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इंडियन कोस्ट गार्ड में शामिल हुआ ‘अदम्य’, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम, जानिए इसकी खासियत

इंडियन कोस्ट गार्ड में शामिल हुआ ‘अदम्य’, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम, जानिए इसकी खासियत

भारत ने समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए देश का पहला फास्ट पैट्रोल वेसल (Fast Patrol Vessel - FPV) 'अदम्य' को भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard - ICG) में आधिकारिक रूप से शामिल कर लिया है।

Delhi News: भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए अपने बेड़े में देश का पहला फास्ट पैट्रोल वेसल (Fast Patrol Vessel - FPV) ‘अदम्य’ को शामिल कर लिया है। यह न सिर्फ तटीय सुरक्षा को मजबूती देगा, बल्कि भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजनाओं को भी नई रफ्तार देगा। ‘अदम्य’ के जरिये भारत समुद्री सीमाओं की सुरक्षा के क्षेत्र में और अधिक सक्षम बन गया है।

‘अदम्य’: तकनीक और ताकत का संगम

‘अदम्य’ को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) द्वारा तैयार किया गया है, जो भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के लिए जहाज निर्माण में अग्रणी संस्थान है। यह 8 एफपीवी परियोजना के तहत बनाया गया पहला जहाज है, जो कि कुल 8 फास्ट पैट्रोल वेसल्स में से एक है।

  • लंबाई: 52 मीटर
  • चौड़ाई: 8 मीटर
  • डिस्प्लेसमेंट: 320 टन
  • अधिकतम गति: 27 नॉट्स (लगभग 50 किमी/घंटा)
  • प्रणोदन प्रणाली: पिच प्रोपेलर आधारित, जो नियंत्रित की जा सकती है

इस जहाज को अमेरिकी शिपिंग ब्यूरो (American Bureau of Shipping) और भारतीय शिपिंग रजिस्टर (Indian Register of Shipping) के डुअल क्लास सर्टिफिकेशन के तहत डिज़ाइन किया गया है। इसका मतलब है कि यह जहाज अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों पर पूरी तरह से खरा उतरता है।

स्वदेशी निर्माण की मिसाल

‘अदम्य’ की सबसे बड़ी विशेषता इसका 60% स्वदेशी निर्माण है। इसमें प्रयोग हुए पुर्जों और उपकरणों का अधिकांश हिस्सा भारत में ही तैयार किया गया है। इससे न केवल देश की तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन होता है, बल्कि घरेलू रक्षा उद्योग को भी मजबूती मिलती है। यह परियोजना लगभग 473 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जा रही है और इसका उद्देश्य तटीय इलाकों में निगरानी, गश्त, नियंत्रण और खोज एवं बचाव (SAR) अभियानों को तीव्रता देना है।

सुरक्षा में निभाएगा अहम भूमिका

‘अदम्य’ को भारतीय तटरक्षक बल की आवश्यकताओं के अनुरूप डिजाइन किया गया है। यह निम्नलिखित मिशनों में सहायता करेगा:

  • तटीय सुरक्षा और ईईजेड (Exclusive Economic Zone) की निगरानी
  • अवैध गतिविधियों जैसे तस्करी, मछली पकड़ने और घुसपैठ पर लगाम
  • आपदा की स्थिति में खोज और बचाव अभियान (Search and Rescue Operations)
  • सामरिक क्षेत्र में त्वरित जवाबदेही के लिए फास्ट इंटरसेप्शन

लॉन्च से कमीशनिंग तक की यात्रा

‘अदम्य’ को पहली बार 28 अक्टूबर 2024 को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में लॉन्च किया गया था। उसी दिन इसके साथ एक और एफपीवी ‘अक्षर’ को भी जलावतरण किया गया था। अब 26 जून 2025 को अदम्य को आधिकारिक रूप से इंडियन कोस्ट गार्ड में शामिल कर लिया गया है। इस अवसर पर आईसीजी ने सोशल मीडिया पर लिखा: भारत ने अपनी समुद्री ताकत को मजबूत किया! 60% स्वदेशी सामग्री से बना यह फास्ट पैट्रोल वेसल आत्मनिर्भर भारत की शक्ति को दर्शाता है।

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