जोधपुर IIT में निदेशक प्रो. अविनाश अग्रवाल और प्रो. दीपक अरोड़ा के बीच बैठक में हाथापाई, निदेशक का पैर फ्रैक्चर, अन्य कर्मचारियों को भी चोटें। दोनों पक्षों ने FIR दर्ज करवाई, मामला सुर्खियों में।
जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर स्थित IIT में कॉलेज की एक बैठक हिंसक संघर्ष में बदल गई, जिसमें संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अविनाश अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग की बैठक के दौरान निदेशक और एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर दीपक अरोड़ा के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि अरोड़ा ने निदेशक पर हमला कर दिया और उनके पैर में फ्रैक्चर कर दिया।
इस घटना ने IIT परिसर में सनसनी फैल गई है और कॉलेज प्रशासन और पुलिस दोनों ही मामले की जांच में जुट गए हैं। घटना के बाद जोधपुर पुलिस ने प्रोफेसर अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है।
पांच साल के कामकाज पर उठे सवाल
जानकारी के अनुसार, विवाद की शुरुआत तब हुई जब निदेशक प्रोफेसर अविनाश अग्रवाल ने अरोड़ा के पिछले पांच साल के कामकाज पर सवाल उठाए। इससे नाराज अरोड़ा ने बहस शुरू की और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि निदेशक ने उन्हें कमरे से बाहर जाने का निर्देश दिया।
गुस्साए अरोड़ा ने बाहर जाने के बजाय निदेशक पर हमला कर दिया। इस हमले के दौरान निदेशक गिर गए और पैर में गंभीर चोट आई। उन्हें तुरंत जोधपुर के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना ने कॉलेज में व्यापक चिंता और आक्रोश पैदा किया।
बीच-बचाव करने आए कर्मचारी पर हमला
हंगामे के दौरान निदेशक के कार्यालय के कर्मचारी विवेक गौतम बीच-बचाव करने आए, लेकिन अरोड़ा ने उन पर भी हमला किया। आरोप है कि उन्होंने विवेक और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी।
इस हमले में विवेक गौतम को गंभीर चोट आई। घटना के समय विभागाध्यक्ष डॉ. पराग देशपांडे और डीन फैकल्टी अफेयर्स डॉ. नीरज जैन भी मौके पर मौजूद थे और वे इस हिंसा को देख सन्न रह गए।
दोनों पक्षों ने दर्ज करवाई शिकायत
घटना के बाद IIT परिसर में हड़कंप मच गया। दोनों पक्षों ने पुलिस थाने में एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। निदेशक की ओर से कुल सचिव अंकुर गुप्ता ने रिपोर्ट में अरोड़ा पर मारपीट, गाली-गलौज, जातिसूचक टिप्पणी और राजकार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है।
वहीं, प्रोफेसर अरोड़ा ने भी निदेशक और अन्य लोगों पर बंधक बनाने और मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। प्रशासन और पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।