कर्नाटक कांग्रेस में गुटबाजी की अफवाहों पर डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि पार्टी एकजुट है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 2028 विधानसभा चुनाव को जीतना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
Karnataka Congress: कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के भीतर मतभेद और गुटबाजी की खबरों के बीच डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने स्पष्ट किया है कि पार्टी में किसी प्रकार की कलह नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट है और उनकी प्राथमिकता 2028 के विधानसभा चुनाव को जीतने पर केंद्रित है।
सिफारिश की जरूरत नहीं, अनुशासन ज़रूरी
डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्हें किसी विधायक की सिफारिश की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने साफ किया कि उनका मुख्य उद्देश्य पार्टी के अनुशासन को बनाए रखना है। उन्होंने कहा, "मैं नहीं चाहता कि कोई मेरा समर्थन करे या मेरे पक्ष में बयानबाज़ी करे। हम चर्चा के माध्यम से समस्याओं का समाधान निकालेंगे और पार्टी को मज़बूत बनाएंगे।"
2028 विधानसभा चुनाव है एजेंडा
डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि उनका फोकस आने वाले स्थानीय निकाय चुनावों और खासकर 2028 में होने वाले विधानसभा चुनावों पर है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं किया गया है और वे पार्टी के निर्देशों के अनुसार काम कर रहे हैं।
बगावती सुरों पर प्रतिक्रिया
पार्टी के कुछ विधायकों की ओर से हाल के दिनों में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की गई थी। इसी कड़ी में कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन ने बयान दिया कि डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाना होगा। उन्होंने पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का हवाला देते हुए अपनी राय दी और कहा कि अगर पार्टी चाहे तो उन्हें सस्पेंड कर दे। डीके शिवकुमार ने इस पर कोई व्यक्तिगत प्रतिक्रिया न देते हुए केवल इतना कहा कि अनुशासन सबसे ज़रूरी है और जो अधिक बोल रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
रेल किराया बढ़ोतरी पर केंद्र सरकार को घेरा
एक अन्य मुद्दे पर बात करते हुए डीके शिवकुमार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र ने आम आदमी पर महंगाई का बोझ बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल और अब रेल किराया में बढ़ोतरी कर जनता को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बीजेपी नेताओं से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने को कहा और कहा कि कांग्रेस आम आदमी के साथ खड़ी रहेगी।
रणदीप सुरजेवाला की बैठकें
कांग्रेस के कर्नाटक मामलों के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हाल ही में विधायकों के साथ बैठक की। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बैठक नेतृत्व परिवर्तन के लिए नहीं, बल्कि विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में किए गए काम का मूल्यांकन करने के लिए थी। उन्होंने कहा कि पार्टी ज़मीनी स्तर पर प्रदर्शन का आकलन कर रही है ताकि आगामी चुनावों में मजबूती से उतरा जा सके।