हिसार में पिछले तीन दिनों में 20 से अधिक आवारा गायें मरी हुई पाई गईं। वेटरनरी डॉक्टर और एनजीओ का कहना है कि हलवा, पूरी जैसे तले हुए खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन जानवरों के लिए जानलेवा साबित हुआ।
हिसार: पिछले तीन दिनों में 20 से अधिक आवारा गायों की मौत ने शहर में चिंता बढ़ा दी है। पशु चिकित्सकों और स्थानीय एनजीओ का कहना है कि हलवा, पूरी और अन्य तले हुए खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन इन मौतों का प्रमुख कारण है। विशेषज्ञों ने लोगों से आवारा और घर की गायों को केवल उनका प्राकृतिक आहार खिलाने की अपील की है।
गलत भोजन से गायों की मौत
गौ सेवा हेल्पलाइन समिति के फाउंडर डायरेक्टर सीता राम सिंघल ने बताया कि त्योहारों के मौसम में लोग पुण्य कमाने की सोचकर आवारा गायों को हलवा, पूरी और अन्य तले हुए खाद्य पदार्थ खिलाते हैं। हालांकि, ये खाद्य सामग्री गायों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होती हैं और उनके पाचन तंत्र में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
सिंघल ने कहा कि आमतौर पर हिसार में रोजाना केवल एक या दो आवारा गाय की मौत होती है, लेकिन पिछले तीन दिनों में शहर के अलग-अलग इलाकों में 20 से अधिक गायें मर चुकी हैं। इससे पता चलता है कि भोजन के प्रकार और मात्रा का सीधे तौर पर जानवरों की सेहत पर प्रभाव पड़ता है।
अत्यधिक तला-भुना भोजन से पशुओं की मौत
विशेषज्ञों का कहना है कि हलवा और पूरी जैसी तली हुई चीजें अत्यधिक मात्रा में खाने से गायों में एसिडोसिस जैसी जटिलताएं उत्पन्न हो जाती हैं। इस कारण समय पर इलाज न मिलने पर उनकी मौत हो जाती है।
सीताराम सिंघल ने बताया कि गायों की मौत महावीर कॉलोनी, पीएलए एरिया, सेक्टर 14, मिर्ज़ापुर रोड, शांति नगर, मिल गेट और आसपास के इलाकों में हुई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि सिर्फ एक बार देने से नुकसान नहीं लगता, लेकिन जब अन्य लोग भी समान भोजन दे दें, तो जानवर अधिक मात्रा में तला हुआ खाना खा लेते हैं और यह उनके लिए घातक साबित होता है।
पशुओं की सेहत के लिए प्राकृतिक आहार जरूरी
लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंस के वेटरनरी डॉक्टर नीलेश सिंधु ने कहा कि हलवा और पूरी जैसे तले हुए खाद्य पदार्थों के अधिक सेवन से जानवरों में जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। समय पर इलाज न मिलने पर ये जानवर मर सकते हैं। उनका कहना है कि गायों और अन्य पशुओं को हरा चारा, भूसा और प्राकृतिक आहार ही खिलाना चाहिए।
डॉ. सिंधु ने जोर देकर कहा कि लोग केवल मिठाई या तली हुई चीजें खिलाने की बजाय जानवरों के स्वास्थ्य और पाचन तंत्र को ध्यान में रखें। इससे पशुओं की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन सुनिश्चित होगा।
मेयर ने आवारा पशुओं को तला-भुना न खिलाने की अपील
हिसार की मेयर परवीन पोपली ने लोगों से अपील की कि वे आवारा गायों और अन्य पशुओं को हलवा, पूरी, मिठाई और तले हुए खाद्य पदार्थ न खिलाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि इन चीजों के सेवन से जानवरों की पाचन प्रणाली प्रभावित होती है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
मेयर ने कहा कि अगर ऐसे खाद्य पदार्थ लगातार दिए जाते हैं, तो इससे जानवरों की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया कि त्योहारों के दौरान भी पशुओं के लिए सुरक्षित और प्राकृतिक आहार का ही चयन करें।