालिया, यमन
रैंक 95: लीबिया, नेपाल
रैंक 94: बांग्लादेश, इरिट्रिया, फिलिस्तीन
रैंक 93: उत्तर कोरिया
रैंक 92: सूडान
रैंक 91: ईरान, श्रीलंका
रैंक 90: डीआर कांगो, दक्षिण सूडान
भारत की रैंकिंग में सुधार
भारत के लिए हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 की रिपोर्ट में अच्छी खबर है। पिछले छह महीनों में भारत ने आठ स्थान की छलांग लगाई है। 2024 की रिपोर्ट में भारत 85वें स्थान पर था, जबकि अब वह 77वें स्थान पर पहुंच गया है। इस सुधार का मतलब है कि भारतीय नागरिक अब पहले की तुलना में अधिक देशों में वीजा फ्री या वीजा ऑन अराइवल सुविधा के साथ यात्रा कर सकते हैं।
अमेरिका और ब्रिटेन की रैंकिंग में गिरावट
जहां एक ओर भारत की स्थिति में सुधार हुआ है, वहीं अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों की रैंकिंग में धीरे-धीरे गिरावट आई है। अमेरिका अब 10वें स्थान पर पहुंच गया है और ब्रिटेन 6वें स्थान पर है। वर्ष 2014 में अमेरिका इस सूची में शीर्ष पर था और 2015 में ब्रिटेन ने पहला स्थान हासिल किया था। अब इन देशों की वीजा पहुंच में सीमाएं नजर आ रही हैं।