Columbus

हजारीबाग में TPC का आतंक खत्म: एरिया कमांडर समेत 5 उग्रवादी गिरफ्तार, बड़ी साजिश नाकाम

हजारीबाग में TPC का आतंक खत्म: एरिया कमांडर समेत 5 उग्रवादी गिरफ्तार, बड़ी साजिश नाकाम

झारखंड के हजारीबाग जिले में पुलिस और CRPF की संयुक्त कार्रवाई में टीपीसी (तृतीय प्रस्तुति कमेटी) के एक एरिया कमांडर समेत पांच खूंखार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इन उग्रवादियों के पास से अमेरिकी निर्मित एम-4 कार्बाइन, देसी कट्टे, पिस्टल, जिंदा कारतूस और नक्सली साहित्य बरामद हुआ है।

गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब ये लोग किसी बड़ी हिंसक वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। समय रहते कार्रवाई कर पुलिस ने एक बड़े आतंकी साजिश को विफल कर दिया।

गुप्त सूचना के आधार पर चली सटीक कार्रवाई

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि टीपीसी का एरिया कमांडर अपने साथियों के साथ हजारीबाग के चरही जंगल के पास डेरा डाले हुए है और वो किसी सरकारी ठिकाने या ठेकेदार पर हमला करने की योजना बना रहा है। सूचना मिलते ही हजारीबाग पुलिस, CRPF की 22वीं बटालियन और SOG की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया।

करीब दो घंटे चले इस तलाशी अभियान में उग्रवादियों को चारों तरफ से घेर कर सरेंडर करने को मजबूर किया गया। कोई गोली नहीं चली, लेकिन मौके से भारी मात्रा में हथियार और दस्तावेज जब्त किए गए।

बरामद हथियारों में अमेरिकी कार्बाइन सबसे चौंकाने वाली

गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों के पास से जो हथियार बरामद हुए हैं, उनमें सबसे खास है – एक M-4 कार्बाइन राइफल, जो आमतौर पर अमेरिकी सेना के इस्तेमाल में आती है। इसके अलावा:

  • 1 देसी पिस्टल
  • 2 कट्टे
  • 30 से ज्यादा जिंदा कारतूस
  • टीपीसी के प्रचार से जुड़े दस्तावेज
  • नक्शे और योजनाओं से भरा डायरी
  • यह साफ संकेत हैं कि ये उग्रवादी लंबे समय से किसी बड़ी वारदात की प्लानिंग में जुटे हुए थे।

गिरफ्तार एरिया कमांडर पर पहले से दर्ज हैं 15 से ज्यादा केस

मुख्य आरोपी की पहचान मोहित उरांव उर्फ 'कमांडर मोहित' के रूप में हुई है, जो टीपीसी का हजारीबाग-चतरा ज़ोन का एरिया कमांडर है। उस पर हत्या, फिरौती, पुलिस पर हमले और लेवी वसूली जैसे 15 से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं। अन्य गिरफ्तार उग्रवादी –

  • राजेश गंझू
  • रामू खरवार
  • शिवकुमार उरांव
  • बबलू मुंडा

ये सभी झारखंड के विभिन्न नक्सल प्रभावित जिलों से ताल्लुक रखते हैं और लंबे समय से संगठन में सक्रिय थे।

पुलिस का बयान: बड़ी साजिश टली

हजारीबाग एसपी अंकुर गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, हमारे पास इनपुट था कि टीपीसी के सदस्य सरकारी प्रोजेक्ट्स में लगे ठेकेदारों और अधिकारियों को निशाना बनाने वाले हैं। हमने तुरंत कार्रवाई की और एक बड़ी आतंकी घटना को समय रहते रोक दिया। एसपी ने यह भी कहा कि यह ऑपरेशन राज्य और केंद्रीय एजेंसियों की तालमेल का बेहतरीन उदाहरण है और आगे भी ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे।

टीपीसी झारखंड के नक्सली संगठनों में से एक है जो खासकर निर्माण कार्यों, कोल परियोजनाओं और ठेकेदारों से लेवी वसूली करता है। इसके साथ ही संगठन अपने वर्चस्व के लिए निर्दोष ग्रामीणों को डराने-धमकाने और सरकारी योजनाओं को बाधित करने में लगा रहता है। सरकार की ओर से घोषित इनामी राशि भी मोहित उरांव पर ₹5 लाख की थी। अब उसकी गिरफ्तारी से संगठन को बड़ा झटका लगा है।

Leave a comment