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केदारनाथ-बदरीनाथ में दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने टेका शीश, गंगा स्वच्छता को लेकर दिया बड़ा संदेश

केदारनाथ-बदरीनाथ में दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने टेका शीश, गंगा स्वच्छता को लेकर दिया बड़ा संदेश

सरकार के 100 दिन का कार्यकाल पूरा होने के अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने देवभूमि उत्तराखंड की यात्रा की। अपनी आध्यात्मिक आस्था प्रकट करते हुए उन्होंने सबसे पहले हरिद्वार में गंगा आरती में भाग लिया और मां गंगा का आशीर्वाद लिया।

Kedarnath Dham: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के उपलक्ष्य में उत्तराखंड की पावन धरती पर पहुंचकर धार्मिक स्थलों में पूजा-अर्चना की। यह दौरा न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इससे उन्होंने साफ संदेश भी दिया कि उनकी सरकार धर्म, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रतिबद्ध है।

रेखा गुप्ता ने अपनी यात्रा की शुरुआत रविवार को हरिद्वार से की, जहां उन्होंने पवित्र हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान किया और गंगा आरती में भाग लिया। इसके बाद वह सोमवार सुबह पहले केदारनाथ धाम पहुंचीं और फिर बदरीनाथ के दर्शन किए। यह उनकी मुख्यमंत्री बनने के बाद की पहली आध्यात्मिक यात्रा है।

हरिद्वार में गंगा आरती और संकल्प

रविवार की शाम रेखा गुप्ता जब हरिद्वार पहुंचीं तो पूरे शहर में उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने अपने पति के साथ हरकी पैड़ी पर गंगा में डुबकी लगाई और आरती में भाग लिया। गंगा सभा द्वारा पारंपरिक विधि से उनका अभिनंदन किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा, गंगा माता के चरणों में नमन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मैंने देश के कल्याण और दिल्ली की उन्नति के लिए प्रार्थना की है। मेरी कामना है कि मां गंगा की तरह यमुना भी स्वच्छ और निर्मल बने।

रेखा गुप्ता ने स्पष्ट किया कि दिल्ली में यमुना सफाई अभियान को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि संतों का सपना है कि यमुना फिर से पुण्यदायिनी नदी के रूप में स्थापित हो, और उनका सरकार इसे पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध है।

केदारनाथ में दर्शन, बदरीनाथ में आशीर्वाद

सोमवार सुबह सीएम रेखा गुप्ता केदारनाथ धाम पहुंचीं, जहां उन्होंने बाबा केदार के दर्शन किए। बर्फ से ढकी पहाड़ियों और मंदिर की शांत दिव्यता ने उन्हें भावविभोर कर दिया। उन्होंने विशेष पूजा कर देश की शांति, समृद्धि और दिल्ली की प्रगति के लिए प्रार्थना की। मंदिर समिति द्वारा उन्हें पारंपरिक वस्त्र और प्रसाद भेंट किया गया।

केदारनाथ दर्शन के बाद उन्होंने बदरीनाथ धाम का रुख किया। भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर उन्होंने अपने संकल्प को दोहराया कि आध्यात्मिक मूल्यों के साथ प्रशासनिक जिम्मेदारियों को संतुलित करना उनकी प्राथमिकता है। बदरीनाथ में स्थानीय पुजारियों और श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया और उन्होंने मंदिर परिसर में कुछ समय ध्यान लगाकर बिताया।

वात्सल्य गंगा आश्रय का उद्घाटन और सामाजिक संदेश

हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में स्थित वात्सल्य गंगा आश्रय के लोकार्पण कार्यक्रम में भी रेखा गुप्ता शामिल हुईं। यह आश्रय स्थल वृद्ध, निराश्रित और जरूरतमंद लोगों के लिए बनाया गया है। उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा, हमारी सरकार केवल विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग की भावनाओं से जुड़ी है। वात्सल्य गंगा आश्रय जैसे केंद्र समाज के प्रति हमारी संवेदनशीलता का प्रतीक हैं।

रेखा गुप्ता की यह यात्रा केवल एक धार्मिक दौरा नहीं, बल्कि एक रणनीतिक और सांस्कृतिक संदेश भी है। वह उन नेताओं में शामिल हो गई हैं, जो अपनी प्रशासनिक जिम्मेदारी को आध्यात्मिक चेतना के साथ जोड़ने का प्रयास कर रही हैं। यमुना सफाई का संकल्प और गंगा तट से ली गई प्रेरणा इस बात का संकेत है कि उनका कार्यकाल केवल नीतिगत नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी सक्रिय रहने वाला है।

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