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हरियाणा को माफिया लैंड बताने पर घमासान, रणदीप सुरजेवाला के बयान पर सरकार का तीखा पलटवार

हरियाणा को माफिया लैंड बताने पर घमासान, रणदीप सुरजेवाला के बयान पर सरकार का तीखा पलटवार

हरियाणा की सियासत उस वक्त गरमा गई जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने राज्य सरकार पर माफियाओं के आगे झुकने का गंभीर आरोप लगाया। रविवार को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सुरजेवाला ने राज्य की नायब सिंह सैनी सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि हरियाणा अब 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' जैसी अराजकता झेल रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को गृह मंत्री के रूप में विफल बताते हुए इस्तीफे की मांग की।

सुरजेवाला ने कहा कि राज्य अपराध, माफिया राज और प्रशासनिक निष्क्रियता का गढ़ बन गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अपराधियों का हौसला इतना बढ़ गया है कि पुलिस और प्रशासन के नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार कानून और संविधान की रक्षा नहीं कर पा रही, तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।

हर दिन 3 मर्डर

सुरजेवाला ने अपराध के आंकड़ों को लेकर भी राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने बताया कि एनसीआरबी की रिपोर्ट और सरकार के खुद के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में हरियाणा में 966 हत्याएं दर्ज की गईं — यानी हर दिन औसतन 3 मर्डर। साथ ही, प्रतिदिन 45 लोग लापता हो रहे हैं और महिलाओं के खिलाफ 46 अपराध रोज दर्ज हो रहे हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि जनवरी से मार्च 2025 के बीच 4137 लोग लापता हुए, जिनमें बड़ी संख्या में किडनैपिंग के मामले शामिल हैं। सुरजेवाला ने कहा, हरियाणा में अब लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, बंबीहा, कौशल चौधरी जैसे कुख्यात गैंग सक्रिय हैं, जिन पर सरकार नकेल कसने में विफल रही है।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब अखबारों में खिलाड़ियों की उपलब्धियों और निवेश की खबरों की जगह पेपर लीक, ड्रग्स, भ्रष्टाचार और किसानों पर लाठीचार्ज की खबरें आम हो चुकी हैं।

सरकार का पलटवार

कांग्रेस नेता के आरोपों पर हरियाणा सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि सुरजेवाला के आरोप तथ्यहीन और राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा, "विपक्ष का मकसद केवल प्रदेश की छवि को धूमिल करना है। सच्चाई यह है कि सरकार अपराध और माफिया के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।"

प्रवक्ता ने बताया कि 2014 में जहां हत्या के 1106 मामले दर्ज हुए थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा घटकर 966 रह गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा, साइबर क्राइम और नशे के कारोबार के खिलाफ विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।

STF की कार्रवाई और अपराधियों पर शिकंजा

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 1 जनवरी से 30 जून 2025 के बीच राज्य में संगीन अपराधों की दर में गिरावट दर्ज की गई है। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने 2023 से अब तक 433 इनामी अपराधियों, 248 गैंगस्टर्स और 792 गंभीर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अपराधियों पर किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाए। प्रवक्ता ने कहा, हमारी प्राथमिकता प्रदेश की जनता की सुरक्षा है। कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है और इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

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